दिन बीतते गए, और आरव, नीहा, रणवीर, और आदित्य ने न केवल अपनी शक्तियों का अभ्यास जारी रखा, बल्कि वे एक-दूसरे के साथ और भी घनिष्ठ हो गए। वे जानते थे कि केवल ताकत से ही नहीं, बल्कि विश्वास और समझदारी से भी इस अंधकार से लड़ना होगा।
एक शाम, जब सूरज छिप रहा था और आसमान गुलाबी रंग में डूबा हुआ था, आरव ने जार्विस से पूछा, “जार्विस, हमें नीगेटिव कोर के बारे में और बताओ। इसकी उत्पत्ति कैसे हुई?”
जार्विस ने थोड़ी देर के लिए सन्नाटा बनाए रखा, फिर कहा, “नीगेटिव कोर की उत्पत्ति इस ब्रह्मांड के आरंभिक काल से जुड़ी है। जब समय और ऊर्जा के प्रारंभिक प्रवाह स्थापित हो रहे थे, तब एक अत्यधिक शक्तिशाली प्राणी ने अपनी आत्मा का एक अंश उस कोर में डाल दिया। वह आत्मा नकारात्मक ऊर्जा से भरी थी और उसने कोर को एक ऐसा स्रोत बना दिया जो जीवन के लिए खतरा था।”
आरव ने गंभीर स्वर में कहा, “तो इसका मतलब है कि हमें उस प्राणी के बारे में भी पता लगाना होगा।”
नीहा ने कहा, “शायद हमें पुरानी किताबों, अभिलेखों या किसी रहस्यमय स्थान की तलाश करनी पड़े।”
रणवीर ने सुझाव दिया, “हमारी अगली मंजिल उस प्राचीन पुस्तकालय का होना चाहिए, जो हमारे शहर के बाहर है। वहां की जानकारी से हमें जवाब मिल सकते हैं।”
आदित्य ने अपनी आग की उँगलियाँ चलाते हुए कहा, “तैयार हो जाओ, कल सुबह हम वहां निकलेंगे।”
उस रात, चारों ने अपनी-अपनी शक्तियों को महसूस करते हुए नई उम्मीद के साथ नींद ली।
अगले दिन, वे प्राचीन पुस्तकालय की ओर रवाना हुए। रास्ते में जार्विस ने उनकी मदद के लिए आसपास के इलाके की नक्शा और खतरे की जानकारी दी।
पुस्तकालय पहुँचने पर, वे देख सकते थे कि यह जगह वर्षों से वीरान पड़ी है, लेकिन उसकी विशालता और रहस्यमय वातावरण में एक अजीब सी शक्ति थी। उन्होंने गहरी सांस ली और अंदर कदम रखा।
भीतर, पत्थर की बड़ी-बड़ी अलमारियाँ थीं, जिन पर धूल की परत जमा थी। लेकिन उनके बीच में एक विशाल तालिका थी, जिस पर प्राचीन लेख लिखे हुए थे।
नीहा ने अपनी प्रकृति की शक्ति से कुछ पत्तों को हल्की चमक दी, जिससे अक्षर और चित्र साफ दिखने लगे।
“यहां बहुत सारी जानकारी है,” उसने कहा, “लेकिन इसे समझना आसान नहीं होगा।”
आरव ने कहा, “जार्विस, क्या तुम इन लेखों का अनुवाद कर सकते हो?”
जार्विस ने जवाब दिया, “हाँ, मैं इसका विश्लेषण कर रहा हूँ।”
कुछ घंटों के बाद, जार्विस ने बताया, “यह कोर न केवल एक ऊर्जा स्रोत है, बल्कि इसका नियंत्रण एक गुप्त संगठन के हाथों में है, जिन्हें ‘छाया अनुयायी’ कहा जाता है। वे अंधकार की शक्ति का उपयोग दुनिया पर शासन करने के लिए करना चाहते हैं।”
रणवीर ने फुसफुसाते हुए कहा, “हमारे सामने एक बड़ी लड़ाई है।”
आदित्य ने अपनी मांसपेशियाँ कसते हुए कहा, “तो हमें पहले छाया अनुयायियों को ढूंढना होगा और उनका नेटवर्क खत्म करना होगा।”
नीहा ने दृढ़ता से कहा, “हम अकेले नहीं हैं। हमें अन्य लोगों को भी इस खतरे से अवगत कराना होगा।”
आरव ने सभी को देखा और बोला, “हमारा सफर अभी शुरू हुआ है। हमें अपनी ताकतों को और बढ़ाना होगा, अपने दिमाग और दिल को मजबूत करना होगा। तभी हम इस अंधकार को जड़ से मिटा पाएंगे।”
चारों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़कर एक नई शुरुआत का वादा किया। वे जानते थे कि आने वाले समय में उनके सामने कठिनाइयाँ आएंगी, लेकिन वे पीछे नहीं हटेंगे।