अध्याय 17: जंगल की गहरी साजिश

आरव और उसके साथी मंदिर की ओर बढ़ रहे थे, पर जंगल की हर हवा में अब कुछ अजीब सा खौफ था। पेड़ों के बीच कहीं छुपे हुए प्राणी उनकी हर चाल पर नजर रख रहे थे। जार्विस की चेतावनी बार-बार उनके कानों में गूंज रही थी, “यह क्षेत्र खतरे से भरा है। सिर्फ बाहरी हमले ही नहीं, बल्कि अंदर से भी कोई साजिश चल रही है।”

जैसे ही वे मंदिर के द्वार के करीब पहुंचे, नीचा झुकाकर आरव ने देखा कि रास्ते पर कहीं न कहीं पैरों के निशान थे — लेकिन ये निशान किसी इंसान के नहीं थे। वे बड़े-बड़े पंजों के निशान थे, जो स्पष्ट रूप से किसी शक्तिशाली प्राणी के थे।

“यहां कुछ गड़बड़ है,” रणवीर ने कहा, “कोई हमें यहां आने से रोकना चाहता है।”

तभी अचानक, पेड़ों के बीच से तेज़ आवाज़ में कोई हँसने लगा। आवाज़ के साथ ही एक बड़ी छाया सामने आई — एक म्यूटेंट एलियन, जिसका आकार मानवीय था लेकिन उसकी आंखें और पंजे भयावह रूप से चमक रहे थे।

“तुम लोग यहाँ कैसे आए? यह तुम्हारा इलाका नहीं!” उसने गुस्से में कहा।

आरव ने तलवार ताने हुए जवाब दिया, “हम यहां किसी को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते, पर जो भी खतरा होगा, उसका सामना करेंगे।”

“यहाँ की साजिश तुमसे बहुत बड़ी है,” म्यूटेंट ने कहा, “इस जंगल के गहरे भीतर एक प्राचीन शक्ति छुपी है, जो यदि गलत हाथों में चली गई, तो पूरे इस ग्रह का विनाश हो सकता है।”

नीहा ने अपनी जादूई ऊर्जा से एक सुरक्षा घेरे को मजबूत किया और बोली, “हमें उस शक्ति तक पहुंचना ही होगा, ताकि हम उसे सही हाथों में रख सकें।”

म्यूटेंट ने अपनी नज़रें चारों पर गाड़ते हुए कहा, “तुम्हें नहीं पता कि तुम किस जाल में फंस रहे हो। यहाँ के कुछ प्राणी इस ग्रह के शासन के लिए आपस में लड़ रहे हैं। एक बड़ी लड़ाई आने वाली है।”

जैसे ही उसने ये कहा, जंगल के चारों ओर अचानक से अजीब सी हलचल मच गई। पेड़ हिलने लगे, और म्यूटेंट के साथ कई और भी भयंकर प्राणी प्रकट होने लगे।

आरव ने अपने साथियों को तैयार किया, “यह लड़ाई हमारे लिए सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि इस ग्रह की तकदीर बदलने वाली जंग है।”

उनकी तलवारें चमकने लगीं, और प्रकृति की शक्तियाँ जागृत हो गईं। बत्तख की तरह विशाल प्राणी, बिजली जैसी चिंगारी बिखेरते पक्षी, और आग की तरह जलते हुए भुजंग, सभी ने उन्हें घेर लिया।

जार्विस ने तुरंत विश्लेषण किया, “इस संघर्ष का केंद्र वह प्राचीन ऊर्जा कोर होगा जो मंदिर के भीतर छुपा है। यदि उसे सही तरीके से नियंत्रित किया गया, तो वह इस ग्रह को बचा सकता है — अन्यथा यह विनाश का कारण बनेगा।”

आरव ने गहरी सांस ली और कहा, “हमें अपने भीतर के डर को हराकर, इस साजिश का सामना करना होगा। जंगल के हर जीव की आवाज़ हमें यह सिखा रही है कि ताकत के साथ-साथ समझदारी भी जरूरी है।”

जैसे-जैसे लड़ाई शुरू हुई, आरव और उसके साथी हर प्राणी की चाल समझने लगे। रणवीर ने अपनी आंधी की ताकत से बड़े प्राणियों को भटका दिया, नीहा ने अपनी प्रकृति शक्ति से घायल साथियों को तुरंत ठीक किया, और आदित्य ने अग्नि की आग से दुश्मनों को रोका।

आरव ने अपने जार्विस की मदद से हर खतरे का विश्लेषण किया और अपनी तलवार की चमक से सबसे ताकतवर प्राणी का सामना किया।

कुछ देर की कठोर लड़ाई के बाद, वे सफल हुए और म्यूटेंट एलियन ने हार मान ली। उसने थके हुए स्वर में कहा, “तुम सच में अलग हो, इंसानों। शायद तुम इस ग्रह की नई उम्मीद हो।”

आरव ने जवाब दिया, “हम अकेले नहीं हैं। इस ग्रह के हर जीव की ताकत और समझदारी से ही हम इसका भविष्य तय करेंगे।”

साजिश का पर्दाफाश हो चुका था, लेकिन असली चुनौती अभी बाकी थी — मंदिर की गहराइयों में छुपी उस प्राचीन शक्ति को सही तरीके से समझना और उसे सुरक्षित रखना।

जैसे-जैसे वे मंदिर के दरवाजे की ओर बढ़े, जंगल की रहस्यमयी गूंज में एक नई उम्मीद की किरण चमक उठी।

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