वहीं कनक को ऐसे बात बदलते देख राधिका जी और वानी जी एक और बार खूद को मुस्कुराने से रोक नहीं पाती हैं और मुस्कुरा उठती हैं, वो दोनों अब कनक को काम करने के लिये नहीं रोकती है क्यौंकि वे दोनों जानती थी की चाहे वे कनक को कितना ही मना क्यों ना कर ले ,वो करेगी वही जो वो करना चाहती है ।
1 घंटे के अंदर सारा खाना बन कर तैयार हो जाता है, खाने मैं पालक पनीर , मटर राइस, रोटियां, राएता, मिक्स वेज, और डिसर्ट मैं गुलाब जामून बने थें, साथ मैं सैलिड़ भी थें ।
खाने के बनते ही राधिका जी एक टिफिन मैं खाना पेक करते हुए कनक से कहती है ।
राधिका जी - कनक मैंने तुम्हारे और कार्तिक के लिये खाना पेक कर दिया, आज से तुम कार्तिक के लिये खाना ले जाया करोगी , और उसी के साथ मैं खाना खा कर आया करोगी ।
राधिका जी की बात पर कनक थोड़ी परेशान हो जाती है, कनक कार्तिक से बहुत प्यार करती थी, और उसने कुछ ऐसे ही सपने देखे थें की जब उसकी शादी कार्तिक से हो जाएगी तब वो इसी तरह से रोज कार्तिक के लिये खाना बना कर उसके लिये ले जाया करेगी, लेकिन अब स्विचवेशन अलग थी, बस इसलिए वो कार्तिक के लिये खाना ले कर नहीं जाना चाहती थी, क्यौंकि वो अच्छी तरह से जानती थी की उसे अपने कंपनी मैं देख कर कार्तिक बिल्कुल भी खूश नहीं होगा, लेकिन कनक ,राधिका जी को दूखी भी नहीं करना चाहती थी, इसलिए ना चाहते हुए भी , कनक राधिका जी की बात पर हामी भर देती है फिर कार्तिक के लिये तैयार किया हुआ टिफिन ले कर कनक कार और ड्राइवर के साथ , सिंघानिया कोर्पोरेशन के लिये निकल जाती है ।
कुछ 15 मिनट बाद कनक की कार सिंघानिया कोर्पोरेशन के बाहर आ कर रुकती है ।
कनक के उतरते ही ड्राइवर कार पार्क करने के लिये चला जाता है तो वहीं, कनक सिंघानिया बिल्डिंग के बाहर खड़े होकर सोचने लगती है की उसे अंदर जाना चाहिए की नहीं, क्यौंकि वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी की कार्तिक उसे अपने कंपनी मैं देख कर बिल्कुल भी खूश नहीं होगा, क्यौंकि उसने पहले ही कह दिया था की उनकी शादी सीक्रेट रहेगी जिसके बारे मैं बाहर वालों को बिल्कुल भी पता नहीं चलना चाहिए, ऐसे मैं अगर वो कार्तिक के लियेए खाना ले कर जाएगी तो, उसे यकीन था की कार्तिक यही सोचेगा, की वो जान - बूझ ये सब कर रही है ताकी लोगों को पता चल जाए वो मिसेज सिंघानिया है ।
जब कार्तिक और जुही की शादी होने वाली थी तब जुही ने कार्तिक से पहले ही कह दिया था की उनकी शादी सीक्रेट रहेगी, कोई भी मीडिया वहां मौजूद नहीं रहनी चाहिए इसलिए जुही के भाग जाने पर जब कार्तिक की शादी कनक से हुई थी, तब भी कोई मीडिया उनकी शादी के दौरान वहां पर मौजूद नहीं था इसलिए उनकी शादी के बारे मैं किसी को भी पता नहीं था ।
कनक अपने मन - कहिं घूमने चली जाती हूं, कुछ देर घूमने के बाद घर जा कर मम्मा से कह दूँगीं की मैं कार्तिक को खाना खिला कर आ गई हूं, वैसे भी मम्मा को कौन बताएगा की मैं कार्तिक को खाना देने गई थी की नहीं और रही इस खाने की बात , इसे तो मैं मजे से अकेले ही खाउन्गी, सुबह उस डेविल ने ठूस - ठूस कर मेरा बनाया हुआ नाश्ता खाया था पर मजाल है , उसने थोड़ी सी भी मेरी तारिफ की हो,, हूं। इसी तरह से बड - बड़ाते हुए कनक पलट कर जाने लगती है की तभी उसे पीछे से एक अवाज आती है ।
" कनक मेम मुझे मिसेज सिंघानिया ( राधिका जी) ने आपको कंपनी के बाहर से पिक करने के लिये कहा था "
इस अवाज को कनक बहुत अच्छे से पहचानती थी क्यौंकि ये अवाज कार्तिक के असिस्टेंत अक्षय की थी,
कनक अपने होठों पर एक खिसियानी हँसी के साथ अक्षय की तरफ पलटती है और कहती है ।
कनक - चलों चलते है, तुम्हारे उस खडूस बॉस के केबिन मैं,
कनक की बात पर अक्षय अजीब तरह से मुस्कुराता ,जिसके बाद कनक कंपनी के अंदर चली जाती है अक्षय उसके पीछे- पीछे,
कनक को आया देख कंपनी के सभी स्टाफ उसे गुड आफ्टरनून वीश करने लगते हैं, क्यौंकि उन लोगों ने अक्सर कनक को कार्तिक के दादा जी के साथ सिंघानिया कोर्पोरेशन मैं आते हुए देखा था साथ ही उन्हें ये भी पता था की कनक सिंघानिया परिवार की गोद ली हुई बेटी है, जिसे पूरा सिंघानिया परिवार अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता है, इसलिए उनमें से कोई भी कनक को नाराज करने की कोशिश नहीं कर सकता था, साथ ही कनक का वेवहार भी उन लोगों के साथ काफी अच्छा था, इसलिए वो लोग उसे पसंद भी करते थें । ज्यादातर लोग कनक को आया देख खूश तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी थें जो उसे जलन के साथ देख रहे थें, हालांकी वहां मौजूद अक्षय को छोड कर किसी को नहीं पता था की अब कनक मिसेज कार्तिक सिंघानिया भी बन चुकी थी, वरना उनकी जलन और ज्यादा बड जाती।
यहाँ आने से पहले कनक ने अपने मांग पर लगे सिन्दूर को बालों की मदत से अच्छे से कवर कर लिया था, ऐसा ही उसने मंगलसूत्र के साथ भी किया था, इसलिए वो इस समय कहिं से भी शादी - शूदा नहीं लग रही थी ।
💐💐💐💐💐💐
प्लीस रेटिंग्स और कमेंट्स जरूर देना