अगर वह इस काली दीवार की जगह होता तो वह अपने जगह पर ही परलोक सिधार जाता डर के मारे उसको पसीना आने लगता है वह मुड़कर गर्व की तरफ देखता है गर्व उस शिक्षक को देखकर अपने होठों पर हल्की सी मुस्कुराहट लाता है और वापस मुड़कर वहा से बाहर की ओर चला जाता है यह देखकर उस आश्रम के लोग हक्के बक्के रह जाते है वह सोचते है की आखिर यह गर्व एक महीने के भीतर इतना ताकतवर कैसे बना इसका कोई तो गहरा राज है पर उसी समूह में शामिल अक्षय को बिल्कुल भी डर नही लगता क्युकी उसकी ताकत गर्व से भी ज्यादा होती है परंतु वह यह भी झुठला नहीं सकता की गर्व ने काम दिनों में ही कई ज्यादा प्रगति कर ली है और वह उसे एक खतरा लगने लगता है अगर वह इसी तरीके से प्रगति करता रहा तो वह तांडव समाज के लिए एक खतरा बनकर उत्पन्न होगा इसकी जानकारी उसे जल्द से जल्द अपने समाज के वरिष्ठों को देनी होगी जिससे की वह गर्व के आगे उनके लिए खतरा बनने से पहले ही उसको स्वर्गवासी बना सके गर्व के बाद एक एक करतें हुए छात्र अपनी परीक्षा देतेहै और इस पहले चरण की परीक्षा का परिणाम जानने के लिए सारे छात्र पुनः उसी मैदान में एकत्रित होते है कुछ देर बाद मैदान के स्टेज पर एक वयस्क आदमी आता है परंतु उसके शरीर में से एक अलग ही प्रकार की ऊर्जा निकल रही थी देखने में वह एक अनुभवी योद्धा लग रहे थे वह घोषणा करते है उनके आवाज़ से सारे वातावरण में शांति फैल जाती है वह कहते है परीक्षा के पहले दौर का नतीजा आ गया है मैं अब एक एक करके नाम लेता जाऊंगा मैं जिसका नाम लूंगा उसे प्रथम चरण में सर्वाधिक गुण मिले है उसके बाद दूसरा तीसरा ऐसे करते हुए सारे पात्र विद्यार्थियों का नाम लूंगा और पहिला नाम है अक्षय अक्षय का नाम सुनते ही मैदान में कुछ छात्र अक्षय अक्षय का नाम लेने लगे वह सब बाकी के आश्रम में मौजूद तांडव कबीले के जासूस थे इसीलिए वह अक्षय का नाम सुनते ही वह चिल्लानेे लग गए थे यह देखकर गर्व हैरान हो गया था उसने पलटकर अक्षय की तरफ देखा उसे पता चला की अक्षय भी उसी के तरफ देखे जा रहा है उसके साथ नजर मिलते ही अक्षय अपनी आंख की भोव उठाकर गर्व की तरफ देखता है यह देखकर गर्व भी अपनेहोठों पर हल्की मुस्कुराहट लाकर वापस स्टेज की तरफ देखने लग जाता है गर्व को पता चल चुका था तांडव कबीले के कुछ लोगो को मारकर कुछ भी होने वाला नहीं है उसके आश्रम को छोड़कर दूसरे आश्रम में भी तांडव कबीले के लोग मौजूद होते है और वह उसके लिए खतरा उत्पन कर सकते है गर्व का भी नाम पहले बीस उत्तीर्ण छात्रों ने होता है स्टेज पर से अगली घोषणा होती है पहले चरण में अनुतीर्ण हुए छात्र को अपना दिल छोटा करने कि कोई जरूरत नहीं है वह अगले साल फिर से यह परीक्षा दे सकते है और अब उत्तीर्ण छात्रों को छोड़ कर सब अपने अपने आश्रम में वापस जा सकते है इतना सुनते ही कुछ अनुत्तीर्ण छात्र रोने लगे और वापस जाने लगे वह अब कुछ नहीं कर सकते थे सिवाय अगले वर्ष पुनः परीक्षा देने के अनुतिर्ण छात्रों के बाहर जाते ही मैदान अब बहुत खाली हो गया था और अब सिर्फ पांच सौ के करीब छात्र ही यहां पर बचे रह गए थे फ़िर स्टेज पर से अगली घोषणा होती है अगले चरण में हर छात्र के हथियारों के तकनीकों का परीक्षण किया जाएगा हर छात्र को एक अलग परीक्षण पत्थर दिया जाएगा उसमे छात्र केहर एक गतिविधि का परीक्षण किया जाएगा और सबको चालीस मिनट का वक्त दिया गया इस चालीस मिनट में हर एक छात्र को अपनी उच्च तम तकनीक का प्रदर्शन करना होगा जो जितनी अच्छी तकनीकों का प्रदर्शन करेगा उसके इस चरण में पास होने की संभावनाएं उतनी ही ज्यादा होगी गर्व अपनी पिछले जन्म की बहुत सारे अच्छे अच्छे तकनीकों को जानता था पर वह यहां पर उन तकनीकों का प्रदर्शन नही कर सकता था नहीं तो उस पर यहां मौजूद लोगो का शक बढ़ जाता इसलिए वह कुछ अच्छी तकनीकों का प्रदर्शन करने का निर्णय लेता है जो की उसको गुरु मनोहर पंडित जी ने आश्रम में सिखाई थी जल्द ही परीक्षा के चालीस मिनट का अवधि भी समाप्त हो जाता है और सारे परीक्षण पत्थरों को भी वापस ले लिया गया परीक्षण पत्थरों ने जल्द ही छात्रों के हथियारों के तकनीकों का मूल्यांकन किया और हर छात्र को अलग अलग उनके तकनीकों के हिसाब से नंबर दिए गए दूसरे चरण की परीक्षा में पांच सौ में से तीन सौ छात्रों को पास किया गया और बाकी के छात्रों कोफेल किया गया सारे छात्रों का मूल्यांकन परीक्षण पत्थरों द्वारा ही किया गया और जल्द ही दूसरे दौर की परीक्षा के नतीजों को भी जारी कर दिया गया इस में कोई शक नही था की गर्व दूसरे दौर की परिक्षा को भी पास करने में कामयाब रहा अब मैदान में तीसरे दौर की परीक्षा की घोषणा कर दी गई तीसरे दौर की परीक्षा में हर छात्र को जंगल में जाना था और चार दिनों तक जंगल में रहकर पच्चीस से अधिक जंगली जानवरों का शिकार करना था और उसके कान काटकर सबूत के तौर पर अपने पास रखना था उसी दिन शाम को तीसरे दौर किं परीक्षा भी आरंभ हो गई और सब छात्र जंगल की ओर रवाना भी हो गए और गर्व भी जंगल की ओर रवाना हो गया पहले पहले तो वह छात्रों के समूह में होता है और फिर वह उस समूह को भी छोड़ देता है क्युकी उसको शक था की तांडव कबीले के लोग उसको मारने के लिए उसका पीछा करेंगे और वह खुद के लिए किसी ओर की जान को खतरे मे नही डाल सकता है इसी लिए वह छात्रों के समूह से अलग हो गया उसने पहले ही भरतपुर राज्य के जंगलोंके नक्शे को अपने दिमाग में डाल लिया था वह जंगलों के हर एक भाग की जानकारी रखता था वह सबसे पहले घने जंगलों के अंदर की तरफ जाने लगा क्युकी घने जंगल में काफी ज्यादा मात्रा में जंगली जानवर रहते थे उसका अंदाजा था की घने जंगलों में उसका पीछा नहीं किया जाएगा पर उसका यह अंदाजा गलत साबित हो गया जल्द ही उसके पीछे कई हत्यारे लग गए उनके पैरो की चलने की आवाज लगातार उसके करीब आते जा रही थी वह भले ही ताकतवर हो उसके पास कई सारी हथियारों की तकनीके थी पर वह उसकी मौजूदा ताकत के साथ इतने सारे हत्यारों से लड़ नही सकता था उसको उसकी ध्यान शक्ति की बदौलत अपने आजू बाजू घटने वाली हर चीज की पहले से जानकारी होती रहती थी उसे पता चला की उसके पीछे सौ से भी ज्यादा तांडव कबीले के हत्यारे उसके पीछे पड़े हुए है वह उसकी गंध सुनकर उसका पीछा कर सकते थे रातभर वह गर्व के पीछे पड़े रहे उनके बीच में रातभर चूहे बिल्ली का खेल चलता रहा आखिर सबको परीक्षा भी देनी थी रातभर की भागादौड़ी के कारण गर्व थक चुका था इसीलिए उसने कुछ देर तक आराम करने का फैसला किया और एक छोटे से तालाब के पास जाकर बैठ गया उसने हाथ पैर धोकर थोड़ा तालाब का पानी पिया और वही पत्थर पर आराम करने के लिए बैठ गया तभी उसको कुछ गलत होने का अहसास होता है और उसे जोर जोर से हंसने कि आवाज आतीं है शांत जंगल में इस बिभत्स हसी ने डरावना माहौल बना दिया जैसे ही उसकी इस हंसने की आवाज़ पर ध्यान गया वह देखता है की आसमान में एक बड़े से पक्षी के ऊपर एक लड़का खड़ा होता है और वह गर्व की ओर देखकर जोर जोर से हस रहा होता है वह कहता है अरे गर्व के बच्चे कहा भागकर जाओगे तुम दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच जाओ तुम हम से बच नही सकते हम लोग तुम्हे दुनिया के किसी भी कोने से धुंड सकते है गर्व कहता है हम यह हम कौन है यह सुनकर वह लड़का चुप हो जाता है और कहता है क्या तुम्हे अभी भी नही पता है की हम कौन है अपने आजूबाजू देखो तुम्हे पता चल जाएगा गर्व जैसे ही आजूबाजू देखता है वह देखता हैं की सौ से भी ज्यादा तांडव कबीले के लड़के और लड़कियां अलग अलग हथियार तलवार भाले चाकू धनुष गदा लेकर वहा पर खड़े है और बस आदेश का इंतजार कर रहे है उनको देखकर गर्व कहता है ओ तो गली के कुत्ते आ गए यह सुनकर वह सभी तांडव कबीले के हत्यारे आग बबूला हो जाते है उनमें से एक कहता है जब्बान संभालकर बच्चे तुम्हे पता नही हम किस कबीले के योद्धा है हमने तो आज तक अच्छे अच्छों को मौत के घाट उतार दिया है और तुम तो अभी बच्चे हो वैसे तुम्हे मारने के लिए हमारे कबीले के पांच साल की लड़किया ही काफी है और हम आज किसी को तड़पा तड़पाकर मारने वाले है और तड़पाकर मारने में जो मजा है वह सीधा खून करने में नही है उनकी बात सुनकर जो लड़का पक्षी पर खडा होता है वह अपना एक हाथ उठाकर कहता है शांत उसके इतना कहते ही तांडव कबीले के हत्यारे शांत हो जाते है वह गर्व से कहता है क्योंकि तुम्हारी जिंदगी का आज का आखिरी दिन है इसीलिए मैं तुम्हारे इस आखिरी दिनों में तुमको सच बताऊंगा हम तांडव कबीले तालुख़ रखते है और सारे दुनिया में जासूसी करते है दुनिया के हर देशमें हम चाहे तो किसी भी सरकार को बना सकते है या फिर चाहे तो गिरा भी सकते और एक बात सच बताना वह लड़का जोर देकर कहता है क्या तुमने ही आश्रम के लोगो को की जंगल में हत्या की थी तुम्हारा मतलब तांडव कबीले के लोगो की गर्व हस्ते हुए कहता है यह सुनकर वहा मौजूद सारे लोग गुस्से में आ जाते है ठीक है अगर तुम्हारी यही इच्छा हैं तो हम तुम्हारी यही इच्छा आज हम पूरी कर देते है इतना कहते ही वह छगन नाम का लड़के को आवाज देता है और उसको कहता है जाओ और जाकर उसको मारना मत तुम जाकर उसकी एक एक हड्डी को तोड़कर रखा दो उसके इतना कहते ही छगन गर्व पर टूट पड़ता है उसके हाथ में एक बड़ी सी गदा थी वह दौड़ते दौड़ते ही एकदम पच्चीस तीस फीट लंबी छलांग मारता है और गर्व के सिर पर प्रहार करता है पर गर्व सतर्क होता है वह तेजी से दो फीट बाजू होकर उसके वार को विफल कर देता है और वह गदा सीधे जाकर जमीन पर टकरा जाती है और वहां पर एक फीट गहरा गड्ढा बन जाता है वह जैसे ही अपनी गदा उठाकर गर्व पर वार करता है गर्व फुर्ती दिखाकर उसकी कलाई को ही पकड़ लेता है और उसकी कलाई को वह मरोड़कर रख देता है और उसकी कलाई की हड्डी ही टूट जाती है उसकी कलाई टूटते ही उसकी एक कर्ण भेदी चीख निलकती है और वह जंगल में चारो तरफ गूंज जाती है यह देखकर सारे हत्यारे गुस्से में आकर गर्व पर हमला कर देते है कोई भाला कोई तलवार कोई चाकू लेकर गर्व पर टूट पड़ते है और कई सारे हत्यारे दूर से ही तीर कमान से गर्व पर अपना निशाना साधते है यह देखते ही गर्व छगन की गदा को हाथो मे लेकर गति मंत्र का इस्तेमाल करता है और उसको चारो तरफ गोल गोल घुमाना लग जाता है उसके ऐसा करते ही सारे तीर जो उसके तरफ आ रहे होते है उनकी दिशा ही बदल जाती है और वह दूसरी तरफ बढ़ने लगते है और उन तिरो के कारण पंद्रह बीस तांडव कबीले के हत्यारों की मौत हो जाती है यह देखकर तीर कमान वाले लोग रुक जाते है और जिनके हाथो मे हथियार होते है वह गर्व की तरफ बढ़ने लगते है गर्व गदा को गोल गोल घुमाते हुए उन हत्यारों के बीच में घुस जाता है और उस के गदा कौशल से कई सारे हत्यारों की मौत भी हो जाती है