यह देखकर गर्व को गुस्सा आ जाता है और वह सारे हत्यारों के कान नाक मुंह में बर्फ को जमा देता है जिससे की वह सास ना ले सके और तड़प तड़प कर मर जाए इसके बाद वह उनके कपड़ों की तलाशी लेता है तो उसे कई सारी औषधि जड़ी बूटियां हथियार और सुवर्ण मुद्राएं और जानवरो के कान भी मिलते है वह उनको अपने स्टोरेज रिंग में डालकर वहा से भाग जाता है क्युकी जल्द ही उस शंख की आवाज सुनकर तांडव कबीले के लोग वहा आते होंगे वहा वहा से एक सुरक्षित अंतर पर जाकर अपने आजू बाजू एक बर्फ की दीवार बना लेता है जिस से की उसकी गंध सूंघकर उसका पीछा ना किया जा सके और दूर से ही उस जगह पर अपनी निगाहे रखता है जहां पर उसने तांडव कबीले के लोगो को यमराज के दर्शन कराए थे तभी उसे खयाल आया की उसके स्टोरेज रिंग में कई सारे लूटे हुए सामान है उसे उन सामानों को देखना चाहिए इसीलिए वह रिंग के अंदर झाखकर तांडव कबीले के एक एक सामानों को वह देखने लगा वहापर कई सारे तांडव कबीले द्वारा निर्मित उच्च दर्जे की तलवारे थी तांडव कबीले के लोग सच में उच्च दर्जे के हथियारों को बनाने में माहिर थे साथ ही वहा पर पांचसौ से भी ज्यादा सुवर्ण मुद्राएं भी थी और उच्च कोटि के धातु से निर्मित कवच भी होते है उनमें से वह एक कवच को बाहर निकालकर वह पहन लेता है और फिर से स्टोरेज रिंग की वस्तुओं को देखने लगता है तभी उसे पचास से भी ज्यादा जानवरो के कान भी मिलते है यह देखकर गर्व खुश होकर कहता है अरे वा मैं तो इस से तो तीसरे चरण की परीक्षा को तो पास कर लूंगा तभी उसे कई सारे योद्धाओं की आवाज आती है और वह उस दिशा की ओर देखने लगता है तभी उसे दिखाई देता है कि सारे दिशाओं से तांडव कबीले के सौ से भी ज्यादा छात्र और तांडव कबीले के बाकी के हत्यारे भी उस शंखनाद की जगह पर आते है उन हत्यारों म एक आदमी एक सात फीट से भी ज्यादा लंबा होता है और वह शरीर से बहुत बलशाली और धस्तपुष्ट लग रहा होता है तांडव कबीले के इतने सारे लाशों को देखकर वह आग बबूला हो जाता है उसके बाजू ही वह अक्षय खड़ा होता है वह अक्षय की गर्दन को पकड़कर उसे हवा म हीं उठा देता है और उसे से कहता है तुमने तो कहा था उस गर्व के बच्चे को मारने के लिए हमारे पांच से भी कम आदमी लगेंगे तो फिर यह क्या है हमारे तो दस से भी ज्यादा आदमी लोग मारे गए उस आदमी का वह रौद्र रूप देखकर वह रोते हुए गिड़गिड़ाकर ही उससे कहता है कालीचरण जी मुझे माफ कर दे पर कोई एक महीने के भीतर बिस्तर से उठकर इतना कैसे ताकतवर हो सकता है की वह हमारे दस से भी ज्यादा लोगो को मार दे यह सुनते ही वह कालीचरण अक्षय की गर्दन को छोड़ देता है और उस से कहता है क्या तुम सच का रहे हो की वह एक महीने पहिले बिस्तर पर पड़ा था और वह एक महीने के भीतर भीतर इतने ताकतवर हो गया की वह इन सब लोगो पर भारी पड़ जाए अक्षय रोते रोते ही हा में जवाब देता है बस अब रोना बंद करो हम जैसे हत्यारों को रोना शोभा नहीं देता हम तांडव कबीले के लोग है हम रोते नही बल्कि रुलाते है अगर वह गर्व बच्चा सच में एक महीने में इतना ताकतवर हो सकता है तब जरूर ही उसके पास कोई न कोई गुप्त राज हो सकता हैं हम सब उस गर्व के बच्चे को बंदी बनाकर हर रोज उसकी एक एक हड्डी तोड़ते जायेंगे और वह एक दिन हमे अपनी ताकत का राज बता ही देगा उसके बाद हम तांडव कबीले के लोग इतने ताकतवर हो जाएंगे की भरतपुर राज्य के राजपरिवार के हर सदस्य को मारकर यह पर अपना राज प्रस्थापित करेंगे और राजपरिवार की सुंदर लड़कियों को हम अपनी दासी बना लेंगे यह देखकर गर्व सोचता है कि यह तांडव कबीले के लोग सच में कितने घिनौने होते है एक बार तक राज्य पर राज करना तो ठीक है पर किसि कों गुलाम बनाना कितना उचित है मर्द हो औरत इस दुनिया में हर किसी को आजादी से जीने का अधिकार है उसके रहते हुए इस दुनिया मे किसी को भी किसी को भी गुलाम बनाते हुए नही देख सकता है इसीलिए वह इन तांडव कबीले के हत्यारों का हिसाब करने का निश्चय कर लेता है वह अपनी आजू बाजू की बर्फ की दीवार को पिघला कर वाह उन लोगो की तरफ बढ़ते जाता है जाते जाते ही उसे दिखाई पड़ता हैं की तांडव समुदाय के छात्रों को छोड़कर बाकी सारे हत्यारे वायु मंडल के आखिरी स्टेज के होते हैं और तांडव कबीले के छात्र भूमि मंडल के आखिरी स्टेज के होते है उन छात्रों में से सिर्फ अक्षय ही वायु मंडल के प्रथम चरण का योद्धा होता है और कालीचरण तो आकाश मंडल के प्रथम चरण का योद्धा होता है वह लोग भले ही संख्या में काफी सारे हो और उनसे लड़ना गर्व के लिए काफी मुश्किल हो पर फिर भी यह लोग आगे जाकर भरतपुर राज्य के लिए खतरा बन सकते थे और यह सारे राज्य के लोगो को गुलाम भी बना सकते है इसीलिए गर्व को इन सबको यमराज के दर्शन कराना जरूरी हो गया था उन हत्यारों के थोड़े दुर रहते ही गर्व जोर से दहाड़ मारकर कहता है अरे ओ मुछड़ कालीचरण तुम्हारी मूछे काटने का समय आ गया है कालीचरण जैसे ही यह सुनता है वह आग बबूला होकर इस आवाज की दिशा की तरफ देखता है वह देखता है की एक सोलह साल का लड़का जिसकी छोटी छोटी मूछें थी वह उसके बड़ी मूछों का मजाक कर रहा है गर्व को देखकर अक्षय जोर से चीखकर कालीचरण से कहता है यही है यही है वह जिसने हमारे साथियों की हत्या कर दी यह सुनते ही कालीचरण अपने दोसौ किलो किं तलवार को हवा में लहरा देता है और अपनी तलवार से कलाबाजियां करने लगता है उसके ऐसे कलाबाजियां करते ही उसकी तलवार में से बिजलियां चमकने लगती है उसके ऐसा करते ही आसमान में बादल जमा होने लगते है और उनमें भी जोर जोर से बिजलियां कड़कना चालू होती है इसके बाद वह एक जोर की दहाड़ मारकर गर्व से कहता है आ जाओ बच्चे आज मैं तुम्हे तांडव कबीले के तूफान के देवता के असली भक्त की असली ताकत दिखाऊंगा अरे तुम लोग क्या देख रहें हो इस छछुंदर को पकड़ कर इसकी एक एक हड्डी को तोड़कर इसे मार डालो उसके इतना कहते ही तांडव कबीले सारे हत्यारे अक्षय और कालीचरण एक साथ मिलकर गर्व पर हमला करते है आज आएगी असली मजा गर्व अपने मन ही मन में कहता है और वह भीं अपनी बर्फीली तलवार को हाथ में लेकर अपने गति मंत्र को चालू कर देता है और वह भी तांडव कबीले के हत्यारों पर टूट पड़ता है एक तरफ से बिजली कड़काते हुए हत्यारों का समूह तो दूसरी तरफ से एक बर्फीला दानव दोनोंके आपस में टकराते ही एक जोरदार विस्फोट होकर कालीचरण और गर्व दोनो ही एक दूर के विरुद्ध दिशा में पीछे खिसक जाते है और जहां पर यह तेज विस्फोट होता हैं वहा पर तीस से भी ज्यादा भूमि मंडल के आखिरी स्टेज के छात्रों के शरीर छिन्न विचिन्न होकर जमीन पर गिरते है और उनका खून हवा में चारो तरफ फैल जाता है मानो वहा पर खून की बारिश हो रही हो इसके बाद कालीचरण अपनी तलवार में से एक तेज बिजली की धार को गर्व के ऊपर उछालता है गर्व भी अपनी तलवार की पूरी ताकत लगाकर उसमे से वह बर्फ का तूफान निकालकर वह आगे की ओर उछालता है और साथ ही वह अपनी स्टोरेज रिंग में से दस तलवारे निकलकर उनको अपनी जादुई शक्तिसे तांडव कबीले के छात्रों की तरफ उछाल देता है एक तरफ से बिजली की तेज धार और बर्फ का तूफान आपस मे टकराकर वहा पर गरम पानी की भाप हवा में फैल जाती है जिसके कारण तांडव कबीले के हत्यारों के शरीर में तेज जलन उत्पन हो जाती है और वह कमजोर पड़ने लग जाते है और दूसरी तरफ गर्व के फेके हुए दस तलवारों की वजह से तांडव कबीले के दस हत्यारों के सर उनके धड़ से अलग हो जाते है उसके बाद फिर से कालीचरण और गर्व के बीच में घमासान जंग शुरू हो जाती है एक तरफ से बिजली तो दूसरी तरफ से बर्फ एक दूसरे के तरफ टकराते जाते है उसके कारण वातावरण में एक गरम बाश्प तैयार हो जाता है और उनके आजू बाजू की वातावरण में गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है उनके आजू बाजू मिट्टी का परिवर्तन लावा में होंने लगता है उनके आजू बाजू मौजूद पेड़ो का कोयला बनाना चालू होता है और इस के कारण वहा मौजूद तांडव कबीले के हत्यार उस जगह के कब के दूर हो जाते है और दूर से ही इस अदभुत युद्ध को देखते हैं गर्व जैसे ही यह देखता है की बाकी के हत्यारे मैदान छोड़कर भाग गए है वह अपनी स्टोरेज रिंग में से दस तलवारों को निकालकर कालीचरण के पीछे लगा देता है एक तरफ दस तलवारे और दूसरी तरफ से गर्व के बर्फीले हमला का सामना करना कालीचरण के लिए मुश्किल बनते जा रहा था इसलिए वह गर्व को कहता है गर्व रुक जाओ मुझे तुमसे कुछ बात करनी है