chapter ३०

वह सिड़िया एक के बाद एक निकलकर हवा में ही तैरने लगती है और खाई में मंडराना चालू होती है एक पत्थर के ऊपर गर्व और केदार खड़े हुए होते हैं तो बाकी के सारे पत्थरों पर वह हत्यारे खड़े होते हैं उन मंडराते पत्थरों पर वह हत्यारे छलांग मार कर चढ़ने की कोशिश करते जा रहे थे वह हत्यारे उन हवा में तैरते हुए पत्थरों पर ही छलांग मारते जा रहे थे और वह गर्व जिस पत्थर पर खड़ा होता है वहां पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे यह देखकर गर्व जल्दी से अपने स्टोरेज रिंग में से एक रस्सी निकाल कर वह जिस पत्थर पर खड़ा है उसको खुद से और केदार से बांध देता है और फिर पत्थर पर फंसी अपनी तलवार को निकाल कर अपने तरफ छलांग मारकर आने वाले हत्यारों का सामना करने लग जाता है वह अपनी तलवार की मदद से हवा में ही एक बर्फ की दीवार बनाते जा रहा था जिससे कि वह हत्यारे सामने की ओर छलांग ना मार सके और वह हत्यारे उस दीवार से टकराकर नीचे खाई में गिरते जा रहे थे हवा में तैरते दो पत्थरों के बीच में ज्यादा दूरी नहीं होती है इसलिए वह हत्यारे उन तैरते हुए पत्थरों पर आसानी से छलांग मारते जा रहे थे और गर्व की तरफ बढ़ते जा रहे थे गर्व उन सब को बर्फ की दीवार बनाकर नीचे गिराते जा रहा था वह एक भी हत्यारे को अपने करीब नहीं आने देता है आश्चर्य की बात तो यह थी कि ऐसे कैसे कोई पत्थर हवा में तैर सकते हैं इसके पीछे जरूरी कोई अद्भुत और मायावी शक्ति होगी जिसके बारे में गर्व को भी नहीं पता है और उस मायावी शक्ति का जल्द ही उन से सामना होने वाला है वह जल्द ही बड़े खतरे में फंसने वाले हैं और यहां पर उनकी जान भी जा सकती है किसी मायावी और रहस्यमई शक्ति से गर्व भी नहीं लड़ सकता पर वह बिल्कुल भी हिम्मत नहीं हारता है वह अपने पूर्ण शक्ति से सारी मुश्किलों का सामना करने का निर्णय लेता है कुछ भी हो जाए वह अपने पिछले जन्म के मौत की सच्चाई जानकर ही रहेगा जल्द ही वह की सीढ़ियां हवा में तैरते हुए हवा में ही एक के ऊपर एक सीढीओ का आकार लेते हुए ऊपर जा रही थी सबसे ऊपरी सीढियो पर गर्व और केदार मौजूद होते हैं और उनके नीचले सीढियो पर उनका पीछा कर रहे हत्यारे मौजूद होते हैं वह लगातार गर्व का पीछा करते हुए उन सीढ़ियों पर लगातार छलांग मारते जा रहे थे पर गर्व उन सबको नीचे गिराते जा रहा था यहां पर गर्व जिस पत्थर पर खड़ा होता है उसके ऊपर भी हवा में ही पत्थर की सीढ़ियां बनते जा रही थी मानो की यहां पर किसी के प्रवेश के लिए रास्ता बन रहा हो अगर गर्व वहां पर जाता तो उसे काफी ताकतवर शक्तियों का सामना करना पड़ सकता है पर वह इस वक्त इन हत्यारों का भी सामना नहीं कर सकता है उसकी तलवार की भी एक मर्यादा है वह उसे ज्यादा समय तक उपयोग नहीं कर सकता है उसके पास दूसरा कोई चारा नहीं था और वह हवा में मौजूद सीढ़ियों पर ऊपर की तरफ चढ़ने लग जाता हैं गर्व और केदार लगातार ऊपर की सीढ़ियों पर चढ़ने लगते हैं वह लगातार आधे घंटे तक हवा में तैरती हुई पत्थरों की सीढ़ियों पर चढ़ते रहते हैं और उन्हें जल्द ही वह सीढ़ियां किसी गुफा के प्रवेश द्वार पर जाती हुई दिखाई दे रही थी वह प्रवेश द्वार गुफा के अंधेरे में किसी हीरे की तरह चमकते दिखाई दे रहा था यह देख कर केदार के मन में भी शक उत्पन्न हो गया था अब तक वह और गर्व सीढ़ियों पर चढ़ते चढ़ते काफी ऊपर तक आ गए थे और वह हत्यारे काफी नीचली सीढ़ियों पर थे उन हत्यारों को उन तक पहुंचने में काफी वक्त लग जाएगा यह सोचते हुए केदार गर्व को रोकता है और उस से पूछता है यह क्या हमें इस रास्ते से ऊपर जाना ठीक रहेगा यहां सब कुछ बहुत ही अजीब लग रहा है कि इस गुफा को किसी ने जानबूझकर बनाया है पहले तो वह सुरंग जिससे हमने यहां पर प्रवेश किया उसकी चौड़ाई और लंबाई कितनी एक जैसी थी ऐसा तो कोई अच्छा कारागीर भी नहीं कर सकता है और हम जिन पत्थरों पर खड़े हैं उन पर भी कितनी बढ़िया कारा गिरी की हुई है अपने राज्य में तो क्या अपने राज्य के आजू-बाजू के 10 राज्यों में भी इतने अच्छे कारागीर नहीं है जो पत्थरों पर इस तरह की नक्काशी कर सकें ऐसा लगता है कि इस जगह को किसी पाताल के राजा के लिए बनाया गया है अगर हम अभी हमारे सामने बने गुफा के प्रवेश द्वार में जाते हैं तो हम कभी अपनी दुनिया में वापस नहीं जा सकते वहां पर हमें जिस खतरे का सामना करना पड़ेगा उसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते वहा पर कोई शैतान जाति के लोग भी रह सकते हैं इससे अच्छा हम यहीं पर रहकर इन हत्यारों का सामना करते हैं यह सब आखिर कभी ना कभी तो खत्म होंगे ही भले ही यह लाखों की तादाद में ही क्यों ना मौजूद हो हम इन हत्यारों को मार सकते हैं पर अगर हम वहां ऊपर की गुफा में गए तो फिर हमारा कोई भरोसा नहीं है इसके बाद गर्व थोड़ी देर सोचता है और कहता है तुम एकदम सही कह रहे हो हम इन हत्यारों का सामना तो कर सकते हैं मगर हम ऊपर गुफा में मौजूद खतरे का सामना नहीं कर सकते हैं पर हम तो पहले ही 2 दिनों से भी ज्यादा इन हत्यारो से लड़ चुके हैं और मेरे बर्फीले तलवार की ताकत की भी एक सीमा है मैंने मेरी तलवार का इन पिछले दो दिनों में बहुत ज्यादा उपयोग कर लिया है एक सीमा के पार जाने पर मैं मेरी तलवार से बर्फ को उत्पन्न नहीं कर सकता हमने अभी तक जो भी लड़ाई लड़ी है इस बर्फीले हथियार की वजह से ही लड़ी है अगर एक बार इस तलवार की क्षमता खत्म हो गई तो हम इन हत्यारों से लड़ना मुश्किल हो जाएगा और क्या पता यह हत्यारे पिशाच भी हो सकते हैं अगर गलती से भी इनके दांत और नाखूनों ने हमारे शरीर को खरोच दिया तो हम इन्हीं के तरह पिशाच बन जाएंगे और साथ-साथ हम तांडव कबीले के गुलाम भी बन जाएंगे जो कि यह हत्यारे अभी है हम यहां पर दोनों तरफ से फंस गए हैं अब नीचे जाएंगे तो भी मारे जाएंगे और ऊपर की तरफ जाएंगे तो भी मारे जाएंगे पर हम अगर नीचे की तरफ जाएंगे तो हमारे गुलाम बनने की संभावनाएं ज्यादा है और मैं अपने जीवन में कभी गुलाम बनकर नहीं रह सकता मैं मरना पसंद करूंगा पर कभी गुलाम नहीं बनूंगा पर यदि हम पर की तरफ जाएंगे तो हमें कुछ नया देखने को मिलेगा जो हमने अपनी जिंदगी में पहले कभी नहीं देखा होगा ना ही कभी उसके बारे में सोचा होगा हमें तो दोनों तरफ से मरना ही है परंतु हमें यह तय करना है कि हमें किस तरह से मरना है तुम अब अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हो मैं तुम्हें रोकूंगा नहीं इतना कहकर गर्व ऊपर की तरफ मौजूद गुफा के प्रवेश द्वार की तरफ बढ़ने लगता है गर्व की बर्फीलि तलवार के बिना उन हत्यारों का सामना करना केदार के लिए भी नामुमकिन था वह ज्यादा से ज्यादा पंद्रह बीस मिनट ही उन हत्यारों से अकेला सामना कर सकता था उसके पास कोई चारा नहीं था और वह भी गर्व के पीछे पीछे जाने लगता है इस वक्त तक वह हत्यारे भी उन दोनों के करीब की सीढ़ियों पर आ गए थे यह देख कर गर्व और केदार जल्दी-जल्दी ऊपर के गुफा के प्रवेश द्वार की तरफ बढ़ने लगते हैं और वह प्रवेश द्वार पर पहुंच ही जाते हैं और वह देखते हैं कि उसका प्रवेश द्वार हीरे के पत्थरों से बना हुआ होता है और वह अंधेरे में बहुत ही तेज चमक रहा होता है जिसका प्रकाश बहुत दूर तक फैला हुआ होता है पर वह वहां रहकर उसकी तारीफ करते हुए रुक नहीं सकते थे क्योंकि उनके पीछे कई सारे हत्यारे पड़े हुए थे वह जल्द ही उस गुफा में प्रवेश कर जाते हैं उस गुफा में प्रवेश करते ही उनकी आंखें आश्चर्य की वजह से चौड़ी हो जाती है इस गुफा की दीवारों पर हर तरफ से सोना ही सोना लगा हुआ होता है यह पूरी गुफा ही सोने की बनी होती है इस गुफा के छत से लेकर जमीन भी पूरी तरह से सोने से बनी हुई होती है यह देखकर उनकी आंखे चौंधिया जाती है इस गुफा में सारी तरफ पीली ही पीली रोशनी फैली हुई होती है और साथ ही गुफा की दीवारों पर अलग-अलग प्रकार के चित्र ऊकेरे हुए होते हैं वहां पर कई सारे चित्र बने हुए होते हैं जहां पर राक्षस और देवताओं के बीच की लड़ाई दिखाई दे रही थी वह चित्र ऐसे बने हुए होते हैं कि ऐसा लग रहा था कि उनके सामने ही असली में लड़ाई हो रही है उनके सामने लड़ाई होने का उन्हें आभास हो रहा था और यह सब एक नजर का धोखा होता है उन चित्रों को इसी तरह बनाया गया था कि देखने वालों को लगे कि उनके सामने ही युद्ध हो रहा है यह चित्र और गुफा जरूरी ऐसे कारागीर ने बनाई होगी जो कि इस दुनिया से नहीं होगा पर वहां रुक कर अपनी जान को खतरे में नहीं डाल सकते थे क्योंकि उनके पीछे अभी भी कई सारे हत्यारी उनका पीछा करते जा रहे थे उन्हें जल्द से जल्द कोई छुपने की जगह ढूंढनी होगी और फिरसे पूरी तैयारी करके उनसे लड़ाई करनी पड़ेगी और यह गुफा तो पूरी खुली हुई थी यहां पर एक भी कोना मौजूद नहीं होता है जहां पर वह चुप सके यहां सभी तरफ सिर्फ पीली दीवारें और उन पर कई सारे चित्र बनाए हुए होते हैं तभी गर्व को कुछ ध्यान में आता है और वह गुफा में सामने की ओर बढ़ते जाता है उसके पीछे पीछे केदार भी चलते जाता है कुछ देर चलने के बाद उन्हें इस गुफा में मौजूद पीली रोशनी के पीछे एक सफेद रोशनी दिखाई देती है यह सफेद रोशनी इस गुफा में मौजूद पीली रोशनी के कारण छुपी हुई थी इसलिए यह किसी को दिखाई नहीं दे रही थी पर गर्व की ध्यान शक्ति मजबूत होने के कारण उसे कई बातों का पता चल जाता था उसे अपने आसपास घटने वाले छोटे से छोटे चीजों का पता चलता है वह कई सारी मायावी शक्तियों का भी आसानी से पता लगा सकता है वह दोनों जैसे ही उस सफेद रोशनी की तरह बढ़ते हैं उन्हें पता चलता है कि वह सफेद रोशनी इस गुफा के बाहर जाने का रास्ता है और वह दोनों भी उस गुफा से बाहर निकल जाते हैं