इस गुफा से बाहर निकलते ही उन दोनों को फिर से एक बार आश्चर्य का झटका लगता है ऐसा लग रहा है कि मानो इस दुनिया के सभी चमत्कार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं वह सामने देखते हैं कि वहां पर उचे उचे पर्वत बने हुए थे पर वह कोई साधारण पर्वत नहीं थे वह पर्वत रात के अंधेरे में हीरे की तरह चमक रहे होते हैं और उन पर्वतों का प्रकाश रात के अंधेरे में कई दूर तक फैलते जा रहा था वह उन पर्वतों पर जैसे चलते हैं उन्हें पता चलता है कि यह तो बहुत ही ठोस है यह पर्वत सच में पूरे के पूरे हीरे से बने हुए होते हैं और यह सारे पर्वत बाकी के पर्वतों से ढके हुए होते हैं इन ढके हुए पर्वतों की ऊंचाई का तो कुछ भी पता नहीं चल रहा था और वहां पर कोहरे की घनी चादर बिछी हुई होती है और वह जैसे ही आसमान में देखते हैं तो वह पाते हैं कि यहां जिन पर्वतों पर घना कोहरा छाया होता है उनकी ऊंचाई बहुत ही ज्यादा होती है और इन सारे घने कोहरे वाले पर्वतों के बीच में ये हीरे से बने पर्वत थे वह सारे कोहरे वाले पर्वत आसमान में एक जगह जाकर खत्म हो रहे थे और वह जहां पर खत्म हो रहे थे वहां पर एक गोल बना हुआ था और उस गोल में से सितारे दिख रहे थे वह एक सितारों का समूह था वह एक नक्षत्र थे रात होने की वजह से वह नक्षत्र साफ साफ दिखाई दे रहे थे और इस रात के घने अंधेरे में इन हीरे से बने पर्वतों का प्रकाश कहीं दूर तक फैल रहा था इन् हीरे से बने पर्वतों के बाजू में बने पर्वतों पर इनका प्रकाश पड रहा था इस नजारे को देखकर तो गर्व और केदार की आंखें ही चौंधीया गई वह इस नजारे को देखते देखते खुद को ही भूल गए इसी वक्त उनके पीछे से यी ये ये की आवाजें आने लगी वह तो भूल ही गए थे कि उनके पीछे हत्यारों की फौज पड़ी हुई है और वह दोनों भी जल्द ही होश में आते हैं और उन हीरो से बने पर्वतो के ऊपर से फिर से भागना चालू करते हैं वह ज्यादा देर तक भाग नहीं सकते थे क्युकी इतने देर तक भागते हुए युद्ध करने के कारण उनकी शक्ति समाप्त हो चुकी थी पर वह अगर यहां से नहीं भागते तो वह भी इन पिशाचो के समूह में शामिल हो जाते जिस किसी को भी पिशाच एक बार काट लेते या खरोच देते तो फिर उन पिशाचों के विषाणु उस व्यक्ति के शरीर में जा कर वह व्यक्ति भी पिशाच बन जाता है और पिशाचो के समूह में शामिल हो जाता है वह खुद को किसी भी पिशाचों के समूह में शामिल होते हुए नहीं देख सकते थे क्योंकि सारे पिशाच नरभक्षी होते हैं और वह आदमी के साथ साथ जानवरों के भी मांस का भक्षण करते हैं वह चाहे कितने भी थके हुए क्यों ना हो उन्हें अपनी पूर्ण शक्ति लगाकर यहां से भागना ही होगा और वह हीरे से बने पर्वतो के ऊपर से भागना चालू करते हैं और उनके पीछे पीछे सारे तांडव कबीले के हत्यारे अपने कंधों को ऊपर नीचे करते हुए अपने मुंह से अजीबोगरीब आवाज निकालते हुए उनके पीछे भागते जा रहे थे गर्व और केदार तो अब ज्यादा देर तक भाग नहीं सकते थे उनकी ताकत तो अब जवाब देने लगी थी उनको अपनी मौत अपने सामने दिखाई दे रही थी क्योंकि उन उन दोनों की शक्ति कम होते जा रही थी उन्होंने लगातार युद्ध किया था भागते भागते हैं गर्व के मन में खयाल आता है क्या मेरी इस जन्म में इसी तरह मौत हो जाएगी क्या मैं कभी भी मेरी पिछले जन्म की मौत की सच्चाई नहीं जान पाऊंगा क्या मैं कभी भी अपने पिछले जन्म के हत्यारों का पता नहीं लगा पाऊंगा ऐसा सोचते सोचते ही दौड़ते वक्त उसकी आंखें थकान की वजह से बंद होते जा रहे थे तभी वह हीरो से बने पर्वतों पर अचानक से कंपन उत्पन्न हो जाता है वह सारे के सारे पर्वत अचानक से ऊपर नीचे होने लगते हैं और एक औरत की जोर से आवाज आती है कौन है वह पापी जिसने मेरे इलाके में आने की हिम्मत की है उस औरत के इतना कहते ही उन्हें हीरे से बने पर्वतों का आकार एकदम से बदलना चालू होता है सारे के सारे पर्वत ऊपर नीचे होकर उनका एक विशिष्ट आकार में परिवर्तन होने लगता है पहले से ही गर्व और केदार काफी थके हुए थे और उन पर से इन पर्वतों पर अचानक कंपन उत्पन्न हो जाने से वह दोनों भी दौड़ते दौड़ते नीचे गिर जाते हैं केदार तो अब तक पूरी तरह से बेहोश हो गया था पर गर्व अभी तक बेहोश नहीं हुआ था उसकी थोड़ी आंखें खुली होती है वह जमीन पर पड़े पड़े ही देखता है कि इन सारे हीरे से बने पर्वतों का आकार चमत्कारिक ढंग से ऊपर नीचे हो कर बदलते जा रहा था पर इन हीरे वाले पर्वतों के बाजू में मौजूद कोहरे वाले पर्वतों पर उसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ रहा होता है आकार तो सिर्फ इन हीरे से बने पर्वतों का ही बदल रहा होता है जहां पर वह हत्यारे भाग रहे थे उनकी नीचे जमीन पर एक गड्ढा बनते जा रहा था और वह सारे हत्यारे उन गड्ढों में गिरकर गायब होते जा रहे थे वह जिस गुफा से यहां पर आए थे उस गुफा के प्रवेश द्वार पर एक हीरे से बना दरवाजा अपने आप लग जाता है जिससे कि कोई यहां से बाहर ना जा सके और ना ही बाहर से अंदर आ सके वह दरवाजा दूर से ही काफी तेज रोशनी से चमक रहा होता है जो हत्यारे गड्ढे में गिरते जा रहे थे उनकी बाद में चीखे भी सुनाई दे रही थी वह सब मरते जा रहे थे गर्व को लगा कि अब तो उसका भी वक्त पास में आ गया है और वह भी अपनी आंखें बंद कर लेता है पर आश्चर्य की बात तो यह होती है काफी देर होने के बाद भी उसको कुछ नहीं हुआ है वह जैसे ही नीचे गिरा था वह एक हीरे से बने पारदर्शी कमरे में पहुंच जाता है जिससे कि बाहर की चीजें देखी जा सकती है वह अपने कमरे के बाहर देखता है तो उसे केदार भी एक पारदर्शी कमरे में दिखाई देता है उसे तो आश्चर्य हो रहा था कि आखिर वह और केदार अभी तक जिंदा कैसे हैं उसने तांडव कबिले के हत्यारों की चीखे सुनी थी वह गड्ढे में गिरते ही मरते जा रहे थे अचानक वह दोनों जिस कमरे में थे वह कमरे हिलने लग जाते हैं और सामने की तरफ बढ़ने लगते हैं इस कमरे के बाहर के नजारे को देखकर तो गर्व की आंखें ही चौंधिया गई थी इतना अद्भुत नजारा तो उसने अपने पिछले जन्म में भी नहीं देखा था उसे ऐसा लग रहा था कि वह किसी पूरी तरह से हीरे से बने महल के अंदर है उस महल के नजारे को देखकर उसकी बेहोशी छूमंतर हो गई थी और उसके शरीर में अभी भी काफी कमजोरी होती है वह सिर्फ अपने सिर को हिला पा रहा था और आजू बाजू का नजारा देख पा रहा था पर वह अपने हाथ पैरों को बिल्कुल भी हिला नहीं पा रहा था वह दो कमरे सामने की तरफ बढ़ते जा रहे थे वह जिस महल में थे वहां पर गर्व और केदार के दो कमरों के बिना बाकी कुछ भी नहीं होता है वहां पर किसी भी आदमी या औरत का कोई भी नामोनिशान नहीं होता है वहां पर बस एक छन छन कर कर पायल की आवाज आती जा रही थी वह जिस महल से गुजर रहे थे वहां की सारी दीवारें हीरे की बनी होती है और वह बहुत ही तेज रोशनी से चमक रही होती हैं साथ ही उन दीवारों पर अलग-अलग रत्नों से निर्मित नक्काशी भी की हुई थी सारे अलग-अलग रंगों से वहां पर चित्रकारी की हुई थी और वह चित्र चमकते जा रहे थे उस महल में ऊपर की तरफ कई सारे झुंबर लगे थे यहां पर किसी दिए की बजाएं बड़े-बड़े लाल रंग के हीरे लगे हुए थे जो कि सारे महल को रोशन करते जा रहे थे वह दो कमरे सामने की तरफ बढ़ते जा रहे थे और एक 100 फीट ऊंचे दरवाजे के सामने जाकर रुक जाते हैं यह बहुत ही भव्य दिव्य ऐसा दरवाजा होता है इस दरवाजे के 2 हिस्से होते हैं और इन दो हिस्सों में दो सांपों की आकृति बनी हुई थी और वह दो सांप एक महिला के सामने प्रणाम करते हुए दिखाई दे रहे थे यह महिला देखने में बहुत ही सुंदर दिख रही थी गर्व समझ गया कि यह वही महिला है जीसकी उसे पहले आवाज आई थी और वही इस जगह की असली मालिक है थोड़ी देर में पायल की आवाज तेज होती जाती है उसकी आवाज पूरे महल में घूमते जा रही थी और थोड़ी देर बाद वह आवाज शांत हो जाती है अब यहां पर चारों तरफ सन्नाटा फैल गया था चारों तरफ सन्नाटा फैलते ही वह दरवाजा धीरे-धीरे करके खुलने लगता है और वह दो कमरे जिनमें गर्व और केदार होते हैं वह उस दरवाजे के अंदर जाना चालू होते हैं वह दो कमरे उस दरवाजे के अंदर जाते ही वह दरवाजा अपने आप ही अंदर से बंद हो जाता है उस दरवाजे के उस पार कुछ भी नहीं था कुछ भी मतलब कुछ भी नहीं यहां पर सिर्फ दो ही हीरे से बने कमरे होते हैं जहां पर गर्व और केदार बंद थे और बाहर सारी तरफ सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा था काला अंधेरा गर्व को लगा कि अब वह सारी जिंदगी बस इस घने काले अंधेरे में ही बिता देगा उसे यहां पर बंदी बना लिया गया है क्या यही उसकी इन पर्वतों पर आने की सजा थी क्या वह इस जगह से कभी निकल नहीं पाएगा क्या वह अपने पिछले जन्म की सच्चाई का कभी पता नहीं लगा पाएगा यह सोचकर उसके आंखों में आंसू आने लगते हैं और तभी उसके सामने की तरफ पारदर्शी कमरे के उस पार एक नीली आकृति धीरे-धीरे करते हुए आकर लेने लगती है यह देखकर गर्व अपने आंसू पोंछ कर उस तरफ देखने लग जाता है वह नीली आकृति धीरे-धीरे करके पूरी होते जा रही थी जैसे जैसे वह नीली आकृति पूरे होती जा रही थी वैसे वैसे वह जिस कमरे में बंद होता है उसकी रोशनी कम होती जा रही थी वह इतनी कम हो जाती है कि वहां पर उस अंधेरे में सिर्फ गर्व के शरीर पर ही प्रकाश पड़ रहा होता है और साथ ही केदार के ही सिर्फ शरीर पर ही प्रकाश पड रहा था और वह सामने की नीली आकृति अपना पूर्ण रूप ले रही थी वह नीली आकृति एक सिंहासन का रूप लेती है जैसे ही वह सिंहासन की आकृति पूरी होती है वहां पर ऊपर से पायल की आवाज आना चालू होती है गर्व ऊपर की ओर देखता है तो उसे दिखता है की एक सुंदर स्त्री नीले कपड़े पहने हुए ऊपर से नीचे की तरफ आती जा रही है उसको देख कर गर्व की आंखें ही चौंधिया जाती है उसने आज तक अपने पिछले जन्म में भी इतनी सुंदर खूबसूरत स्त्री नहीं देखी थी उस स्त्री का तेज कुछ और ही होता है वह बहुत ही दिव्य और तेजस्वी श्स्त्री लग रही थी और वह धीरे-धीरे ऊपर से नीचे आते जा रही थी और वह नीचे आकर आखिर में सिंहासन पर विराजमान हो जाती है उस स्त्री को देखकर तो गर्व अपना होश ही खो बैठा था और उसकी तरफ बस देखते ही जा रहा था