chapter 35

गर्व लगातार पीठ पर धसे चाकू को पकड़कर इधर होकर अपना बचाव करते जा रहा था इसके कारण उसकी पीठ पर लगा घाव लगाकर बड़ा होता जा रहा था गर्व को याद आता है कि इसको घायल करना नहीं है बल्कि जान से मारना है ये घायल होकर बेहोश हो गया तो मुसीबते फिर से बढ़ जाएगी यह सोचकर वह चाकू को वहां से निकाल देता है और एक पक्षी के गर्दन को पकड़कर फिर से नीचे जमीन पर आ जाता है गर्व के इस युद्ध करने की क्षमता को देखकर सारे सैनिक सन्न रह गए थे साथ ही वह गर्व से काफी प्रभावित भी हो गए थे उस पक्षी की मदद से गर्व जैसे ही नीचे आता है वह उस पक्षी की गर्दन को अपने हाथ से एक ही झटके में मरोड देता है और वह चीची करते हुए मर जाता है उसके नीचे आते ही सारे सैनिक और वीरसेन गर्व के आजू-बाजू इकट्ठा होते हैं उन सैनिकों में से भी कोई कोई सैनिक मारे गए थे उनकी संख्या पहले से कम होती है बाकी सैनिकों के साथ-साथ वीरसेन भी अब गर्व के पीठ के पीछे खड़े हो जाते हैं और वह सारे आसमान में मंडराते हुए उस पक्षी के नेता की तरह देखने लग जाते हैं यह देखते ही वह पक्षियों का नेता है एक जलती हुई ऊंची इमारत पर जाकर बैठता है वह भी अभी तक घायल हो चुका था वह पक्षियों का नेता उस इमारत के ऊपर बैठते ही सारे पक्षी भी इमारतों की छतों और बालकनी और इमारतों की दीवारों पर बैठ जाते हैं वह पक्षियों का नेता और गर्व आंखों में आंखें डाल कर एक दूसरे की तरफ देखे जा रहे थे दोनों की भी आंखों में अग्नि जल रही होती है तभी गर्व ने अभी-अभी चीज बाज पक्षी को मारा था उसकी लाश के ऊपर उस पक्षों के नेता की आंखों में देखते हुए थूक देता है और उसका सर अपने पैरों से किसी टमाटर की तरह कुचल देता है यह देखकर वह पक्षियों का नेता चीचि आवाज करते हुए चिखना चालू कर देता है वह इतने जोर से चीखता है कि आजू बाजू मौजूद सारे इमारतों की कांच से बनी खिड़कियां टूट जाती हैं उसके चिखते ही वहां पर मौजूद सारे बाज पक्षी उन सैनिकों की तरफ उड़ान भर देते हैं और वह सैनिक भी उन बाज पक्षी की तरह दौड़ पड़ते हैं गर्व इन सारे पक्षी की चिंता किए बिना उस इमारत की छत पर शान से बैठे पक्षियों के नेता के तरफ दौड़ पड़ता है अपने दोनों तलवार का इस्तेमाल करते हुए गर्व अपने आने वाले हर पक्षी को काटते जा रहा था और तेजी से उस पक्षीयो के नेता की तरफ दौड़ते जा रहा था वह जल्द ही उस इमारत के नीचे आ गया था जहां पर वह पक्षियों का नेता बैठा हुआ था उसके वहा नीचे आने पर भी वह पक्षीयो का नेता शांति से वहा पर बैठा हुआ था वह वहां से तनिक भी नहीं हिलता है यह देखकर गर्व पूरी तेज गति से उस इमारत की दीवार पर दौड़ कर ऊपर जा रहा था जिस इमारत पर वह पक्षियों का नेता बैठा हुआ था गर्व उसके करीब जाने ही वाला होता है तभी वह पक्षियों का नेता वहां पर से एक झटके में उड़ जाता है उसके पंख फड़फड़ाने से वहां पर की दीवारों में दरारें आ गई थी वह आसमान में उड़ कर गर्व की तरफ देख कर ची ची की आवाजें निकाल रहा था तू वह तो गर्व को चिढा रहा था तुम्हें कैसा चुतीया बनाया तुम्हें चुतीया बना कर बहुत मजा आया गर्व उसके चिढ़ाने को समझ जाता है और वह जल्दी से वह नहीं रुकते हुए एक इमारत के अंदर चला जाता है गर्व को जाते हुए देख कर वह पक्षियों का नेता हड़बड़ा जाता है अपनी चिढ़ाने वाले बकरे को ऐसे गायब होते हुए देखकर उसको अच्छा नहीं लगता और वह बाकी पक्षियों को पक्षियों की भाषा में उसके पीछे जाने के लिए कहता है वह पक्षियों का नेता नीचे जमीन पर उतरने की बिल्कुल भी हिम्मत नहीं करता और वह लगातार आसमान में ही उड़ते रहता है और नीचे जमीन का निरीक्षण करने रहता है उस पक्षी का आदेश पाकर बाकी की पक्षी गर्व की खोज करने के लिए वहां मौजूद इमारतों के अंदर जा रहे थे इसका फायदा उठाकर गर्व उन पक्षियों को एक-एक करके मारते जा रहा था कोई कोई पक्षियों को वह सिर्फ उनके हाथों में चाकू फंसा कर उनको दीवारों पर टांगते जा रहा था जिससे कि वह चीखते रहे और उनकी चीख पूरे वातावरण में फैल जाए वह जानबूझकर यह कर रहा था जिससे कि उस पक्षियों के नेता को गुस्सा आ जाए और वह गुस्से में कुछ गलत काम करते और इसी गुस्से का फायदा उठाकर गर्व उसको मृत्युलोक भेज दे गर्व कहीं सारे पक्षियों को चाकू की मदद से दीवार पर टांगते जा रहा था और वह बाकी के सैनिकों को भी यह सख्त हिदायत देता है कि इन्हें मारना नहीं है बस इनकी चीखे पूरे आसमान में गुंजनी चाहिए और वह बाकी के सैनिक भी ऐसा ही करते हैं वह भी साथ मिलकर कई सारे पक्षियों को चाकू भालो और तलवारों की मदद से दीवारों पर गाड़ना चालू कर देते हैं उनकी सारी चीखे पूरे आसमान में गूंज जाती है पर आश्चर्य की बात तो यह होती है कि इतनी सारी चीखों के बावजूद भी वह पक्षियों का नेता बिल्कुल भी जमीन पर आता नहीं और आसमान में ही उड़ते रहता है और पक्षियों की भाषा में बाकी पक्षियों से ऊंची आवाज में बातें करते रहता है इसके बाद सारे पक्षी फिर से आसमान में उड़ जाते हैं यह समझ कर कि वह पक्षियों का नेता उसकी चाल में नहीं आने वाला तो वह गर्व फिर से सारे सैनिकों को इकट्ठा करके फिर से जमीन पर आ जाता है वह गर्व और बाकी के सैनिक इमारतों के बीच में एक रास्ते पर खड़े होते हैं उन पर उन पक्षियों के नेता के साथ साथ सारे पक्षियों की भी नजर पड़ती है तभी कुछ सैनिक इमारतो के अंदर जाकर कुछ पक्षियों को पकड़कर बाहर आते हैं और उन पक्षियों के नेता के सामने अपने आजू-बाजू बने दीवारों पर चाकू से लटकाना चालू करते हैं वह यह काम लगातार करते जा रहे थे गर्व ने पहले ही सारे सैनिकों को ऐसा करने के लिए कहा था और वह वैसा ही करते जा रहे थे इस सारे वक्त गर्व उस पक्षियों के नेता की आंखों की तरफ गुस्से से देखते रहता है जल्द ही वह आजू-बाजू के सारे दीवारों पर पक्षियों को चाकू से टांग दिया जाता है और वह सारे हत्यारे पक्षी दर्द के मारे चीखते जा रहे थे फिर वह सैनिक एक-एक करके उन पक्षियों का गला काटते जा रहे थे वह जैसे-जैसे उन पक्षियों का गला काट रहे थे वैसे वैसे उनकी आवाज शांत होते जा रही थी वह सैनिक सारे पक्षीयो का गला एकदम से नहीं काटते हैं वह जब भी एक पक्षी का गला काटते वह उस पक्षियों के नेता की तरफ देखते जाते उसकी तरफ देखने के बाद वो फिर एक पक्षी का गला काटते फिर वह सैनिक उस पक्षियों के नेता की तरफ देखते यह काम वह सैनिक लगाकर करते जा रहे थे यह सारा नजारा देखकर वह सारे बाज पक्षी गुस्से के मारे चीचीयाना चालू करते हैं भले ही उनके नेता का कोई भी आदेश हो पर अपने भाइयों को ऐसा मरते हुए वह पक्षी बिल्कुल भी देख नहीं सकते थे वह सारे के सारे पक्षी गुस्से के मारे पागल हुए जा रहे थे थोड़ी देर बाद गर्व अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए उस पक्षियों के नेता की तरफ देखता है यह कोई आलिंगन देने के लिए हाथ नहीं उठे थे बल्कि वह उन पक्षियों को और उन पक्षियों के नेता को हाथ उठाकर यह बता रहा था कि आओ और हमें रोक कर दिखाओ दम है तो हमें रोक कर दिखा दो यह देखकर तो किसी आदमियों के नेता के लोग भी अपने नेता की नहीं सुनेगा पर यहां तो एक पक्षियों का नेता है वह कैसे अपने नेता की सुन सकते हैं गर्व को देखकर सारे पक्षियों के गुस्से का पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है उनको अब खुद पर नियंत्रण करना मुश्किल होते जा रहा था और वह सारे के सारे उन सैनिकों की तरफ आसमान की ऊंचाई से ही जमीन पर छलांग मार देते हैं यह देख कर सारे सैनिक वहां पर मौजूद ऊंची इमारतों के अंदर चले जाते हैं यह देखकर वह सारे पक्षी तीतर बितर होकर उन सारे सैनिकों की तरफ बढ़ जाते हैं और गरबा अपने हाथ में तलवार लेकर उस पक्षियों की नेता की तरफ तेज गति से बढ़ते जाता है वह इमारत की दीवारों पर तेज गति से दौड़ रहा होता है और एकदम से वह उस पक्षियों के नेता की तरफ छलांग मार देता है और वह उस पक्षियों के नेता की तरफ पहुंच पाता उसके पहले ही आसमान में ही गर्व को एक बाज पक्षी पकड़ लेता है भलेह गर्व के वजह से कई सारे पक्षियों ने अपना आपा खो दिया था परंतु वहां पर अभी भी ऐसे पक्षी थे जो कि उस पक्षियों के नेता के आदेश को मान रहे होते हैं उनका अभी भी अपने आप से संतुलन खोता नहीं है और वह पूरी तरह से उस पक्षोंयो के नेता के आदेशों का पालन कर रहे थे वह पक्षी गर्व को हवा में ऊपर की तरफ लेकर जाता है वह पक्षी गर्व को बादलों के भी ऊपर लेकर जाता है यहां पर हवा काफी कम होती है और यहां पर बादल भी मंडरा रहे होते हैं तभी गर्व के कुछ दूरी पर वह पक्षियों का नेता उड़ते हुए आता है और वह हवा में ही एक जगह स्थिर हो कर गर्व के तरफ देखने लग जाता है इस पक्षी के मुंह पर काफी घमंड के भाव दिखाई दे रहे थे मानो उसने कोई बड़ी मछली अपने जाल में फंसा ली हो उसके साथ साथ बाकी के भी उसके वफादार पक्षी उसके आजू बाजू बादलों में मंडराते रहते हैं वह पक्षियों का नेता गर्व को पकड़े हुए पक्षी को इशारा करता है उसके इशारा करते ही वह अपने पंजों को गर्व के कंधों पर घुसाना चालू करता है तभी गर्व दर्द के मारे जोर जोर से चीखना चालू करता है जीसे सुनकर उस पक्षियों के नेता की चेहरे पर अजीब सी खुशी का भाव आ जाता है और वह आराम से हवा में एक जगह पर स्थिर हो जाता है तभी दर्द से चीखते हुए गर्व जोर से चीखता है आज नहीं इतना कहकर वह अपने हाथ में तलवार को वहां अपने सर के ऊपर के पक्षी की तरफ चला देता है और साथ में वह अपने सामने हवा में एक बर्फ की दीवार बना लेता है क्योंकि यहां पर तापमान कम होता है इसीलिए वह बर्फ की दीवार मजबूती यहां पर ज्यादा होती है इस पक्षी को मारते ही गर्व आपने सामने की तरफ की दीवार पर पैर रखकर उस पक्षियों के नेता की तरफ छलांग मारता है पक्षी को मारने से लेकर बर्फ की दीवार से छलांग मारने का काम गर्व सेकेंड से भी कम वक्त में करता है उसने पलक झपकते ही यह दोनों काम किए थे और वह अब उस पक्षियों के नेता की तरफ बढ़ने लगता है गर्व के अचानक से हुए इस हमले की वजह से वहां मौजूद सारे पक्षी हड़बड़ा जाते हैं