यहां पर कोई कोई सुरंग खाली पड़ी हुई थी वहां पर उन खाली सुरंगों को देखकर गर्व चुपके से बिना किसी भी भेड़िया मानव की नजर में आते हुए उस सुरंग में प्रवेश कर जाता है और एक साफ जगह देख कर बैठ जाता है गर्व को समझ नहीं आ रहा था कि यह तांडव कबीला तो एक हत्यारों का समूह है पर इनके पास इतने सारे हत्यारे कैसे आ रहे थे साथ ही साथ उनके पास हजारों की तादाद में भेड़िया मानव भी थे यह पूरी सुरंग खत्म हो जाएगी पर इन भेड़िया मानवो की तादाद कम नहीं होगी इनकी संख्या भरतपुर की लोकसंख्या से भी ज्यादा हो सकती है पर यह हत्यारे इतनी सारी संख्या में लोगों को लाते कहां से यह बात उसके समझ के परे थी और तभी उसे कुछ याद आ जाता है और वह वैज्ञानिक विक्रांत को स्टोरेज रिंग के बाहर निकालता है स्टोरेज रिंग के बाहर निकलकर वह अपने आजू-बाजू देखने लगता है उसे पता चला कि वह कारागार में नहीं बल्कि दूसरे किसी जगह पर है और यहां पर बहुत ही गंदी बदबू आ रही होती है वह गंदी बदबू को सूंघने के आदि नहीं होता है इसलिए वह तुरंत ही उल्टी कर देता है जिससे कि उसकी पी हुई शराब सारी मुंह के जरिए बाहर आ जाती है थोड़ा ठीक होने के बाद वह गर्व से पूछता है यह कौन सी जगह है कारागार तो नहीं है और यह गंदी बदबू किसकी आ रही है गर्व फिर तुरंत ही अपने स्टोरेज रिंग में से नीली ऊर्जा के यंत्र को बाहर निकालता है इसको देखकर उस वैज्ञानिक के होश उड़ जाते हैं वह गर्व की तरफ देखकर कहता है यह तो नामुमकिन है कोई भी मांय का लाल इस यंत्र को अपने जगह से नहीं निकाल सकता मैंने इस यंत्र को खुद बनाया था फिर गर्व उससे कहता है पहले तो तुम अपना छुरी की तरह चलने वाला मुंह बंद करो और अगर तुमने इस वक्त मेरी मदद नहीं की तो तुम्हारी मेरी तुम्हारे परिवार की यहां तक की है सारे राज्य की जनता की जान खतरे में आ जाएगी यहां तक कि यह हत्यारे हमारे पूरे के पूरे राज्य का नामोनिशान भी इस दुनिया से मिटा देंगे कोई याद भी नहीं रखेगा कि इस दुनिया में कोई भरतपुर नाम का राज्य था इसके बाद वह वैज्ञानिक अपना मुंह बंद करके गर्व के बातों को ध्यान से सुनने लग जाता है वहीं दूसरी तरफ जमीन के ऊपर घमासान जंग जारी थी तांडव कबीले के हत्यारे और भरतपुर राज्य के सैनिक एक दूसरे को मारते काटते जा रहे थे यह जंग तो अब आम लोगों के रहने की जगह तक पहुंच गई थी वह हत्यारे लोगों के घरों में घुसे जा रहे थे और वहां पर की सुंदर स्त्रियों कुमारी बालिकाओं को उठाकर भागे जा रहे थे साथ में वह कई सारे सोने चांदी के आभूषण और स्वर्ण मुद्रा को भी लूटे जा रहे थे यह देखकर केंद्रीय सैनिक विद्यालय के छात्र-छात्राएं और उनके गुरु उन हत्यारों के तरफ दौड़ पड़े वह सारे उन हत्यारों को मुकाबला तो नहीं कर सकते थे पर वह इस वक्त अपनी जान की परवाह किए बिना उन हत्यारों से मुकाबला करते जा रहे थे उन हत्यारों को अब लोगों के घरों में घुसकर लूटते हुए देखकर बाकी राज्य की जनता भी एकत्रित हो गई वह हत्यारे दूसरों के घरों को लूट सकते हैं तो वह उनके भी घरों को लूट सकते हैं वह सारे राज्य की जनता अपने हाथ में जो भी हथियार मिलते जाते उनका उपयोग करते हुए वह उन हत्यारों के तरफ दौड़ पड़े वह तेजाब मिर्ची का बारीक चुरा उन हत्यारों की तरफ फेंकने लगे ऊंचाई पर मौजूद लोग अपने घरों से उन हत्यारों के तरफ ज्वलनशील पदार्थ फेंकने लगे थे अब इस युद्ध में राज्य की आम जनता भी शामिल हो गई थी सारे लोह मानव मिलकर जिनकी तादाद हजार से भी ज्यादा होती है वह जमीन पर बने 2 किलोमीटर बने लंबे छेद के आजू-बाजू जमा हुए होते हैं और वह किसी भी भेड़िया मानव को जमीन के ऊपर आने नहीं दे रहे थे वह उनको जमीन के ऊपर आने के पहले ही काट कर मार देते जा रहे थे और वह वहां से मर कर नीचे गहरे गड्ढे में गिरते जा रहे थे साथ में गर्व के समर्थक लोह मानव भी उस गड्ढे के अंदर रहकर लगातार उन भेड़िया मानव को मारते जा रहे थे इस वक्त तक तांडव कबीले के हत्यारे और भरतपुर राज्य के भी कई सारे सैनिक मारे गए थे पर उस नीली उर्जा की सुरक्षा कवच के पार अभी भी लाखों की तादाद में हत्यारे दिख रहे थे जहां देखो वहां पर तांडव कबीले के हत्यारे काले कपड़े को पहने हुए दिख रहे थे ऐसा लग रहा था मानो इस पूरी दुनिया में सारी जगह सिर्फ तांडव कबीले के हत्यारे ही है और वह सारे भरतपुर राज्य के सैनिकों को मारने वाले हैं उन सारे हत्यारों ने तो अपने शरीर पर काले कपड़े पहने हुए होते है और वह हाथों में तलवार लेकर खड़े होते हैं और वह तलवार को हाथ में लेकर नाच रहे होते हैं मानो की उन्हें शिकार करने में बहुत ही ज्यादा मजा आता है उनके तलवार के लहराने से वहां की जमीन पर पूरी तरह से चांदी जैसी चमक छा जाती है इस वक्त तो सारे लोहमानव मिलकर किसी भी भेड़िया मानव को जमीन के बाहर नहीं आने दे रहे थे अगर वह जमीन पर आ जाते हैं और किसी को काट लेते जो जमीन पर चारों तरफ भेड़िया मानव की फौज बन जाती है और पूरा भरतपुर शहर एक शमशान में बदल जाता और तभी अचानक से वहां पर भेड़िया मानव की संख्या एकदम से बढ़ गई जमीन के छेद की दीवार पर हर हर एक जगह पर भेड़िया मानव ही भेड़िया मानव दिखाई देने लगे उन्होंने वहां पर मौजूद गर्व के समर्थक लोह मानव को पकड़कर नीचे गहरे गड्ढे में फेंक दिया और वह सारे मिलकर तेजी से ऊपर की तरफ आने लगे वह तादाद में इतने ज्यादा हो गए कि उन लोह मानवो को भी उन्हें संभालना मुश्किल हो गया वह भेड़िया मानव लोह मानवों को पकड़ पकड़ कर नीचे फेंकते जा रहे थे और वह खुद ऊपर की ओर जमीन पर आते जा रहे थे अगर यह जमीन पर आ गए तो परिस्थिति बहुत ही मुश्किल हो जाएगी राजा की इस परिस्थिति पर नजर पड़ गई थी वह कालीचरण के साथ लड़ते-लड़ते नीचे आते हैं कालीचरण भी राजा की इस रणनीति को समझ गया वह उन्हे आसमान में ही रहने के लिए मजबूर करते जा रहा था तभी एक भेड़िया मानव जमीन पर आ ही गया ऊपर आते ही उसने एक सैनिक को उठाकर उसके गर्दन पर अपने दांत काट दिए और उसे दूसरी तरफ फेंक दिया इसके बाद वह दूसरे सैनिक की तरफ लपका उसको ही उस भेड़िया मानव ने गर्दन पर काट दिया और उसको भी ऐसे बाजू फेंक दिया जैसे कि वह कोई कागज का टुकड़ा हो इसके बाद वह बाकी के सैनिकों की तरफ लपक पड़ा उसके पीछे पीछे कई सारे भेड़िया मानव भी जमीन के ऊपर आ गए थे और वह भी सैनिकों के गर्दन पर अपने दांतों को गाडना चालू करते हैं वहां पर और भेड़िया मानव को आते हुए देखकर वहां मौजूद राज्य की सामान्य जनता जोकि हत्यारों से लड़ रही थी उन्हे तो अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि इस दुनिया में सच में भेड़िया मानव मौजूद हो सकते हैं उन्होंने देखा कि वह बहुत ही ताकतवर है वह सैनिकों को मार नहीं रहे थे वह उन्हें बस काट रहे थे उनके काटने के थोड़ी देर बाद वह खुद भी भेड़िया मानव में बदलते जा रहे थे और वह भेड़िया मानव भी दूसरे सैनिकों को काटे जा रहे थे वह लोग खुद को किसी भेड़िया मानव में बदलते हुए नहीं देख सकते थे वह लोग उन हत्यारों को मारना छोड़ कर वापस अपने घर की ओर भागने लगे इसका फायदा उठाकर वह हत्यारे वापस से उन भागते हुए लोगों के पीछे पड़ गए खासकर औरतो और किशोर युवतीयो के राजा भी इस वक्त नीचे उतरकर उन भेड़िया मानवो को मारना चाहता था पर कालीचरण उन्हें नीचे उतरने का कोई भी मौका नहीं दे रहा था अगर वह राजा वीर प्रताप सिंह जरा भी अपनी जगह से हटा दो उसी समय का फायदा उठाकर कालीचरण वीर प्रताप सिंह को मार देता भेड़िया मानव को जमीन पर आता हुआ देखकर राज्य के सैनिकों में भगदड़ मची मची हुई थी कोई भी खुद को किसी भेड़िया मानव में बदलते हुए नहीं देख सकता था वह सैनिक वहां से भागने लगे और उनके पीछे-पीछे वह भेड़िया मानव भी भागने लगे इसके साथ तांडव कबीले के बाकी के हत्यारे भी शहर के अंदर तेजी से प्रवेश करते जा रहे थे और राज्य की जनता की हत्या करते जा रहे थे वहां की परिस्थितियां एकदम से पलट चुकी थी यही हमारा अंत है राजा मन ही मन में सोचता है हे भगवान मेरी मदद करो और हमें इस मुश्किल परिस्थितियों में रास्ता दिखाओ राजा कालीचरण के साथ लड़ते हुए मन ही मन में भगवान से प्रार्थना कर रहा था तभी उस 2 किलोमीटर गहरे गड्ढे में सी नीली रोशनी दिखने लग जाती है और वहा ऊपर की ओर चढ़ रहे सारे भेड़िया मानव नीचे की ओर गिरना चालू होते हैं उस नीली रोशनी को देखकर राजा सोचता है अब यह क्या हो रहा है यह कौन सी नई बला है साथ ही वह मन ही मन मैं भगवान से यह प्रार्थना कर रहा होता है कि हे भगवान हमको इस मुश्किल परिस्थिति से बचा लो हमें यहां से रास्ता दिखाओ वह नीली रोशनी उस गड्ढे से धीरे-धीरे करके ऊपर आते जा रही थी वह जैसे जैसे ऊपर आते जा रही थी वहां मौजूद सारे भेड़िया मानव नीचे गड्ढे में गिरते जा रहे थे जल्दी वह नीली रोशनी जमीन के ऊपर आ जाती है वह नीली रोशनी एक एक लोह मानव होता है जिसके पूरे शरीर पर नीली रोशनी फैली हुई थी वह लोह मानव ऊपर आते ही वह अपना हाथ आगे करता है और उसके हाथ में से एक के बाद एक 13 लोह मानव बाहर निकलते हैं और वह सारे लोह मानव वहां मौजूद भेड़िया मानव की तरफ अपनी तलवार लेकर दौड़ पड़ते हैं वह जो नीली रोशनी में लपेटा हुआ लोह मानव होता है वह गर्व ही होता है जब वह भेड़िया मानव ने उन लोह मानवों को ऊपर से नीचे फेंक दिया था तो गर्व ने उन नीचे गिर रहे लोह मानवो को अपने स्टोरेज रिंग में भेज दिया था इस वक्त गर्व जिस लोह मानव के अंदर था उसके पूरे कवच पर नीली रोशनी चमकते जा रही थी साथ ही उस लोह मानव के कवच पर 100 से ज्यादा चाकू फंसे हुए होते हैं और उन चाकुओं में से लगातार एक नीली रोशनी गोली की तरह निकलती जा रही थी गर्व चाकूओ को अपनी जादुई शक्ति के द्वारा नियंत्रित कर रहा था उस चाकूओ में जो भी नीली रोशनी की गोली निकलती जा रही थी वह सीधे जाकर एक तांडव कबीले के हत्यारे के गले पर लगते जा रही थी जिससे कि उस हत्यारे का सर धड़ से अलग होते जा रहा था उन चाकुओं में से लगातार नीली ऊर्जा की गोलियां निकलते जा रही थी एक सेकेंड के अंदर एक चाकू में से दो गोलियां निकलते जा रही थी और वह हर एक गोली एक हत्यारे के सर को धड़ से अलग करते जा रही थी वहां पर तेजी से धड़ाधड़ तांडव कबीले के हत्यारों के सर कट कर हवा में उछलते जा रहे थे यह देखकर वह भेड़िया मानव गर्व की तरफ दौड़ पड़े गर्व भी उनकी तरफ दौड़ पड़ा पर वह सारे भेड़िया मानव गर्व की इस नई शक्ति का मुकाबला नहीं कर सकते थे वह सारे के सारे एक झटके में मारे जा रहे थे यह देखकर वहां पर बाकी के मौजूद लोह मानवों में एक नया जोश आ गया वह फिर से जमीन पर बने गड्ढे की ओर बढ़े और उन्होंने बाहर आ रहे भेड़िया मानव को मारना चालू कर दिया