इन चाकुओं में से 1 सेकंड में 2 निली ऊर्जा की गोलियां निकलती जा रही थी यानी कि 1 सेकंड में गर्व 600 भेड़ियामानव का शिकार कर रहा था जो भी भेड़िया वाला इन निली ऊर्जा की गोलियों से बच जाता उनका काम नीचे खड़े लोह मानव तमाम करते जा रहे थे गर्व के साथ राजा के पक्षी को देखकर उन लोह मानव में मौजूद सैनिकों में नया जोश आ गया था उन्हें जब लगा कि गुफा के दरवाजे बंद होने के बाद गर्व बहुत देर बाद भी बाहर नहीं आया है तो गर्व को अंदर ही कालीचरण ने मार दिया होगा उन्हें उम्मीद नहीं थी कि गर्व गुफा से सही सलामत बाहर आ पाएगा उनके हजार में से 100 के करीब सैनिक भेड़िया मानव में परिवर्तित हो गई थे वह भी खुद का बचाव करना चाहते थे उन्हें पता था कि वह भी आज नहीं तो कल भेड़िया मानव में परिवर्तित हो ही जाएंगे पर वह एक सैनिक थे वह जंग का मैदान छोड़कर भाग कैसे सकते थे इसलिए वह यहां पर अपनी आखिरी सांस तक भेड़िया मानव से मुकाबला करते जा रहे थे पर उन्होंने अपनी जीतने की उम्मीद गवा दी थी पर उन्होंने जैसे ही गर्व को राजा के पक्षी की के साथ इतने सारे भेड़िया मानव का एक साथ सफाया करते हुए देखा उन् मे फिर से एक नए जोश का संचार हुआ और वह फिर से अपनी तलवार के साथ उन भेड़िया मानव पर टूट पड़े जो भी भेड़िया मानव गर्व की नीली ऊर्जा की गोलियों से बच जाता था या फिर मारा नहीं जाता उनका सर लोह मानव अपनी तलवार से अलग करते जा रहे थे 1 मिनट के अंदर अंदर वहां पर हजारों भेड़िया मानव मारे गए थे उनके सर कट कर लगातार हवा में उड़ते जा रहे थे जंग के मैदान का नजारा 1 मिनट के अंदर बदल चुका था पहले तो उन भेड़िया मानव को लगा कि यहां सारे लोह मानव तो आज उनके शिकार हो ही जाएंगे पर सारा नजारा 1 मिनट में बदल गया पहले तो उन्हें अपने लाखों की संख्या की तादाद का बहुत घमंड हो रहा था और उन्हें लगा कि आज का दिन तो बस उन्ही का है पर एक साथ इतने हजारों भेड़िया मानव को 1 मिनट के अंदर मारे जाते हुए देखकर उनके मन में डर बैठने लगा उनके पाव अपनी जगह पर ही ठिठक गए वह आखे फाड़ फाड़ कर गर्व और राजा की पक्षी की तरफ् और उन लोह मानव के तरफ देखे जा रहे थे उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह अपनी और लाखों की तादाद से उन पर हमला करें या फिर वहां से भाग जाए कई सारे भेड़िया मानव तो गुफा की लाल दरवाजे की तरफ जमा होने लगे वह बाहर से लगातार आवाज देते जा रहे थे कि दरवाजा खोलो दरवाजा खोलो हमें अंदर आने दो पर उस गुफा के अंदर कुछ भी हलचल नहीं हो रही थी वह भेड़िया मानव देखते हैं कि गुफा के अंदर चारों तरफ शांति ही शांति थी वहां पर कोई भी मौजूद नहीं था यह देखकर वह सारे भेड़िया मानव निराश हो गए उन्हें तो पक्का आज मरने का पूरा यकीन होने लगा गर्व और वहां मौजूदलोग मानवो ने उन भेड़िया मानवो के मानसिक परिस्थिति का पुरा अंदाजा लग गया वह भले ही एक हारते हुए सेना के सिपाही हो पर वह भेड़िया मानव थे वह दूसरों को भी भेड़िया मानव में परिवर्तित कर सकती थे उनके ऊपर कोई भी दया माया दिखाई नहीं जा सकती है उनकी मानसिक परिस्थिति का फायदा उठाकर गर्व और बाकी के लोह मानव उन पर हमला बोल देते हैं और उन्हें पाताल लोक की यात्रा पर भेजते जा रहे थे वह लोह मानवों की संख्या तो बस आठ सौ के करीब ही रह गई थी और वहां पर मौजूद भेड़िया मानव की संख्या अभी भी लाखों के करीब होती है फिर भी वह सारे भेड़िया मानव 800 की तादाद वाले लोह मानव से डरकर वहां से भागते जा रही थे यह देखकर वहां मौजूद लोह मानवों में एक अलग ही जोश आ गया था वह अब और तेजी से उन भेड़िया मानव का सफाया करते जा रहे थे यह परिस्थिति उनके लिए भले ही नई हो पर यह गर्व के लिए कोई नई बात नहीं थी वह अपने पिछली जिंदगी में ऐसे कई लड़ाईयो का हिस्सा रहा था जहां पर ज्यादा तादाद वाले सैनिक किसी कम तादाद की सैनिकों के डर से भाग रही है गर्व और बाकी के लोह मानव अब तक जंगलों के बाहर आ चुके थे वह तो जंगल के अंदर भेड़िया मानव के डर से गए थे पर अब भेड़िया मानव लौह मानव के डर से जंगलों में से खुले मैदानों की तरफ भाग रहे थे गर्व के साथ वह लोह मानव आधे घंटे से ज्यादा देर तक un भेड़िया मानव को मारते जा रहे थे उन्होंने करीब डेढ़ या 200000 दो लाख भेड़िया मानव को पाताल लोक में भेज दिया था फिर भी यहां पर दो लाख के करीब भेड़िया मानव मौजूद थे अगर इनमें से एक भी भेड़िया मानव ने किसी इंसान को काट दिया तो वह भी भेड़िया मानव में परिवर्तित हो जाएगा यह भेड़िया मानव पूरे के पूरे शहर को भेड़िया मानवों में परिवर्तित कर सकते हैं गर्व और बाकी के लोहमानव सैनिक इन भेड़िया मानव पर कोई भी रहम नहीं दिखा सकते हैं उन्हें तो यकीन हो गया कि वह आज तो इन सारे भेड़िया मानव को मृत्यु के घाट उतार ही देंगे और उन भेड़िया मानव को भी यकीन हो गया कि आज तो उन्हें मृत्यु देव प्रसन्न होकर ही रहेंगे तभी अचानक से पूरी जमीन पर कांपना चालू हो गई थी मानो कि यहां पर थोड़ी ही देर में भूकंप आने वाला हो गर्व समझ गया कि कालीचरण इस वक्त यहां पर कुछ तो बड़ा करने वाला है पर वह इस वक्त कौन सा काम करेगा इस बात का गर्व बिल्कुल भी अंदाज नहीं लगा सकता भरतपुर राज्य जैसे छोटे से और अभी-अभी बने हुए राज्य में उसने ऐसे ऐसे चीजों को देखा कि जिसके बारे में उसने कल्पना भी नहीं की होगी ना ही उसके बारे में सोचा होगा इस वक्त कुछ भी हो सकता है जमीन पर कंपन उत्पन्न हो जाने के कारण वहां से भाग रहे भेड़िया मानव में और भी ज्यादा डर उत्पन्न हो गया वह वहां से तेजी से भागने लगे और सारे लोह मानव की सेना मिलकर उनका पीछा करते हुए उन्हें मारने लगे इस वक्त तो सिर्फ गर्व ही जानता था कि यह सब कालीचरण का किया धरा है यह उन तांडव कबीले की हार कि नहीं बल्कि उनकी जीत की शुरुआत हो सकती है वह सुधारते हुए वहां से भागते हुए भेड़िया मानव के ऊपर नीली ऊर्जा की बौछार करते हुए गर्व उस गुफा के दरवाजे के ऊपर भी अपना ध्यान रखे हुए था अचानक जमीन में कंपन और ज्यादा बढ़ गई थी जमीन जोर-जोर से हिलती जा रही थी वहां पर नीचे तो खड़ा भी रहना मुश्किल हो गया था भागना तो दूर की बात थी वहां सारे लोह मानव के साथ साथ भेड़िया मानव एक जगह पर खड़े हो गए थे इस वक्त गर्व की नजर उस गुफा के दरवाजे पर होती है जो कि लाल ऊर्जा के दरवाजे से बंद होता है गर्व को यकीन था कि यह कालीचरण यहां से बाहर की तरफ आएगा और हुआ भी वही वह लाल उर्जा की दीवार एकदम से गायब हो गई और वहां पर जमीन में कंपन आना भी एकदम से बंद हो गए गया उस गुफा का दरवाजा खुल जाने से वहां मौजूद भेड़िया मानव में एक नई उम्मीद की किरण जाग उठी वह सारे उस दरवाजे की तरफ देख रहे होते गर्व के साथ वहां मौजूद लोह मानव भी उस गुफा के प्रवेश द्वार की तरफ देख रहे थे अचानक उस गुफा के अंदर बाज पक्षी के चिल्लाने की आवाज आती है उसके चिंघाड़ने की वजह से उस गुफा में कंपन उत्पन्न होते जा रही थी गर्व उसके चिल्लाने की आवाज से काफी चौक गया था और आश्चर्यचकित भी हो गया था क्योंकि उसके चिल्लाने की आवाज तो पहले से भी 3 गुना से भी ज्यादा थी फिर उस गुफा के अंदर से प्रकाश बाहर आते जा रहा था यह प्रकाश लगातार बढ़ते ही जा रहा था और अचानक वह प्रकाश बाहर की तरफ से निकलते हुए हुए उस गुफा के पपत्थर के दरवाजे को पूरी तरह से तोड़कर बाहर निकल जाता है यह देखकर वहां मौजूद सारे लोह मानवों के साथ भेड़िया मानव और गर्व को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था क्योंकि यहां जो प्रकाश गुफा के दरवाजे को तोड़कर बाहर निकला था यह और किसी का नहीं बल्कि कालीचरण के पक्षी का ही होता है कालीचरण के पक्षी का आकार पहले से 3 गुना हो गया था उसके पक्षी के पूरे शरीर से बिजलीया बाहर निकलती जा रही थी गर्व को उससे इसी बात की अपेक्षा थी उस गुफा के बाहर निकलते ही कालीचरण के पक्षी की गर्व के साथ राजा के पक्षी पर भी नजर चली गई उसने तुरंत ही गर्व के तरफ उड़ान भर दी गर्व को मालूम था कि कालीचरण का पक्षी तुरंत ही गर्व के तरफ उड़ान भर देगा वह इसके लिए पहले से ही तैयार था फिर गर्व ने राजा के पक्षी की सिर को थपथपा कर उसको इशारा किया कि वह राजा का पक्षी गर्व की बात को तुरंत ही समझ गया उसने फिर भेड़िया मानव की तरफ उड़ान भर दी और उसके पीछे पीछे वह कालीचरण का बाज पक्षी लग गया और राजा का पक्षी इस वक्त जमीन से 30 फीट की ऊंचाई पर से उड़ रहा था उसके नीचे जमीन पर हर तरफ भेड़िया मानव ही भेड़िया मानव थे कालीचरण के बाहर वहां पर आते ही उनमें एक नया जोश आ गया था कालीचरण की पीछे-पीछे उस गुफा में से कई सारे भेड़िया मानव लगातार बाहर आते जा रहे थे उनकी संख्या पहले हजारों में थी और वह लगातार बढ़ती ही जा रही थी क्योंकि इस वक्त कालीचरण युद्ध के मैदान में आ चुका था इसलिए वहां से भाग रहे भेड़िया मानव में एक नया जोश आ गया था वहां भागना छोड़कर वह वहां मौजूद लोह मानव की तरफ बढ़ रहे थे साथ ही पीछे से गुफा की प्रवेश द्वार से भी लगातार भेड़िया मानव बाहर आते जा रहे थे और उन सब भेड़िया मानव ने वहां मौजूद लोह मानवों को खुले मैदान में चारों ओर से घेर लिया था युद्ध के मैदान में शिकार और शिकारी का किरदार फिर से बदल गया था जो कि इस वक्त कालीचरण गर्व के पीछे पड़ा हुआ था इसलिए वहां मौजूद गर्व के बारे में चिंता करने की कोई भी जरूरत नहीं थी इस वक्त कालीचरण का पक्षी राजा के पक्षी के ऊपर बैठे गर्व का पीछा कर रहा होता है क्योंकि कालीचरण के बाज पक्षी का आकार पहले से 3 गुना से भी बड़ा हो गया था और उसकी शक्ति भी पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ चुकी थी इसलिए उसकी राजा के पक्षी से ज्यादा गति होती है वह लगातार राजा के पक्षी के करीब आते रहा था