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इसकी वजह से उनके पास में मौजूद सिंह मानव का समूह भी चौकन्ना हो गया उन्होंने भी अपने अपने हथियार अपने हाथों में पकड़ लिए इसके कारण गर्व भी चौकन्ना हो गया और उसके सैनिकों ने भी अपना खाना छोड़ कर अपने लोह मानव के कवच को तैयार कर लिया उनके कवच के हाथ में से अपने आप तलवारे निकली और उस तलवार की धार में से अग्नि प्रवाहित होने लगी गर्व के सैनिकों ने इस वक्त एक घेरा बना लिया था वह चारों तरफ फैल गए होते हैं और इस वक्त गर्व उस घेरे के बीच में मौजूद होता है गर्व के सैनिकों के तलवार में से अग्नि प्रवाहित होने के कारण उनको अलग से मशाले जलाने की जरूरत नहीं होती है उनकी तलवार के कारण ही उनके आजू-बाजू रोशनी फैल गई होती थी पर गर्व ने भी इस वक्त उस लोह मानव के कवच को पहना हुआ होता है और वह चारों तरफ अपनी नजर रखे हुए था यहां पर चारों ओर कई सारे सैनिकों के समूह होते हैं उन्होंने भी अपने उम्मीदवार की रक्षा के लिए घेरा बनाया होता है और उसके घेरे के बीच में उनका उम्मीदवार खड़ा होता है सिंह मानवों के समूह ने भी घेरा बना लिया था और उनके कवच में लगे कंदिल चालू हो गए थे जिसके कारण वहां पर प्रकाश फैला हुआ था पर वहां पर जो बहुत बड़ा सैनिकों का समूह होता है वहां पर इस वक्त कोहराम मचा हुआ होता है वह सारे के सारे पृथ्वी मंडल के योद्धा होते हैं और वह सारे अंधेरे में गायब होते जा रहे थे अंधेरे की ओर से रस्सिया उनके शरीर की तरफ बढ़ते जा रही थी और वह रस्सिया उनके पूरे शरीर पर लिपटते जा रही थी वह रस्सिया उनके शरीर पर जैसे ही लिपटती वह अपनी जगह से खींचे चले जाते और वह अंधेरे में गायब होते जा रहे थे उन सैनिकों के आजू-बाजू में भले ही कंदीलो का उजाला हो पर उनके कुछ ही दूर घना अंधेरा होता है और उसी घने अंधेरों में से वह रस्सियां उन सैनिकों की तरफ बढ़ते जा रही थी वह सैनिक जैसे ही उन रस्सियो से लिपटकर घने अंधेरे में चले जाते उनकी बाद में चीखे ही उन जंगलों के सन्नाटे में गूंज जाती उनके कवच के टुकड़े यहां वहां बिखर जाते और उनके हाथ पैर और शरीर के बाकी के अंग टूट कर यहा वहा बिखर जाते वह लोग पृथ्वी मंडल के होते हुए भी अनजान हत्यारों से लड़ नही पा रहे होते हैं यह देखकर गर्व के माथे पर से पसीना आना चालू हुआ पर जो गर्व के साथ सैनिक मौजूद होते हैं उनको देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि उनको कोई डर लग रहा है उन्होंने अपने पैरों को जमीन में मजबूती से गाड़ते हुए अपने तलवार पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी उनका शरीर और उनका तलवार एकदम स्थिर होती है वह एकदम सतर्क हो गए थे भले ही इस वक्त गर्व लोह मानव के कवच के अंदर होने के कारण उनके चेहरों को नहीं देख पा रहा होता है पर उनके शारीरिक हाल-चाल से मालूम कर सकता था कि उनके मन में डर की भावना तनिक भी नहीं है ना ही उनको किसी चीज की बारे में चिंता है वह तो बस अपनी पूर्ण शक्ति एकजुट कर अपने सामने आने वाली खतरे का सामना करने के लिए तैयार हो गए थे गर्व ने देखा कि वहां पर मौजूद दूसरे सैनिकों के सभी समूह भी सतर्क हो गए थे और उन्होंने जैसे ही देखा कि वहां मौजूद सबसे बड़े समूह के लोग अंजान आदमियों के कारण मारे जा रहे हैं उन्हें डर लगने लगा अगर वहां पर मौजूद सबसे बड़े सैनिकों का समूह इतनी आसानी से मारा जा सकता है तो फिर वह तो काफी कम संख्या में है उनका क्या होगा वह तो चुटकी बजाकर यहां पर मारे जाएंगे पर वहां पर जो सिंह मानवो का समूह होता है वह वहां पर रहकर भी तनिक भी घबरा नही रहे थे वह तो यह परिस्थिति देखकर जोर-जोर से दहाड़े मारे जा रहे थे उनकी शारीरिक हालचाल को देखकर यह लग रहा था कि वह सिंह मानव यह कहते जा रहे थे कि आओ जिसको हमारे पास आना है हमें कोई नहीं मार सकता हम यहां पर सब से निपट सकते हैं देखते ही देखते उनके सिर पर और गालों पर जो लंबे बाल होते हैं वह लाल होना चालू हो गए थे और उनमें से अग्नि प्रज्वलित हो गई और साथ ही उनकी आंखों से भी अग्नि प्रज्वलित होते जा रही थी उनके पास एक मोटी तलवार होती है जिसकी लंबाई डेढ़ मीटर होती है उनकी मदद से वह अपनी तरफ आने वाली हर रस्सियों को काटकर रखते जा रहे थे उनकी गति भी बहुत ज्यादा होती है इतना भारी भरकम शरीर होने के बावजूद भी वह अपनी तलवार ऐसे चला रहे होते हैं कि उनकी तलवार हवा में चलते-चलते दिखाई भी देनी बंद हो गई थी वह लोग अपनी तरफ आने वाली हर चीजों को काटकर रखते जा रहे होते हैं उन सिंह मानवों की उनके मुखिया उम्मीदवार को पकड़ते हुए 40 की संख्या होती है उनके ऊपर जो पेड़ मौजूद होते हैं उनकी लंबाई 100 मीटर की होती है वह उन पेड़ों पर चढ़ने लगे थे और साथ में अपने आजू-बाजू जो पेड़ होते हैं उन्हें भी काटना चालू कर देते हैं उन्होंने अपने पास मौजूद सिर्फ 15 से 20 पेड़ों को सुरक्षित रखा और उसके आजूबाजू के घेरों में मौजूद 30 मीटर में मौजूद सारे पेड़ों को काट डाला और उन पेड़ों को अपने बाहुबल के उपयोग से जंगलों में दूसरी तरफ फेंक दिया जिसकी वजह से जो हत्यारे लोग पेड़ों का सहारा लेकर उन पर हमला करते जा रहे होते हैं उनको अब उनकी तरफ हमला करने का कोई भी मौका नहीं मिल रहा था उन सिंह मानवो ने जो 20 पेड़ों को सुरक्षित रखा उन पर उन्होंने अपना पूरा कब्जा जमा लिया और उन पेड़ों की आजू-बाजू की 30 मीटर की जमीन पूरी साफ हो गई थी उन्होंने अपने खुद के लिए एक किले जैसा इलाका बना लिया था जैसे की वह 20 पेड़ उनका किला हो और कोई भी उनके किले पर हमला करेगा वह तुरंत ही मारा जाएगा इसके कारण वहां पर उन सिंह मानव की जगह पर कोई भी हत्यारा पहुंच नहीं पा रहा था वहा आजू-बाजू खड़े सैनिकों ने जैसे ही देखा कि उन सिंह मानवो ने वहां पर एक किला बना दिया है उसकी मदद से वह अपना आसानी से बचाव कर पा रहे हैं तो वह सब सैनिकों ने वहां पर दौड़ लगा दी वहां पर जो सबसे बड़ा सैनिकों का समूह होता है उन्होंने भी उस किले की तरफ दौड़ लगा दी थी और वह उनके किले में पहुंच गए थे उन्होंने भी उन सिंह मानवो को उन अनजान हत्यारों से लड़ने में मदद की वहां पर जो सैनिकों के समूह मौजूद होते हैं वह सारे पृथ्वी मंडल के होते हैं जिसके कारण उनकी गति बहुत ही ज्यादा होती है आकाश मंडल के मुकाबले में वह बहुत ही ज्यादा होती है वहा बाकी के सैनिकों के समूह ने भी उन सिंह मानव के समूह के तरफ दौड़ लगा दी और वह देखते ही देखते उनके पास भी पहुंच गए उन्होंने उन किले के आसपास मौजूद डेढ़ सौ मीटर के दायरे में मौजूद पेड़ों को काट कर रख दिया जिसके कारण वहां पर मौजूद उन तांडव कबीले के अनजान हत्यारों को उन सैनिकों को मारने का एक भी मौका नहीं मिल रहा होता है जिसके कारण उन सैनिकों का किला पूरी तरह से मजबूत हो गया था इस संकट की घड़ी में अगर वहा मौजूद हर एक सैनिक एक साथ मिलकर काम ना करते तो वहां पर मौजूद हर एक सैनिक मारा जाता इसीलिए वहां पर मौजूद हर एक सैनिकों का समूह एक साथ आ गया था और उन्होंने जो सिंह मानवो ने किला बनाया हुआ होता है उसकी मदद से वह हत्यारों का सामना करते जा रहे थे अगर उन सिंह मानवों में कोई सैनिकों का समूह शामिल नहीं हुआ था तो वह था गर्व के साथ मौजूद सैनिकों का समूह वह इस वक्त उस समय उस सिंह मानव के किले से 300 मीटर की दूरी पर मौजूद होते हैं और उन सबको उन तांडव कबीले के हत्यारों ने चारों बाजू से घेर लिया होता है वह हत्यारे अपने मुंह से किट किट करने की लगातार आवाज निकालते जा रहे होते हैं और वह गर्व के साथ मौजूद सैनिकों को मार नहीं रहे थे वह उन्हें डरा रहे थे उन सिंह मानव के सैनिकों का प्रमुख राज्यवर्धन सिंह होता है उसने जैसे ही देखा कि गर्व के साथ मौजूद सैनिकों की जान खतरे में है उसने तुरंत ही अपने दस सिंह मानवो को उनकी सुरक्षा करने के लिए और उनको सुरक्षित सही सलामत वापस उनके किले में लाने के लिए आदेश दिया क्योंकि वह गर्व से पहले भी मिल चुका होता है उसे गर्व भले ही थोड़ा विक्षिप्त और थोड़ा गड़बड़ लगा पर वह भी वहां एक सैनिक के तौर पर ही होते हैं वह कोई तांडव कबीले के हत्यारे नहीं होते हैं जो कि उनके दुश्मन है वह भी तांडव कबीले के दुश्मन होते हैं और वह भी उनके ही साथ के सैनिक होते हैं भले ही वह उनसे कमजोर ही क्यों ना हो वह जैसे ही अपने साथ मौजूद सिंह मानवो को आदेश दे रहा होता है कि उसको वहां मौजूद बाकी के सैनिकों ने बीच में ही रोक दिया और कहा अगर हम लोग अभी उन सैनिको की मदद करते हैं तो इसमें हमारे किले की सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है और हमारे कई सारे लोग उसके कारण मारे जा सकते हैं वह लोग वैसे भी आकाश मंडल के ही योद्धा है पता नहीं वह लोग क्या सोच कर इस परीक्षा को देने के लिए इस जंगल में आए हैं उन्होंने आकाश मंडल के सैनिक होते हुए भी इस जंगल में आने का साहस किया यही बहुत बड़ी बात है और अभी हमें उनकी मदद करनी नहीं चाहिए वह लोग यहां से 300 मीटर की दूरी पर है अगर हम लोगों ने अभी उनकी मदद करने का प्रयत्न किया तो हमारे भी आज रात आधे से ज्यादा लोग मारे जा सकते हैं पहले ही हमारे आधे से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं वह लोग अब भगवान के ही भरोसे पर है हम तो बस यही प्रार्थना कर सकते हैं कि मरने के बाद उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति हो हमारे हाथ में बस इतना ही है यह सुनने के बाद राज्यवर्धन सिंह भी सोच में पड़ गया गर्व की जगह से दूरी 300 मीटर है अगर उसके सिंह मानव ने पेड़ों को काट काट कर भी उनकी तरफ जाने का प्रयास किया तो उसके भी आदमी मारे जा सकते हैं और इसके साथ में मौजूद बाकी के सैनिकों की भी जान जा सकती है यह सोचकर उसने अपने सैनिकों को यहीं पर रुकने का आदेश दिया वह तो अब भगवान से यह प्रार्थना कर सकता है कि गर्व को और उसके सैनिकों को तांडव कबीले के हत्यारों के हाथों से मरने के बाद स्वर्ग में स्थान मिले फिर वह गर्व और उनके सैनिकों की तरफ देखने लगा इस वक्त गर्व को और उसके सैनिकों को उन हत्यारों ने चारों तरफ से घेर लिया था और वह अपने मुंह से लगातार किट किट किट किट की आवाज निकालने लगे वह हत्यारे अंधेरे में होने के कारण किसी को भी दिख नहीं रहे होते हैं और वैसे भी उनकी गति बहुत ज्यादा होती है वह जब दौड़ते थे तब बस एक हवा के झोंके की आवाज आती थी पर वह हत्यारे किसी को दिखाई नहीं दे रहे थे गर्व को भी नहीं उन तांडव कबीले के हत्यारों ने गर्व के साथ उसके सैनिकों को अपनी जगह पर से पीछे हटने के लिए मजबूर किया होता है वह उन सैनिकों को पीछे हटाते हटाते उस सिंह मानव के किले से दूर लेकर गए थे इस वक्त गर्व के साथ जो सैनिक होते हैं वह उन हत्यारों पर हमला करना चाहते थे पर गर्व ने उनको उन पर हमला नहीं करने का आदेश दिया हुआ था