क्योंकि गर्व को पता था कि वह सारे के सारे हत्यारे भरतपुर राज्य से नहीं है वह सारे के सारे तो बहुत ही ज्यादा ताकतवर है और उनका युद्ध मंडल भी उन से ज्यादा है अगर इस वक्त गर्व का कोई भी सैनिक उनपर हमला करता है तो वह सैनिक अपनी जगह पर तुरंत ही मारा जाता उन हत्यारों ने मिलकर गर्व के साथ उसके सैनिकों को सिंह मानवों के किले के 300 मीटर की दूरी पर ले आए थे गर्व के सैनिकों की हाथ में जो तलवार होती है उसमें अग्नि प्रज्वलित होने के कारण वह सैनिक उन सिंह मानवो को दिखाई दे रहे होते हैं वह हत्यारे उन सिंह मानवो के सामने गर्व के सैनिकों के साथ मौत का तांडव करने वाले होते हैं इसलिए उनके कबीले का नाम तांडव होता है उन लोगों ने पूरी दुनिया में अपने नाम का खौफ बनाया होता है अचानक उन हत्यारों की किट किट करने की आवाज और बढ़ गई जिसके कारण गर्व के पूरे शरीर से पसीना बहने लगा वह इस वक्त अपने गति मंत्र का इस्तेमाल करना चाहता था पर उसे शक होता है कि वह अकेले ही उन हत्यारों का सामना कर पाएगा या नहीं अचानक गर्व घसीटता घसीटता बाजू की तरफ जाने लगता है उसके शरीर पर रस्सिया लिपट गई थी और वह अपने लोह मानव के कवच के साथ में जंगल से घसीटता हुआ जाता है यह देखकर वहां मौजूद लोह मानव ने गर्व की तरफ देख कर जोर से चिल्लाया गर्व और वह गर्व जहां पर से घसीटते हुए जा रहा था उसका पीछा करने लगे वह हत्यारे तो गर्व के सैनिकों का सहारा लेकर उन सिंह मानवो के सामने मौत के खेल को खेल रहे थे वह उन गर्व के सैनिकों को उन सिंह मानवो के सामने पूरी रात भर तड़पा तड़पा कर मारने वाले होते हैं जो सैनिक गर्व की तरफ दौड़ रहे होते हैं उन पर भी कोई भी हत्यारा हमला नहीं करता है वह लगातार गर्व का नाम लेकर चिल्लाए जा रहे थे और गर्व के पीछे पीछे दौड़ते जा रहे होते हैं उनकी चिल्लाने की आवाज की गूंज पूरे जंगल के सन्नाटे में फैलती जा रही थी अब तो मौत का तमाशा चालू हो गया था जब गर्व घसीटते घसीटते उसके सैनिकों के बहुत दूर चला जाता है तब उसके कवच पर एक झटके में तलवार चल जाती है और उस कवच का सिर का हिस्सा दूर उड़ कर वापस जमीन पर गिर जाता है और उसमें से खून भी चारों तरफ उड़ते हुए नीचे जमीन पर गिर जाता है यह देखकर तो लोह मानव सैनिकों के हाथ पैर ही लड़खड़ा गए और वह जमीन पर घुटने टेक कर नीचे गिर पड़े उन्होंने देखा था कि गर्व के लोह मानव के कवच के सिर का हिस्सा अलग हो गया उसमें से खून भी बह रहा है तभी एक हत्यारा धीरे-धीरे करते हुए उस सिर की तरफ गया और उसने अपने दोनों हाथों से उस सिर को उठाया और पूरी ताकत से उस कवच के दो हिस्से कर दिए इस कवच के अंदर गर्व का सिर ही मौजूद होता है यह देखकर तो गर्व के सैनिकों के हौसले ही पस्त हो गए उनकी सारी हिम्मत टूट गई गर्व तो उनके लिए भगवान के समान होता है और उसी गर्व के कटे हुए सिर को अपने सामने देख रहे होते हैं यह देख कर वहा दूर पर मौजूद राज्यवर्धन सिंह ने कहा यह तो गया उस हत्यारे ने गर्व के सैनिकों के सामने गर्व के सिर को हवा में उठाया और उसके गले से जो नीचे खून टपकते जा रहा था उस खून के नीचे वह खड़ा हो गया और उसको वह पीने लगा उसने जैसे ही वह खून पिया उसने उस सिर को दूसरी तरफ फेंक दिया और खून को दूसरी तरफ थूक दिया क्योंकि यह कोई खून नहीं होता है यह तो टमाटर का पानी होता है जीसको उस हत्यारे ने अभी अभी पिया होता है गर्व ने पहले ही अपने स्टोरेज रिंग में प्रवेश कर लिया होता है जब वह घसीटना चालू होता है और उसमें प्रवेश करके उसने उसके अंदर अपने ही जैसे दिखने वाली मूर्ति को बाहर निकाला और उसको इस कवच के अंदर रख दिया इस मूर्ति को उसने केंद्रीय कार्यालय में रहते हुए बनाया था इस मूर्ति को उसने घास फूस और आटे की मदद से बनाया हुआ होता है और उसके अंदर उसने टमाटर के पानी को डाला हुआ था वह तांडव कबीले के हत्यारे मूर्ख बन गए थे गर्व इस वक्त स्टोरेज रिंग के अंदर मौजूद होता है और यह स्टोरेज रिंग जहा पर उसका कवच नीचे पड़ा होता है उसके बाजू में गिरी हुई होती है गर्व स्टोरेज रिंग के अंदर रहकर ही बाहर का सारा नजारा देख रहा था इस वक्त जिस हत्यारे ने गर्व के नकली सिर को पकड़ा हुआ था उसका शरीर गर्व को साफ साफ दिख रहा था क्योंकि वह एक ही जगह पर स्थिर होता है और वह अपनी जगह से हिल नहीं रहा था गर्व देखता है कि वह एक ६ फूट का पूरा काला आदमी होता है उसने शरीर पर कोई भी वस्त्र नहीं पहने हुए होते हैं उसके कोई जनन अंग भी नहीं होते हैं उसके जनन अंग का जो शरीर का हिस्सा होता है उस जगह पर कुछ भी नहीं होता है उसके पूरे शरीर पर काले पत्थर उगे हुए होते हैं जिसके कारण वह ऊपर से नीचे तक पूरा काला दिख रहा होता होता है अगर कोई भी उसके शरीर पर अपनी तलवार चलाता तो वह उसको चोट नहीं पहुंचा सकता था वह तलवार तो बस उसके शरीर पर लगे पत्थरों पर लग जाति और उसको कोई भी चोट नहीं लगती गर्व को उसके शरीर पर बस एक ही हिस्सा दिख रहा था जिसको जिससे वह उनको चोट पहुंचा सकता था वह थी उनकी आंखें उनकी आंखें किसी भी सामान्य मनुष्य के जैसी ही थी बस वह एक ही ऐसी जगह थी जिस पर गर्व वार करता तो वह हत्यारे मारे जाते गर्व ने देखा कि वहां पर इसी के जैसे कई हत्यारे आसपास जमा हो रहे हैं वह सारे के सारे यहां पर हजारों की तादाद में मौजूद हो सकते हैं उस हत्यारे ने जैसे ही देखा कि उसको मूर्ख बनाया गया है उसने आसमान की तरफ देखकर जोर से दहाड़ा और वह गर्व के सैनिकों की तरफ दौड़ गया और वह केदार की तरफ जा पहुंचा इस वक्त केदार की जान खतरे में होती है वैसे ही गर्व की काले ध्यान की शक्ति जाग गई वह केदार की तरफ पहुंच पाता इससे पहले ही केदार अपनी जगह से अपने आप दूर चला गया और उस हत्यारे का मुक्का केदार पर ना लगाकर नीचे मिट्टी पर लग गया और उसका मुक्का नीचे मिट्टी में 1 फीट की गहराई पर चला गया अगर केदार इस वक्त यहां पर मौजूद होता तो उसका मुक्का केदार के लोह मानव के कवच को चीरता हुआ केदार के सीने को भी चीर डालता जैसे ही उस हत्यारे ने आसमान की तरफ देखकर दहाड़ा था सिंह मानव के किले में मौजूद सारे सिंह मानवों ने और वहां मौजूद सारे दूसरे सैनिकों के समूह ने उस आवाज की तरफ देखा पहले उन्हे तो पहले किसी भी हत्यारे की दहाड़ने की आवाज नहीं आई थी क्योंकि वह हत्यारे अब गुस्सा हो गए हैं इसीलिए उन्हें लगा कि अब गर्व के साथ-साथ उनके सैनिकों का बच पाना नामुमकिन है इस जगह पर गर्व और उनके सैनिक भगवान को प्यारे हो जाएंगे इस तरफ गर्व ने जैसे ही देखा कि केदार की जान खतरे में है उसके काले ध्यान की शक्ति जाग उठी और केदार अपने आप ही अपनी जगह से दूर हो गया केदार ने अपनी शक्ति को नहीं लगाया था उसे तो आश्चर्य हो रहा था कि यह कैसे हो गया वहां पर देखते ही देखते गर्व अचानक से प्रकट हो गया था यह देखकर वहां जो केदार के साथ में मौजूद सैनिक मौजूद होते हैं वह चौक गए यह गर्व तो अभी-अभी मारा गया था ना उन्होंने खुद अपनी आंखों से गर्व के सिर को कटते हुए देखा था और उसके खून को भी बहते हुए देखा होता है उस हत्यारे के सिवा उन सैनिकों को यह नहीं पता होता है कि वह गर्व का शरीर नहीं बल्कि उसके जैसे दिखने वाली नकली मूर्ति होती है इस वक्त वहां मौजूद हत्यारों को काफी गुस्सा आया हुआ था वह सारे वहां मौजूद गर्व के साथ उसके सैनिकों पर भी टूट पड़े उन हत्यारों ने गर्व को और उसके सैनिकों को चारों तरफ से घेर लिया और उनके तरफ छलांग लगा दी उसी वक्त गर्व के साथ वह सारे सैनिक अपनी जगह से गायब हो गए और उनके तरफ छलांग मार रहे हत्यारे एक दूसरे के ऊपर टकरा गए क्योंकि इस वक्त गर्व की काली ध्यान शक्ति की शक्ति जाग गई थी इसलिए उसने जो स्टोरेज रिंग सैनिकों के कवच पर लगाई होती है उसको वह अपनी मानसिक शक्ति से नियंत्रित कर सकता था वह सारे हत्यारों ने जैसे ही उन सैनिकों पर छलांग मार दी थी गर्व ने अपनी मानसिक शक्ति का उपयोग किया और उन सैनिकों को उनके कवच पर लगे स्टोरेज रिंग के अंदर भेज दिया था और वह छलांग लगाते हुए हत्यारे एक दूसरे के ऊपर टकरा गए गर्व भी इस वक्त अपने स्टोरेज रिंग में चला गया था वहां पर कोई भी गर्व को और उसके सैनिकों को देख नहीं पा रहे होते हैं वह सब यहां वहां देखते हुए उन्हें ढूंढते जा रहे होते हैं पर वह सारे सैनिक और गर्व तो नीचे पड़े हुए स्टोरेज रिंग के अंदर चले गए होते हैं तभी वहां पर कई सारे चाकू दिखाई देने लगे और वह चाकू सीधा उन हत्यारों की आंखों का निशाना लेते जा रहे थे वह चाकू गर्व ने पहले ही उन लोह मानव के कवच पर लगाए हुए होते हैं इन चाकुओं की लंबाई सिर्फ पांच सेंटीमीटर होती है जो कि उन लोह मानवों के कवच के ऊपर लगे हुए होते हैं वह स्टोरेज रिंग के अंदर से निकलकर तांडव कबीले के हत्यारों के आंखों के अंदर जा रहे होते हैं और वह अपनी जगह पर ही मारे जा रहे थे साथ ही साथ गर्व के काले ध्यान शक्ति के साथ अपनी गति मंत्र को भी कार्यान्वित कर दिया था इसके कारण उसका युद्ध मंडल भी बढ़ गया था वह अब आकाश मंडल का योद्धा नहीं रह गया था वह भी अब पृथ्वी मंडल का योद्धा बन चुका होता है उसकी गति अब उन हत्यारों के मुकाबले में थोड़ी बढ़ गई होती है गर्व ने उन चाकुओं की मदद से वहां पर 100 से भी ज्यादा हत्यारों को मार दिया था जिसके कारण उन हत्यारों के मरने की चीखें पूरे जंगल में चारों तरफ फैल गई थी वह हत्यारे चीची की आवाज निकालते हुए मरते जा रहे थे वह किसी पक्षी की आवाज निकाल कर मरते जा रहे थे वहां पर दूर जो सिंह मानव के साथ बाकी के सैनिकों का समूह होता है उन्होंने सोचा कि आज रात गर्व के साथ उसके सैनिक मारे जाएंगे इसलिए उन्होंने उन सैनिकों से अपनी नजर हटा दी राज्यवर्धन सिंह ने भी गर्व की तरफ से अपनी नजर हटा दी थी वह तो यह सोच रहा था कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दें और अगले जन्म में उनका अच्छे घर में जन्म हो तभी उसको पक्षी के मरने की जैसी की ची ची की आवाज आई यह आवाज तो किसी आदमी के मरने की तो हो नहीं सकती है उसने और उसके साथ मौजूद सैनिकों ने उस ची ची की आवाज की तरफ देखा पर वहां अंधेरा होने के कारण उन्हें वहां पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था गर्व की इस वक्त काले ध्यान की शक्ति जाग उठी उसको इसको उसने उस किताब में से पड़ा हुआ थी जिसको उसने उन तांडव कबीले की गुफा से चुराई होती जिसका गर्व ने पूरे 2 महीने तक केंद्रीय अधिकारियों के इमारत में रहकर इस काली ध्यान शक्ति का अभ्यास किया था पर वह इस ध्यानशक्ति को पूरा सीख नहीं पाया था और उसने जैसे ही केदार की जान को खतरे में देखा था उसकी पूरी की पूरी छठी इंद्रिया जाग उठी और उसके पूरे शरीर में काले ध्यान शक्ति का प्रभाव जाग उठा