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फिर वहां कामराज सामने की तरफ चलते चलते एक जगह पर रुक गया यहां पर नीचे जमीन पर भी काली मिट्टी लगी हुई थी फिर गर्व ने वहां पर अपने काले ध्यान शक्ति का प्रयोग किया और अपनी स्टोरेज रिंग का रंग ही बदल दिया क्योंकि उसके स्टोरेज रिंग का रंग चमकीला होता है और इसी की वजह से वहां वहां पर किसी के भी नजर में वह आ सकती थी इसलिए गर्व ने स्टोरेज रिंग का रंग ही बदल दिया था क्योंकि इस वक्त गर्व की काले ध्यान की शक्ति काफी बढ़ चुकी होती है और वह अपने नियंत्रण वाली चीजों के कौन से भी रंग को बदलकर काला कर सकता है इसलिए उसने अपने स्टोरेज रिंग के अंदर रहते ही उस स्टोरेज रिंग का रंग एकदम काला कर दिया वह किसी की भी नजर में आसानी से नहीं आ सकती थी गर्व इस वक्त अपने तलवार का रंग भी बदल सकता था और चाहे तो अपने शरीर के रंग को भी अभी इसकी उसको कोई भी जरूरत नहीं होती है वह काम राज जैसे ही एक जगह पर रुक गया उसके शरीर के पत्थर उसके शरीर के बाहर निकलने लगे वह कामराज अभी भी एक मकड़ी के शरीर के आकार का ही होता है ऐसा लग रहा था कि पहले उन पत्थरों के बीच में कोई चुंबकीय शक्ति हो जिससे कि वह पत्थर एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं और वह चुंबकीय शक्ति खत्म हो गई हो और वह पत्थर लगातार उसके शरीर से निकलकर बाहर की तरफ निकलते जा रहे थे और इस गुफा में एक तरफ जा रहे थे और वहां पर मौजूद काली मिट्टी के दीवार के अंदर घुसते जा रहे थे गर्व इस वक्त अपने पत्थर को भी अपने दिमागी संपर्क से नियंत्रित कर सकता था जिसके अंदर गर्व की स्टोरेज रिंग मौजूद होती है और उस स्टोरेज रिंग के अंदर में गर्व मौजूद होता है और गर्व के हाथों में जो स्टोरेज रिंग होती है उसके अंदर कई सारे हत्यारे मौजूद होते हैं जिनकी ऊपर गर्व का मानसिक और दिमागी नियंत्रण होता है गर्व ने तुरंत ही अपने काले जादू की शक्ति की मदद से अपने काले पत्थर को नियंत्रित किया और उन पत्थरों के बीच में अपने पत्थर को घुसेड़ दिया जो कि उस कामराज के शरीर में से बाहर की तरफ निकलते जा रहे थे वह सारे के सारे पत्थर गुफा में मौजूद काली मिट्टी के दीवार के अंदर घुस गए और उन पत्थरों के बीच में गर्व का भी काला पत्थर मौजूद था वह गर्व का पत्थर ठीक उस दीवार की बाहरी सतह पर होता है और उस पत्थर के अंदर से गर्व वहां का बाहर का सारा नजारा साफ-साफ देख पा रहा था गर्व देखता है कि उस कामराज के शरीर में से सारे के सारे पत्थर बाहर निकल चुके होते हैं और वह कामराज इस वक्त अपना एक घुटना नीचे जमीन पर टिका कर बैठा हुआ होता है पर आश्चर्य की बात यह होती है कि उसके शरीर का रंग सामान्य होता है उसके शरीर पर एक भी चोट का निशान नहीं होता है जो कि बाकी के हत्यारों के शरीर के ऊपर होते हैं उस कामराज का शरीर तो किसी पहलवान से कम नहीं लग रहा होता है उसकी सारी मांसपेशियां ऊपर तक आ चुकी होती है और वह अपने शरीर से काफी मजबूत और ताकतवर मालूम पड़ रहा होता है उसका पूरा शरीर इस वक्त नग्न होता है और उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं होता है गर्व उसको पीछे से देख रहा होता है गर्व इस वक्त उसे सामने से देखना चाहता था वह जानना चाहता था कि यह कामराज का बच्चा आदमी है बच्चा है या फिर आदमी के भेष में एक औरत या फिर इसका कोई लिंग ही नहीं है अगर उसका कोई लिंग नहीं होता तो उसका गर्व को कोई ज्यादा आश्चर्य नहीं होता क्योंकि उसने पहले ही भरतपुर राज्य में उन तांडव कबीले की गुफा में ऐसे कई हत्यारों को देखा होता है कि उनके कोई भी लिंग नहीं होते और वह गुफा में लगे हुए गोल कमरों से बाहर की तरफ निकल रहे थे जिनके शरीर पर कोई भी वस्त्र नहीं होती है और उनमें कई सारे के तो कोई लिंग भी नहीं होते है यह सब गर्व के लिए काफी अजीब होता है अचानक वह कामराज अपनी जगह पर खड़ा हो गए और वह सामने की तरफ जाने लगा अचानक उस कामराज के सामने की जगह से एक दीवार ऊपर की तरफ आई यह काली मिट्टी के अंदर से ऊपर की तरह आई होती है और यह भी पूरे काले पत्थर से बनी हुई होती है यह दीवार 10 फीट ऊंची और 5 फीट चौड़ी होती है और उस दीवार के सामने का हिस्सा किसी दरवाजे की तरफ खुलता है उस दीवार के अंदर उसके वस्त्र रखे हुए होते यह वस्त्र चमकीले रंग के होते हैं कामराज ने उनको निकालकर अपने शरीर में पहन लिए भले ही इस पूरी गुफा का रंग अंदर से पूरा काला होता है उन कपड़ों के रंग पूरे चमकीले होते हैं और वह गुफा में चमकते जा रहे होते हैं गर्व ने देखा कि वह दीवार जो की जमीन के नीचे से निकली हुई होती है वह उस कामराज के वस्त्र पहनने के बाद अपने आप ही नीचे जमीन के अंदर चली गई गई कि वह कामराज यह सब अपने दिमाग से कर रहा है उसका यहां पर मौजूद हर एक चीज पर अपना दिमागी नियंत्रित है यहां की काली मिट्टी पत्थर यहां तक कि जो पेड़ पहाड़ों के ऊपर होते हैं वह भी उस कामराज के नियंत्रण में होते हैं गर्व को पता था कि उसकी शक्ति का स्त्रोत यहीं कहीं आस-पास में ही मौजूद हो सकता है पर वह इस वक्त कहां पर है यह गर्व को पता नहीं होता है एक बार वह कामराज के शक्ति का स्त्रोत गर्व को मिल जाए तो गर्व उसको तुरंत ही नष्ट कर देगा फिर वह कामराज अपने वस्तुओं को पहन कर आगे की तरफ जाने लगा उसके आगे वाली काली मिट्टी से बनी दीवार होती है वह कामराज उस दीवार के पास जाते ही उस दीवार के अंदर से एक दरवाजा तैयार हो गया वहां पर गर्व साफ-साफ देख सकता था कि दरवाजे पर सीढ़ियां बनी हुई थी और वह ऊपर की तरफ जा रही होती है वह कामराज तुरंत ही इस सीडियो के जरिए ऊपर की तरफ चला गया उसके जाने के बाद वह दरवाजा भी अपने आप बंद हो गया और वहां पर पहले की ही तरह काली मिट्टी की दीवार बन गई गर्व को इस वक्त बहुत उत्सुकता हो रही थी कि वह कामराज इस वक्त कहां पर गया होगा वह जरूर ही तांडव कबिले के वरिष्ठ लोगों के पास गया होगा यह गुफा तो सिर्फ उसकी जगह है और यहां पर उससे भी ज्यादा ताकतवर और खतरनाक लोग मौजूद हो सकते हैं गर्व ने देखा कि वह इतनी देर से इस काले पत्थर के अंदर होने के बावजूद भी यहां पर उसकी तरफ किसी की नजर नहीं गई वैसे तो यहां पर कोई मौजूद भी नहीं होता है बस काले पत्थर और काली मिट्टी के अलावा सब निर्जीव वस्तुओं पर कामराज का दिमागी नियंत्रण होता है वह इन वस्तुओं को जब चाहे जैसा चाहे नियंत्रित कर सकता था जैसे कि इस वक्त गर्व स्टोरेज रिंग को नियंत्रित कर सकता है गर्व ने उसके स्टोरेज रिंग के ऊपर काले जादू की शक्ति का प्रयोग किया होता है इसलिए वह उन चीजों को नियंत्रित कर सकता है वह एक बात समझ गया कि उस कामराज के काले जादू की शक्ति उसके शक्ति से भी ज्यादा है उसके काले जादू की शक्ति कामराज के मुकाबले में कुछ भी नहीं है अगर वह अपनी काले ध्यान की शक्ति को बढ़ाएं तो फिर वह कामराज के साथ बराबरी का मुकाबला कर सकता है पर उसके लिए उसे कड़ी ध्यान साधना करनी होगी और वह भी काले ध्यान शक्ति की फिर गर्व ने वहां पर अपने स्टोरेज रिंग के अंदर साधन सामग्री को देखा वह यह देख रहा था कि क्या वह पूरे 2 महीनों तक वहां पर ध्यान साधना कर सकता है या नहीं उसके हाथ में जो स्टोरेज रिंग होती है उनमें भी इस वक्त बहुत सारे हत्यारे होते हैं जिनको गुलाम बनाया गया होता है उन सारे लोगों के शरीर को पोषण की कोई आवश्यकता नहीं होती है जो पत्थर उनके शरीर पर लगे हुए होते हैं वही उसके शरीर को पूरे नियंत्रित कर सकते थे अगर गर्व उनको अपने मानसिक शक्ति से कोई आदेश नहीं दे तब तक वह अपने शरीर की हलचल नहीं करेंगे तब तक वह किसी मुर्दे की तरह उन पत्थरों के बीच में पड़े रहेंगे उनके शरीर को भोजन की कोई आवश्यकता नहीं होती है वह काले पत्थर ही उनके शरीर को पोषण देते हैं फिर गर्व ने वहां पर जो काले ध्यान शक्ति की किताब होती है उसको उठा लिया और उसे पढ़ने लगा पिरामिड में 2 महीने में गर्व इस किताब को पूरा नहीं पढ़ पाया था उसने तो काले ध्यान की शक्ति की बस एक ही किताब को पढ़ा हुआ होता है वहां पर उस विषय की और तीन चार किताबें होती है फिर गर्व ने वहां पर काले ध्यान शक्ति की दूसरी किताब को उठाया और उसे पढ़ने लगा उस किताब का जो आवरण होता है वह पूरा काला होता है इस वक्त गर्व को काले रंग से नफरत हो गई थी जहापर देखो उसको सिर्फ काला ही काला रंग उसे दिखाई पड़ रहा था गर्व ने फिर नाखुशी से ही उस किताब के पन्ने को पलटा वहां पर लिखा होता है सुस्वागतम आपका काले ध्यान की शक्ति के दूसरे संस्करण में हार्दिक स्वागत है अगर आपने इस किताब के पहले संस्करण को नया अब तक नहीं पड़ा तो यह आपके लिए बुरी बात है कि इस किताब का आपको कोई भी फायदा नहीं होने वाला है इसलिए पहले पहले संस्करण को पढ़ो और तभी इस दूसरे संस्करण को हाथ लगाओ गर्व ने तो इसके पहले ही उसको अच्छे से पढ़ लिया होता है उसने पूरे 2 महीनों तक दिन-रात बिना अपनी आंख बंद करते हुए उस किताब को पढ़ा हुआ होता है उसकी काफी कम वक्त युद्धाभ्यास करने में बिता होता है अगर वह तब युद्धाभ्यास में अपना वक्त लगाता तो उसकी भी हालत उन्ही गुलामों की तरह होती जो इस वक्त उसके स्टोरेज रिंग में मौजूद है और उसको पता भी नहीं चलता कि वह एक गुलाम बन चुका है उस पहले संस्करण का गर्व ने पूरा अभ्यास किया होता है गर्व को उस किताब की पहले शब्द से लेकर आखिरी शब्द तक हर बात पता होती है