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उसने फिर उस किताब में आगे पढ़ा अगर आपने पहले संस्करण को अभी तक नहीं पड़ा है तो फिर इस किताब में आपका स्वागत नहीं है अगर पड़ा है तो ही आपका स्वागत है मैं फिर कहता हूं जिन लोगों ने इस किताब के पहले संस्करण को अच्छे से पढ़ा है उनका ही स्वागत है और जिन्होंने नहीं पड़ा वह भाड़ में जाए जाकर आत्महत्या कर ले यह पढ़कर गर्व को हंसी आ गई उसने अपने मन ही मन में कहा क्या पागल लेखक है पहले तो एक ही वाक्य को इस कमीने ने तीन चार बार दोहराया और फिर अपने ही वाचकों को उसने गालियां भी दे दी है फिर इन सारी चीजों को अनदेखा करते हुए गर्व ने आगे की और पढ़ना चालू किया हमारे प्रिय तांडव काबिल के हत्यारे भाइयों और बहनों जैसा की आप सबको पता ही है कि यह काले ध्यान की शक्ति बहुत ही प्राचीन और इस दुनिया के साथ सारे ध्यान शक्तियों में सबसे ताकतवर और जादुई ध्यान कला है इसके जरिए आप तांडव कबीले के वरिष्ठों ने बनाई हुई चीजों पर अपना मानसिक नियंत्रण स्थापित कर सकते हैं और उन चीजों का जैसा चाहे वैसा उपयोग भी कर सकते हैं यह पढ़कर तो गर्व को आश्चर्य हो गया की क्योंकि कैसे कोई इतने सारे पत्थरो को और काली मिट्टी को खुद से बना सकता है यह चीजें तो पहले से ही इस निसर्ग में मौजूद होती है फिर कैसे कोई इन चीजों को बना सकता है यह लोग जरूर ही कोई बात को दूसरों लोगों से छुपा रहे हैं वह नहीं चाहते कि उनके बड़े रहस्य का दूसरे लोगों को पता चले यहां तक कि उनके हत्यारों को भी नहीं फिर वहां पर कई सारे ध्यान करने की कलाओं के बारे में लिखा होता है उन सारी कलाओं को गर्व ने पूरा पढ़ डाला उस पूरे किताब को पढ़ने के लिए करवा को 5 दिन का समय लग गया इस वक्त तक उसकी आंखें एक पल के लिए भी नहीं झपकी गर्व ने किताब जैसे ही पढ़कर खत्म की उसके बाद उसे थोड़ी थोड़ी नींद आनी चालू हुई फिर उसने वहां पर रखी हुई एक जड़ी बूटी का सेवन किया जिसके कारण उसकी नींद गायब हो गई और फिर वह काले ध्यान की साधना में लीन हो गया गर्व ने वहां पर लगातार 6 महीने तक एक ही जगह पर बैठकर ध्यान साधना की इस वक्त उसके शरीर का एक भी हिस्से की हलचल नहीं हुई वह वहां पर किसी मूर्ति की तरह ध्यान साधना करता रहा आखिर में उसने अपनी आंखें खोल ही ली उसने भले ही काले ध्यान की पूरी शक्ति का अभ्यास नहीं किया होता है उसको अपनी शक्ति का उपयोग करने की इच्छा हो रही थी फिर उसने वहां पर एक हत्यारे के शरीर पर जो काली मिट्टी लगी हुई होती है उसको अपने जादुई शक्ति से नियंत्रित किया वह यह देखना चाहता था कि वह काले पत्थरों के साथ-साथ काली मिट्टी को भी नियंत्रित कर सकता है या नहीं उसकी साधना काम में आ गई और उसने उस काली मिट्टी को भी नियंत्रित करने में कामयाबी पा हि ली फिर उसने अपने स्टोरेज रिंग में से एक हत्यारे को बाहर भेजा वह यह देखना चाहता था कि क्या वह अपने स्टोरेज रिंग के बाहर हत्यारों को नियंत्रित कर सकता है या नहीं उसने इस काम में भी सफलता हासिल कर ही ली फिर उसने किसी भी चीज की चिंता ना करते हुए अपने स्टोरेज रिंग के बाहर छलांग लगाई और अपने स्टोरेज रिंग को भी पहन लिया साथ ही वह अपने काले जादू का उपयोग करके वहां पर मौजूद काले पत्थरों पर अपना मानसिक नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश करने लगा पहले उसने वहां पर एक पत्थर पर अपने मानसिक नियंत्रण को स्थापित किया फिर उसने दूसरे पत्थर पर भी अपने मानसिक नियंत्रण को स्थापित किया फिर तीसरे चौथे ऐसे करते करते हुए उसने धड़ाधड़ एक के बाद एक पत्थरों पर अपना मानसिक नियंत्रण स्थापित करने लगा और वह उनको अपने स्टोरेज रिंग के अंदर भेजने लगा क्योंकि यह वही पत्थर होते हैं जिनके अंदर वह गुलाम होते हैं जिनको us कामराज ने कैद किया होता है तभी अचानक वहां की मिट्टी जोर-जोर से हिलने लगी और वहां के पत्थर अचानक काली मिट्टी के बाहर निकलकर गर्व के तरफ बढ़ने लगे गर्व ने फिर तुरंत ही अपनी तरफ आने वाले सारे पत्थरों पर अपने मानसिक नियंत्रण को प्रस्तावित किया और उनको दूसरे दिशा में भेज दिया गर्व समझ गया कि उस कामराज को पता चल गया है कि यहां पर कुछ गड़बड़ चालू है और वह कभी भी यहां पर आ सकता है फिर गर्व ने तुरंत ही वहां पर मौजूद काली मिट्टी पर भी अपने मानसिक नियंत्रण को स्थापित करने की कोशिश करने लगा और उसने उन पर भी नियंत्रण पा ही लिया गर्व को यहां पर वह जगह अच्छे से याद होती है जहां से वह कामराज इस गुफा में आया हुआ था फिर गर्व उस जगह पर जाकर वहां की मिट्टी को हटाना चालू कर दिया फिर उस मिट्टी के अंदर से वही रास्ता बनाने लगा जिससे कि वह कामराज इस गुफा में आया हुआ था गर्व ने वहां पर 10 मीटर के रास्ते को खोल दिया तभी वह काली मिट्टी अपने जगह पर ही रुक गई गर्व ने फिर उस काली मिट्टी पर अपनी पूरी मानसिक शक्ति को लगा दिया फिर भी वह काली मिट्टी हिल नहीं रही होती है फिर उस मिट्टी के अंदर से एक आदमी की आकृति बाहर आने लगी यह कामराज के शरीर की ही आकृति होती है गर्व को देख कर उसे बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया उसके आंखे गुस्से से लाल हो गई थी उसने तुरंत ही अपने शरीर पर चारों तरफ काले पत्थरों को लपेट दिया उस गुफा के दीवारों से वह काले पत्थर हवा में उड़ कर जा रहे थे और वह उसी के ही शरीर का एक हिस्सा हो गए इस वक्त गर्व के मानसिक शक्ति का मुकाबला कामराज की मानसिक शक्ति से होता है फिर गर्व ने भी यहां पर अपनी स्टोरेज रिंग में से कई सारे हत्यारों को बाहर निकाल दिया जिन पर इस वक्त गर्व का मानसिक नियंत्रण होता है यह देखकर उस कामराज की आंखें फटी की फटी रह गई उसे यकीन नहीं हो रहा था कि गर्व के पास भी यहां पर काले पत्थरों को और काली मिट्टी को नियंत्रित करने की शक्ति है वह तो गर्व को देख कर चौक गया और वह गर्व की तरफ आखे फाड़ फाड़ कर देखने लगा इसी का फायदा उठाकर गर्व ने कामराज के मुंह पर एक जोरदार मुक्का जड़ दिया इस वक्त गर्व के हाथों में पूरी तरह से काले पत्थर आ चुके होते हैं उसी पत्थरों से गर्व ने कामराज के मुंह पर मुक्का मार दिया होता है जैसे ही काम राज के मुंह पर मुक्का लगा उस कामराज के दात उसके मुंह से बाहर निकल गए और उसकी नाक की हड्डी टूटने के साथ-साथ उसका खून भी बाहर की तरफ गिर गया उसका खून पूरा का पूरा काले रंग का होता है उसको देखकर गर्व की आंखें फटी की फटी रह गई गर्व समझ गया होता है कि अगर वह भी काले ध्यान शक्ति के साथ साथ काले जादू का अभ्यास करते रहेगा तो उसका भी खून काले रंग का हो जाएगा इस वक्त गर्व चौक गया था उसका ही फायदा उठाकर कामराज ने गर्व की छाती के ऊपर एक जोरदार लात मारने के लिए उठाए उसने अपनी लात जैसे ही हवा में उठाई आजू बाजू के दीवारों में जो पत्थर होते हैं वह सारे के सारे कामराज के पैर के तरफ आकर कामराज के पूरे पैरों को उन पत्थरों ने ढक दिया वह लगातार कामराज के पैरों की तरफ आते जा रहे थे उसने जैसे ही गर्व के छाती के तरफ अपना पैर बढ़ाया उस कामराज के पैरों से पत्थरों का झुंड निकला और गर्व की छाती से टकरा गया इसके कारण गर्व भी दूर हवा में जाकर उड़ गया वह 40 फीट हवा में उड़ कर नीचे गिर गया उसकी छाती से भी इस वक्त खून बहते जा रहा था तब गर्व ने देखा कि उसकी छाती से जो खून निकल रहा है वह आधा लाल और आधा काले रंग का है सच में उस काले ध्यान शक्ति का असर गर्व के शरीर पर पढ़ते जा रहा है उसकी इस वक्त कामराज के मुकाबले में सिर्फ आधी ताकत होती है यह उसके खून के रंग से पता लगाया जा सकता है अचानक गर्व के शरीर पर एक बहुत बड़े पत्थरों की दीवार आ गिरी पर इस वक्त गर्व सतर्क होता है इससे पहले की वह दीवार गर्व के शरीर पर गिरती गर्व तुरंत ही उस जगह के दूर हो गया वह दीवार जैसे ही जमीन पर गिरी उस दीवार पर जो काले पत्थर होते हैं वह जमीन पर चारों तरफ फैल गए कामराज ने इन पत्थरों पर अपना मानसिक नियंत्रण प्रस्तापीत किया और इन पत्थरों को अपनी दिशा में बढ़ा दिया पर वह पत्थर वहीं हवा में ही एक जगह पर रुक गए यह देखकर कामराज की आंखें बड़ी हो गई क्योंकि इन पत्थरों पर गर्व ने भी अपनी मानसिक शक्ति को लगाया हुआ था उन दोनों की मानसिक शक्ति के कारण वह पत्थर हवा में ही एक जगह पर रुक गए थे गर्व को देखकर कामराज को बड़ा ही आश्चर्य हो रहा था उस पत्थरों पर अपने मानसिक नियंत्रण को प्रस्थापित करते हुए कामराज ने ऊंची आवाज में गर्व से सवाल पूछा बताओ तुमने यह काले जादू की विद्या कहां से सीखी है अगर तुमने मुझे सच सच नहीं बताया तो तुम आज मेरे हाथों से मारे जाओगे तभी उसके सर पर एक पत्थर आकर टकराया इस पत्थर को गर्व ने हीं कामराज के सिर पर पीछे से फेंका था गर्व उस कामराज के किसी भी सवालों का जवाब देना जरूरी नहीं समझता था जैसे ही उस कामराज के सिर पर पत्थर टकराया उसके सिर के ऊपर से फिर से काला खून बाहर निकला और जमीन पर गिर गया इसके कारण उसको बहुत ही गुस्सा आ गया क्योंकि यह उसका इलाका होता है यहां पर कोई बाहर का आदमी उसकी पिटाई कैसे कर सकता है उसने तुरंत ही वहां पर मौजूद सारे पत्थरों पर अपना मानसिक नियंत्रण स्थापित करने लगा उन पत्थरों के बीच में बहुत सारे गुलाम होते हैं वह सारे के सारे गर्व की तरफ उसको मारने के लिए दौड़ पड़े गर्व ने भी यहां पर मौजूद एक चौथाई हत्यारों पर अपना मानसिक नियंत्रण स्थापित कर लिया होता है उसने भी उन हत्यारों को कामराज के भेजे हुए हत्यारों की तरफ भेज दिया इस वक्त वह कामराज गर्व के चेहरे के तरफ देख कर मुस्कुराए जा रहा था क्योंकि उसे पता था कि गर्व के पास इस वक्त उसके मुकाबले में कम हत्यारे मौजूद है और वह ज्यादा देर तक कामराज के हत्यारों का मुकाबला नहीं कर पाएंगे