Begunah ishq

जिसे सोच वह लड़का ,,,,बगैर ज्यादा कुछ सोचे,,,,बड़े एटीट्यूड से ,,,,,आर्य की आंखो में देखते हुए ,,,,,हा मैं भी कर सकता हूं ,,,,,,अगर तुम वही काम ,,,,,,अपनी आंखें बंद कर सकती हो ,,,,,तो मैं वही काम,,,आंखें खोल कर ,,,क्यों नहीं कर सकती

उसे लड़के के मुंह से,,,,,यह बात सुन ,,,,आर्य अपने फेस पर डेविल स्माइल ला ,,,,एक लड़के को अपने हाथों के इशारे से ,,,,,अपने पास बुलाती है ,,,,,,और उसकी कान में कुछ कहती है,,,,जिसे सुन,,,,वह लड़का,,,,पहले थोड़ा शौक होता है ,,,,,और फिर आर्य की तरफ देख ,,,,,, एक खतरनाक स्माइल कर,,,,,वह वहां से चला जाता है 

और फिर आया दोबारा बड़े एटीट्यूड से ,,,,चलते हुए ,,,,,,दोबारा अपने सोफे पर जा बैठती है ,,,,,और फिर अपने पैरो पर पैर रख ,,,,उस लड़के को बड़ो गौर से देखने लगती है 

🩵🩵🩵🩵🩵

अब आगे____________

और वही वह लड़का आरुषि का रिएक्शन देख कुछ पल के लिए थोड़ा सा घबरा जाता है,,,,,,लेकिन यह सोच की आर्य एक लड़की है आखिर में वह कर ही क्या सकती है,,,,,और अगर वह कुछ कर भी सकती है,,,,,तो आखिर जब वह आंखें बंद कर के,,,,कर सकती है,,,,,तो मैं खोलकर क्यों नहीं ,,,,,यहां सोच वह भी बढ़े एटीट्यूड से,,,,,,,इस तरह खड़ा हो आर्य को घुरने लगता है ,,,,, और वह अपने घुरने से ,,,,,आर्य को,,, जैसे,,,डराने की कोशिश करता है

की तभी वह लड़का अपने हाथों में कुछ लिए दौड़ते हुए आर्य की तरफ ही आ रहा था,,,,जिसे आर्य ने,,,,,कुछ देर पहले ,,,,उसे कुछ लाने को कहा था

वहां रूही के पास आ,,,,,सीधा आर्य,, दुयारा हुई,,, चीज को ,,,,,आर्य के हाथ में रख देता है ,,,और वही आर्य,,,,,उस डिब्बे को देख,,,,स्माइल करते हुए,,,,उस पेपर को खोलने लगती है,,,,,और वही वह सब खड़े ,,,लड़के लड़कियां ,,,,आर्य को,,,उस लड़के को ही देख रहे थे

की तभी वह डिब्बा खुलता है,,,,और वहां खड़े सभी लड़कों और लड़कियों की आंखें बड़ी हो जाती है,,,,,और वहां अपनी आंखें बड़ी कर ,,,उसे लड़के को देखने लगते हैं ,,,,,,जिसने आर्य का चैलेंज एक्सेप्ट किया था,,,

वहां पर खड़े सभी लड़कों को ,,,,,अब उस लड़के पर तरस आने लगा था ,,,,,कि उसने आर्य की बात मानी तो मनी क्यों

क्या उसे नहीं पता था,,, की आर्य कैसी है,,,, फिर भी उसने यह चलन एक्सेप्ट कर लिया ,,,,,अब तो वह डेफिनेटली,,,यह काम नहीं कर पाएगा,,,,,,, 

और वही वह लड़का आर्य के हाथ में,,,,उस डिब्बे में लाल मिर्च देख ,,,,उसकी आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,,और फिर वह अपना सलाइवा घटते हुए,,,,अपने चेहरे पर डरे हुए भाव को छुपाने की कोशिश करते हुए ,,,,,आर्य की तरफ ही देख रहा था 

उसे खुद पर गुस्सा आ रहा था ,,,,कि उसने आर्य की चैनल एक्सेप्ट ही क्यों किया ,,,,जब उसे पता था ,,,,कि आर्य कितनी चालक और होशियार है

लेकिन उसने सब कुछ छोड़,,,,अपना दिमाग ज्यादा चलने की सूची ,,,,,जिससे वह आपनी दर्द भरी नजरों से,,,,आर्य को ही देख रहा था.

जिसे देख आर्य उस लड़के की तरफ,,,,,एक नजर देख ,,,,अपने होठों पर डेविल स्माइल ला,,,,,

उसके पीछे लाल मिर्च ले,,,,,अपनी आंखें बंद कर उसके ऊपर रख देती है,,,,,,,और फिर 5 मिनट बाद वहां लाल मिर्च को,,,,,,अपनी आंखों से हटा देती है,,,,,और फिर अपने सामने खड़े उस लड़के की तरफ ,,,,,अपना हाथ आगे बढ़ा ,,,,,जिसमें लाल मिर्च की डिब्बी थी,,,,उससे बढा,,,,वह उसे लड़के को घूरने लगती है,,,,कि जैसे वह अब उसे कह रही हो,,,,कि अब बारी तुम्हारी है

और वही वह लड़का हक हकलाते हुए ,,,,मैं यह तो चीटिंग चीटिंग है आर्य,,,,,,यह तुम्हें क्या ,,,,,यह तो यहां पर खड़े,,,,सभी इंसानों को पता है,,,,,,कि मैं मैं क्या यह कोई नहीं कर सकता ,,,,,तुमने तुमने मुझे बताया है 

जिसे सुन आर्य क्या मैं तुम्हें कहा था ,,,,,,कि तुम मेरा बात मानो ,,,,,क्या मैंने कहा था ,,,,,,कि तुम मेरे पास आ ,,,,,मुझे लेक्चर दो ,,,,,नहीं ना,,,,,

,तो फिर तुम बेशर्म की तरह ,,,,,मेरे पास क्या करने आये थे,,,, और रही बात मेरी ,,,,,तो प्रोफ़ेसर ने,,,तुम्हें तुम्हारा काम दिया था ,,,,,तो तुम मेरे काम में टांग आडाने क्यों आए ,,,,तो भुगक तो ,,,,और अपना लिया हुआ,,,,चैलेंज पूरा करो

जिसे सुन,,,, वह लड़का,,,,,मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाला,,,,सुना तुमने ,,,,,और मैंने कोई चैलेंज नहीं दिया,,,,,वह तो तुम थी,,,,,,,जिसने मुझे,,,,, बहका,,,, मुझे आपनी बातों में लगा,,,,, मुझे चैलेंज एक्सेप्ट करवाया ,,,, ताकि तुम मेरा तमाशा बना सकूं,,,,तुम हो ही ऐसी,,,,तुम्हें किसी की फीलिंग की कदर ही नहीं

उसके बात सुन ,,,,आर्य उसे घुरते हुए,,,,हां नहीं है मेरे पास कोई दिल,,,,,लेकिन तुम मुझसे इतना ज्यादा एक्सप्टेसन क्यों करते हो ,,,,, कि मेरे पास भी एक दिल हो,,,,, और मैं भी ,,,तुम सब पर तरस खाऊं

और फिर वहां खड़े सभी लड़कों की तरफ ,,,, घुर कर देखते हुए,,,,और आज तुम सब मुझे यह बताओ ,,,,क्या मैंने तुम्हें किसी काम के लिए फोर्स किया ,,,नहीं ना, ,,,,, 

और जो भी मेरा आर्डर फॉलो कर रहा था,,,,और सब कुछ मुझसे डर की वजह से कर रहा था ,,,,,तो वह तुम्हारी प्रॉब्लम है ,,,मेरी नहीं 

अगर तुम खुद के लिए स्टैंड नहीं ले सकते ,,,,,तो दूसरों के लिए स्टैंड क्या लोगे,,,,

और तुम सब को मुझसे डर लगता है ,,,,,तो आगे पता नहीं कितने लोग आएंगे,,,,,,जिससे तुम सब डरोगे ,,,,,और ऐसे ही डर कर,,,,तुम हमेशा सर झुकाए खड़े रहोगे,,,,किसी पालतू जानवर की तरह

 अगर अगर हम दूसरों की कदर नहीं कर सकते ,,,,तो,,,,एट लिस्ट हम खुद की तो कदर कर सकते हैं ,,,,, ,,, अगर हम खुद के बारे में सोचेंगे, ,,,तभी तो दूसरों के बारे में सोने का मौका मिलेगा, ,,

लेकिन तुम सब ,,,,इतनी हिम्मत नहीं ,,,,कि तुम अपनी डर को भागा,,,,अपनी इच्छा से काम कर सको ,,,,,,,, और यह डैविल क्वीन कौन है ,,,,,,जिसका,,,,, नाम सुनते ही डर जाते हो ,,,, डरना नहीं जीना सीखो

बाकी एस ऊ विश ,,,तुम्हें जो करना है करो ,,,,यह कह आर्य वहां से गुस्से से चली जाती है

और वही ,,,,वहां खड़े सभी लोग ,,,आर्य को ही देखे जा रहे थे,,,,और आर्य को वह लोग तब तक देखते हैं,,,जब तक आर्या,,,उस रूम से ,,,,बाहर नहीं चली जाती ,,,,और फिर वहां पर सब आपस में बातें करने लगते हैं,,,,कि आर्य ने जो भी कहा ,,,,वह सब कुछ सच कहा था ,,,,,कि अगर वह खुद की कदर नहीं कर सकते ,,,,, तो दूसरों की कदर कैसे करेंगे,,,, दूसरों के लिए टाइम कैसे निकालेंगे

और वही अयान तो बस आर्य को ही देखे जा रहा था उसे आज पहली बार आर्या की आंखों में ,,,दर्द नजर आया था ,,,किस चीज का दर्द ,,,,उसे नहीं पता ,,,,लेकिन उसे भी इस दर्द से,,, हो रहा था

🩵🩵🩵🩵

और वहीं दूसरी तरफ बार में ,,,, रुही अब भी अपने कमरे में बैठी हुई थी ,,,,

और बाहर मैगी कई लोगों से बहस कर रही थी,,,,कि आज रुही की तबीयत ठीक नहीं है,,,,,इसलिए वह आप सबको वाइन सरव नहीं कर सकते,,,,,आई एम सो सॉरी

🩵

आज के लिए बस इतना ,,,,तो देखते हैं ,,,कि आगे क्या होगा ,,,क्या रोहि,,,उस कमरे से बाहर आएगी ,,,,जाने के लिए बढ़ते रह माय डेफिनेशन आई हेट यू

आम सो सॉरी गयेज की मैं भूल गई थी ,,,कि मुझे 5:00 बाजे आप सब चैप्टर अपलोड करना है

और सच में , ,,आज भी मुझे बहुत अच्छे लगे ,,,,आप सबके कमेंट और शेयर देखकर,,,,थैंक यू मेरे प्यारे रिडर्स,, मेरी बात मान,,,,मुझे सपोर्ट करने के लिए

🩵🩵🩵🩵🩵

लेकिन कियान उसके सभी बातों को इग्नोर कर,,,, उसे जबरजस्ती,,,अपने कमरे की और ले गया,,,,, और फिर गेट पर अपना फिंगरप्रिंट लगा,,,,, उसे कामरे में ले जा,,,, जमीन पर पटक दिया ,

इधर प्रिया जो ,,,,कियान द्वार जमीन पर,,,,, पटके जाने की वजह से ,,,, प्रिया जैसे पीछे मुड़ कियान पर चिल्लाने वाली थी,,,,

कि एक चर्र की आवाज के साथ ,,,,,,, उसकी पहनी हुई शर्ट ,,,,,,उसके बदन से अलग कर,,,,, उसके बगल में फेंकी जा चुकी थी ,,,,,,

वाह तो अभी कियान की तरफ ही देख रही थी,,,,की अपने बदन पर कोई कपड़ा ना महसुस कर,,,,, प्रिया झट से ,,,,,,अपने सीने को अपने हाथों से कवर करने लगती है,,,

क्योंकि वह सिर्फ इस वक्त ,,,,एक ब्रा और पैंटी में थी,,,,, वाह अपने हाथों से खुद को,,,, कियान से छुपाने की कोशिश कर रही थी,,,,,

और फिर प्रिया,,,,,,अपनी निगाहें,,,, कियांन की तरफ करती है ,,,,तो एक पल के लिए,,,,,उसे देख डर जाती है ,,,,,,

क्योंकि वह इस वक्त,,,,, इतने गुस्से में था,,,, कि वह उसकी निगाहों से खुद को जलता हुआ महसूस कर रही थी,,,,

,कियान को इतने गुस्से में देख,,,,,,,एक पल के लिए प्रिया,,,भी डर जाती है ,,,,

और जब प्रिया ,,,,,कियान को अपनी तरफ आता देखती है ,,,,,तो उसी तरह ,,,,,जमीन पर बैठे,,,,, पिछे की तरफ जाने लगती है,,,,, क्योंकि प्रिया को डर लग रहा था,,,,कि कियान फिर से,,,,,,उसके साथ कल वाली,,,, बत सलोकी न कर दे

प्रिया अब भी पीछे की तरफ जाये जा रही थी ,,,,,जब तक वह एक दीवार से जा नहीं लगती,,,,,,,,लेकिन अब भी कियांन,,,,,,उसकी तरफ अपना कदम बढ़ा रहा था,,,,,,

और फिर,,,,कियान उसके पास पाहुंच,,,,,,,,,,,उसकी तरफ झुक,,,,,उसके बालों को पकड़ ,,,,,,,अपनी तरह खींचते हुए,,,,,, गुस्से में ,,,,,,,लेकिन अपनी मजबूत आवाज में ,,,,, शायद तुम्हें अपने जिस्म पर कपड़े पसंद नहीं,,,,, तभी तो तुम मेरे बॉडीगार्ड के सामने सिर्फ एक शर्ट मैं चली गई ,,,, तो ठीक है ,,,,,,तुम आज पूरी रात,,,,, इसी तरह बिना कपड़ों में बिस्तर पर सोओगे,,,,,

मेरी इस कहानी को भी जरूर पढ़ें शायद आप सबको यह भी कहानी पसंद है