begunah ishq

और वहीं दूसरी तरफ बार में ,,,, रुही अब भी अपने कमरे में बैठी हुई थी ,,,,

और बाहर मैगी कई लोगों से बहस कर रही थी,,,,कि आज रुही की तबीयत ठीक नहीं है,,,,,इसलिए वह आप सबको वाइन सरव नहीं कर सकते,,,,,आई एम सो सॉरी

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Aab aage

 और वही दूसरी तरफ ,,,, रुही आब भी,,,,अपने कमरे में,,,,अपने बैड पर बैठी हुई थी,,,,,उसका बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था बाहर जाने का ,,,,

उसका चेहरा आब भी बहुत मुरझाया ,,,और पीला नजर आ रहा था ,,,,उसके चेहरे पर दर्द साफ देखा जा सकता था ,,,,,उसकी आंखें अब भी लाल थी

जैसे कि वह बहुत देर से रोई हो ,,,,,और वही संध्या भी अपने बेड पर बैठे ,,,,,तिरछी नजरों से रूही को ही देख रही थी,,,,,क्योंकि उसे रूही पर बहुत तरस आ रहा था ,,,,,, और उसे रूही के लिए बहुत बुरा भी लग रहा था

लेकिन वह,,, रुही से ,,,कोई बात नहीं कर रही थी,,,,,क्योंकि रूही उससे बात करना ही नहीं चाहती थी,,,,,,,जिससे संध्या दूर से ही रूही को,,,,,अपने दर्द भरी नजरों से देख रहे थे,,,,उसे इस तरह दर्द में देख ,,,,संध्या को भी,,,बहुत बुरा लग

क्योंकि,,,,वही दूसरों का दर्द समझ सकते हैं,,,,,जो खुद दर्द में होते हैं ,,,,,,और संध्या भी इस दर्द में थी ,,,,,,उसे नहीं पता कि रोहि की क्या मजबूरी है,,,,,,यहां जॉब करने की ,,,,,,वह क्यों यहां जॉब करती है

और उसके साथ,,,,,यह क्या हो रहा है ,,,,,लेकिन उसे इतना पता है ,,,,,कि रोहि का दर्द भी ,,,,,उसे,,,अपना द्वारा दिया गया ही दर्द है,,,,,क्योंकि जब हमें दूसरों से दर्द मिलता है ,,,,तो कम तकलीफ होती है ,,,, क्योंकि वह पराये होते हैं,,,,,,लेकिन जब कोई अपना जख्म देता है,,,,,तो वह जिस्म ही नहीं,,,,,रुह तक ,,,जख्मी कर जाता है

और लोग कहते हैं कि जख्म तो हथियार से दिया जाता है,,,,,, लेकिन कई जख्म जुबान की हथियार से भी दिया जाता है,,,,,, जो हमारे जिस्म पर तो नहीं ,,,,,,लेकिन हमारी रूह ,आत्मा,,,दिल, दिमाग सब कुछ जख्मी कर रख देते है ,,,,,वह दर्द तो सबसे खतरनाक होता है, ,,,,उस जिस्म के दर्द से भी ज्यादा ,,,,,और यही रुही,,,,झेल रही थी ,,,,,जिसका कहीं ना कहीं अंदाजा संध्या को भी हो रहा था

क्योंकि संध्या भी अपनों के ही हाथो तबाह हुई है,,,,,उसे अपने सगे मां बाप ने ,,,,,यहां लाकर पटक दिया था,,,,,,कुछ चंद पैसों के लिए ,,,,,

उसे यहां बेच दिया था,,,,,,क्योंकि उनके घर का खर्चा नहीं चलता था ,,,,,,,उनके घर चार बेटियां थी,,,,,जिसमें संध्या सबसे जादा खूबसूरत है

और उसके मां-बाप ने उसकी खूबसूरती का हीं,,,,फायदा उठा, ,,,,,,,उसे इस बार में लाकर पटक दिया,,,,,,वह तो शुक्र है कि,,,,,,,,,इस बार में सिर्फ खूबसूरती का सौदा होता है ,,,,,,,,शरीर का नहीं, ,,,,,,, ,,,,

आब तो संध्या को भी खूबसूरती से नफरत होती थी,,,,,की खूबसूरत लोगों की क्या जिंदगी है ,,,,,,,अपने की सोच से ज्यादा ,,,,,दूसरों की सोच से चलते हैं,,,,,,अगर वह सही भी होंगे ,,,,,,तब भी वह,,,,,,दूसरों की नजरों में गिरे ही होते हैं,,,,,

अगर उसका कोई बॉयफ्रेंड ना भी हो ,,,,,,तब भी लोगों की नजरों में उसके दो-तीन बॉयफ्रेंड तो जरूर होंगे,,,,,,यह तो ,,,,,दूसरों का देखने का नजरिया है,,,,,,,,,कभी उस लड़की के दिल में भी झाकर देखो,,,,, तब पता चलेगा,,,,कि उस पर क्या बीतती होगी,,,, 

की तभी उसे कमरे मैं एक लड़की आती है ,,,,,,जो सीधा रूही के पास जा,,,,,,,,रुही तुम्हे बॉस ने बुलाया है ,,,,,यह कह,,,,वह रूही को देखने लगते हैं,,,,,

उसे भी रूही बहुत खूबसूरत लगती थी,,,,,,,लेकिन उसे रूही से जलन भी होती थी ,,,,,,,की रूही को सबसे ज्यादा,,,, अटेंशन क्यों मिलती है,,,,,,,अब तो इस बार का ऑनर भी,,,,, रुही मैं दिलचस्पी ले रहा है 

जिसे सुन रोही,,,,,अपना सर उठा उस लड़की को देखती हैं ,,,,,जो अब भी ,,,,,,उसी को ही,,,,,देख रही थी ,,,,,

 लेकिन रोहित उसे देखकर भी कुछ कहती नहीं ,,,,,और दोबारा अपना सर बैड के कॉर्नर पर लगा ,,,,,,अपनी आंखें बंद कर लेती है ,,,,कि जैसे उसने उसकी बात सुनी ही ना हो

उसका ऐसा रिएक्शन देख,,,,,,वह लड़की जो रूही को बुलाने आई थी ,,,,,दोबारा रूही की तरफ देख ,,,,,रूही मैंने कहा,,,तुम्हें बोस बुला रहे हैं ,,,जल्दी चलो 

जिसे सुन रूही अब भी ,,,,,कुछ नहीं कहती,,,,,और रूही के मुंह से कुछ ना सुन ,,,,,,वह लड़की थोड़ा गुस्से से ,,,,,,,रूही तुमने सुना नहीं ,,,,,,मैंने कहा कि ,,,,,तुम्हें बोस बुला रहे हैं ,,,,,अगर तुम्हें नहीं जाना ,,,,तो कोई ना ,,,,,,मैं सर को खुद ही जाकर कह दूंगी,,,,,की रूही नहीं आना चाहती ,,,,,यह कह ,,,,,,वह दोबारा रूही को देखने लगती है

कि तभी रूही अपनी आंखें खोल,,,,,अपनी गुस्से से लाल हुई आंखों से ,,,,,,,उस लड़की को देखते हुए,,,,,,,हां जाकर कह दो अपने बॉस से ,,,,,,कि मैं नहीं आ रही ,,,,क्योंकि मैंने यह जॉब छोड़ दी है ,,,,,,और मुझे यहां जबरदस्ती रखना छोड़ दें ,,,,,,,क्योंकि मुझे यहां नहीं रहना,,,,,और ना ही मुझे कोई जॉब करनी है

जिसे सुन वह लड़की और संध्या ,,,,,अपनी आंखें बड़ी कर ,,,रोहि की तरफ देखने लगती है,,,,जैसे कि खुद पर भरोसा करने की कोशिश कर रहे हो,,,,,, की इतना कुछ,,,,रोहि बोल रही है

की तभी रूही की दोबारा आवाज आती है,,,,,,,और अगर मैं यहां जोब भी कर रही होती,,,,,,तो मैं यहां लोगों को ,,,,,एंटरटेन करने के लिए होती,,,, ना कि,,,,,तुम्हारे बोस का ,,,,,,,बिस्तर गर्म करने के लिए ,,,,,,,और जाकर कह दो अपने बॉस को,,,,,,कि नहीं आ रही मैं, , , और मुझ पर ऑर्डर ,,,,और धोस जमाना बंद करें,,,,,,क्योंकि अब उसका,,,,,मुझ पर कोई हक नहीं है,,,,यह कह है ,,,,,रूही बैड से उतर,,,,सीधा,,,,,,वॉशरूम चली जाती है ,,,,,जैसे कि वह अब ,,,,,,इन दोनों का भी ,,,,,शक्ल नहीं देखना चाहती हो

और वही वह लड़की ,,,,,रोहि की बात सुन,,,,,वह सीधा ,,,,कमरे से बाहर चली जाती हैं

और वही संध्या अपनी आंखें फाड़े बस रूही की तरफ देख रही थी,,,,,,जो कि अब वॉशरूम में चली गई थी ,,,क्योंकि वह आब भी बहुत हैरान थी ,,,,,,रूही की बातों को सुन

अब उसके दिमाग में बहुत कुछ चलने लगा था ,,,,,की क्या,,, रुही,,,,,यहां के ओनर को जानती है ,,,,,क्या कल रात जो रूही के साथ हुआ था ,,,,,,वह किसी और ने नहीं ,,,,,यहां के ओनर ने किया था ,,,,,,और उसके दिमाग में इस वक्त,,,कई सारे,,,ख्याल उमड़ रहे थे ,,,,,,,,जिससे आब उसका ,,,,,,हल्का-हल्का सर दुखने लगा था क्योंकि वह आब पूरी बात जाना चाहती थी,,,,,,,लेकिन एक रूही थी,,,,,,,जो उसे कुछ बताना ही नहीं चाहती थी ,,, 

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और वही मिहिर अपने केबिन में बैठा था ,,,,और अपने सामने खड़े,,,,उस लड़की की पूरी बात सुन,,,,गुस्से से उस लड़की को ,,,,केबिन से बाहर जाने को कहता है,,,,,उस लड़की के,,,,केबिन से बाहर जाते ही मिहिर,,,,वहां पड़े सभी सामान को,,,,,,जमीन पर फेक ,,,,,गुस्से से,,,,,तुम्हारी इतनी हिम्मत,,,,,,कि तुम मेरी बात ना मानो ,,,,,क्या कहा था तुमने,,,,,,कि तुम यहां लोगों को एंटरटेन करने के लिए हो,,,,,,,,,,,,,,,,,,ना कि,,,,मेरा बिस्तर गर्म करने की 

तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई,,,,,मेरे बारे में ऐसा कहने की,,,कि तुम मेरा बिस्तर गर्म करती हो ,,,,,,अब तुम्हें पता चलेगा,,,,,कि हर रोज बिस्तर गरम करना होता क्या है,,,,,यह कह मिहिर,,,,,गुस्से से अपनी केबिन से निकल जाता है,,,,,और वह इस वक्त काफी गुस्से में था,,,,रोहि द्वारा कहे हुए,,,,एक-एक शब्द को याद कर के

आज के लिए बस इतना

हेलो गाइस ,,,,आज मैं फिर से बहुत डिसएप्वाइंट,, आपने पहले एपिसोड पर,,,,,,,कोई ना रिस्पॉन्स आया देखकर ,,,,,,

तो प्लीज आज तो, ,,,,आप सब अच्छे-अच्छे लाइक और,,,,,शेयर जरूर करें ,,,ओके गुड नाइट आपका मिलते हैं