begunah ishq

,,,,, 

अब उसके दिमाग में बहुत कुछ चलने लगा था ,,,,,की क्या,,, रुही,,,,,यहां के ओनर को जानती है ,,,,,क्या कल रात जो रूही के साथ हुआ था ,,,,,,वह किसी और ने नहीं ,,,,,यहां के ओनर ने किया था ,,,,,,और उसके दिमाग में इस वक्त,,,कई सारे,,,ख्याल उमड़ रहे थे ,,,,,,,,जिससे आब उसका ,,,,,,हल्का-हल्का सर दुखने लगा था क्योंकि वह आब पूरी बात जाना चाहती थी,,,,,,,लेकिन एक रूही थी,,,,,,,जो उसे कुछ बताना ही नहीं चाहती थी ,,, 

🩵

और वही मिहिर अपने केबिन में बैठा था ,,,,और अपने सामने खड़े,,,,उस लड़की की पूरी बात सुन,,,,गुस्से से उस लड़की को ,,,,केबिन से बाहर जाने को कहता है,,,,,उस लड़की के,,,,केबिन से बाहर जाते ही मिहिर,,,,वहां पड़े सभी सामान को,,,,,,जमीन पर फेक ,,,,,गुस्से से,,,,,तुम्हारी इतनी हिम्मत,,,,,,कि तुम मेरी बात ना मानो ,,,,,क्या कहा था तुमने,,,,,,कि तुम यहां लोगों को एंटरटेन करने के लिए हो,,,,,,,,,,,,,,,,,,ना कि,,,,मेरा बिस्तर गर्म करने की 

तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई,,,,,मेरे बारे में ऐसा कहने की,,,कि तुम मेरा बिस्तर गर्म करती हो ,,,,,,अब तुम्हें पता चलेगा,,,,,कि हर रोज बिस्तर गरम करना होता क्या है,,,,,यह कह मिहिर,,,,,गुस्से से अपनी केबिन से निकल जाता है,,,,,और वह इस वक्त काफी गुस्से में था,,,,रोहि द्वारा कहे हुए,,,,एक-एक शब्द को याद कर के

🩵❤🩵❤🩵❤🩵❤

 

अब आगे_________

जिससे मिहिर गुस्से से अपनी केबिन से निकल,,,,,,रुही के कमरे की तरफ चला जाता है,,,,,इस वक्त भी मिहिर ने अपने चेहरे पर मास्क लगाया था,,,,,,,क्योंकि वह अपनी आइडेंटिटी ,,,,,यहां काम कर रहे ,,,,,सभी बरकर से छुपा रहा था,,,,,,क्योंकि वह नहीं चाहता था,,,,,,कि कभी किसी को ,,,, उसके बारे में,,,,पता चले,,,,,कि वह कौन है

और फिर वह गुस्से से ,,,,,,सीधा रोहि के कमरे में जा देखता है तो,,,,,,,रूही इस वक्त कमरे में नहीं थी,,,,,,,जिसे देख ,,,, मिहिर,,,,एक नजर संध्या को देख ,,,,,उससे पूछता है,,,,की रूही कहां है

जिसे सुन संध्या ,,,,,अपनी उंगली ,,,,वॉशरूम की तरफ कर देते हैं,,,,,,जिससे मिहिर,,,,, बगैर उसकी तरफ ,,,,,एक बार देखे ,,,,,,वह सीधा वॉशरूम के अंदर चला जाता है ,,,,,तो देखता है,,,,,,कि रोहि अपने पुराने कपड़ों में ही ,,,, सावल के नीचे बैठे,,,,,,,,अपना मुंह घुटनों में छुपाए ,,,,,शायद रो रही थी ,,,,,,जिसे देखकर ,,,, मिहिर एक पल के लिए ,,,,,,उसे देखता रह जाता है ,,,,,,,जैसे कि उसे इस तरह देखा,,,,,उसे अजीब सी टीस होती है,,,,,,और उसे अपने दिल में एक अजीब सी चुभन सी महसूस होती है,,,, 

लेकिन वह कुछ देर पहले,,,,,,,आरुषि द्वारा कहे गए ,,,,,,उन शब्दों को ,,,,,,और पुरानी यादों को याद कर ,,,,,,,अपने उन सभी उमड रहे महसूसों को भूल,,,,,अपने कदम रुही की तरफ बढ़ा देता है

और फिर उसके पास पहुंच ,,,,,,सबसे पहले शावर बंद करता है,,,,,,और वही रूही पानी ना गिरने का एहसास पा,,,,,,,अपनी आंखें खोल एक नजर देखती है,,,,,,तो उसकी नजर बुतों पर जाती है

जिसे देख वह समझ जाती है ,,,,,,कि यह कोई और नहीं ,,,,,,मिहिर ही होगा,,,,,,,लेकिन फिर भी वह,,,,,कोई रिस्पांस नहीं करती,,,,,,और उसी तरह बैठी रहती है ,,,,,,,जिसे देख मिहिर गुस्से से ,,,,,अपने दांत पीजते हुए,,,,,उसकी बाजू पकड़ ,,,,,उसे खड़ा कर देता है

जिसे रूही भी एक झटके में,,,,,,खड़ी हो जाती है,,,,,लेकिन वह एक नजर भी ,,,, मिहिर की तरफ ,,,,,,नहीं देखी ,,,,,,जिससे पता नहीं क्यों ,,,,,,लेकिन मिहिर को बहुत गुस्सा आता है ,,,,,,उसे खुद भी नहीं पता चलता ,,,,कि वह कर क्या रहा है ,,,,,,,आखिर में वह चाहता क्या है,,,,,,,अगर रूही उसे इग्नोर करे ,,,,,,उससे दूर जाना चाहे,,,,,,उससे बात ना करें ,,,,,,तब भी उसे तकलीफ होती थी,,,,,,,और अगर रूही उसे इग्नोर ना कर,,,,,,उसके आगे पीछे घूमते ,,,,,,,रहे,,,,,,उससे बात करने की कोशिश करें ,,,,,,,तब भी उसे तकलीफ होती थी

मिहिर का दिल ,,,,,और दिमाग जैसे ,,,,, रुही के मामले में ,,,,,झगड़ा करने लगे हो,,,,,और उस झगड़े में ,,, दिमाग दिल को हारा,,,जीत जाता था 

और आब भी ,,,,,उसका यही हाल हो रहा था,,,,,उसका दिल और दिमाग में झगड़ हो रहा था,,,,,,और इस बार भी,,,,,,,मिहिर का दिमाग दिल को हारा,,,,जीत जाता है ,,,,,जिससे मिहिर,,,,,रूही की मायूसी और दर्द देखने के बाद भी ,,,,,,उसे पर ना तरस खाते हुए,,,,,,उसका गालो पकड़,,,,,सीधा दीवार से लगा देता है , और फिर गुस्से से ,,,,,उसकी आंखों में देखते हुए

क्या कहा था तुमने,,,,,,उसे,,,,,,कि तुम्हें यहां नहीं रहना,,,,,,तुम्हें मेरा आर्डर नहीं मानना ,,,,,,,,,और तो और ,,,,तुमने ,,,,,,कि तुम यहां लोगों का मन बहलाती हो ,,,,,ना कि मेरा बिस्तर गर्म करने की

और उसके गालो पर,,,,,,अपनी पकड़ और कसते हुए ,,,,,,,तुम्हें लगता है ,,,,,,कि मैं तुम्हारे साथ सोने के लिए मरा जाता हूं

तो तुम इतनी भी खूबसूरत नहीं हो,,,,,,,कि तुम्हें पाने के लिए मुझे,,,,,,,इतना कहते हुए ,,,,,, मिहिर रुही को,,,,,ऊपर से नीचे घूरने लगता है,,,,,,और फिर मिहिर,,,,एक झटके में,,,,,रोहि को छोड़ देता है,,,,जिससे रोहि सीधा जमीन पर जा गिरती है

जिससे वही अपना सर थोड़ा सा ऊपर उठा,,,,, मिहिर कि तरफ देखती है ,,,,,जो उसे ही घिन भरी नजरों से देख रहा था ,,,,,,उसे खुद को इस तरह देखता देख,,,,,रूही अपना मुंह फेर लेती है 

मिहिर रुही को ,,,,,,खुद से मुंह फेरता देख,,,,,मिहिर गुस्से से,,,,,,रुही के पास बैठ ,,,,,उसका फेस अपनी तरफ कर ,,,,,,उसका फेस बिल्कुल अपने फेस के करीब ला,,,,गुस्से से,,,,,तुझे क्या लगा,,,,,तुझे क्या लगा,,,,,,कि मैं तेरी,, इस खूबसूरती में पिघल जाऊंगा ,,,,, तो ऐसा कभी नहीं होगा ,,,,,,ना मुझे तुमसे पहले इंटरेस्ट था ,,,,,और ना ही ,,,,,आब,,,,,सुना तुमसे 

मुझे घिन आती है तुमसे ,,,,,और तुम्हारी इस जिस्म से ,,,,,,,,सुना तुमने ,,,,,यह कह मिहिर,,,,,,रूही को झटक देता

यह तो मिहिर ही जानता था,,,,,,,,कि उसने यह शब्द कितनी मुश्किल से बोले हैं,,,,,,,,कि उसे उसकी बॉडी से कोई फर्क नहीं पड़ता,,,,,,लेकिन ऐसा नहीं था,,,,,,उसे लत लग गई थी ,,,,, रुही कि,,,,,,, जो आपने नफरत के आगे,,,,,,उसे हमेशा कहता था ,,,,, कि उसे ,,,,,उसकी कदर नहीं है

वह सिर्फ मिहिर का दिल ही जानता है,,,,,,,कि उसने रोहित के बगैर 2 साल कैसे बिताई,,,,,,,क्योंकि उसके जेल में ,,,,रहने के बाद,, मिहिर,,,,5 सालों तक कोमा में था,,,,,,,और उसका सारा बिज़नस ,,,,,,,उसका असिस्टेंट सिद्धार्थ और आयुष ही संभालते थे

 और जब वह 5 साल बाद होश में आया तो,,,,,,,,उसने तो पूरे 2 साल अपने बिजनेस को टॉप पर लाने में लगा दिया ,,,,,,,लेकिन जब उसे पता चला ,,,,,कि रोहि जेल से वापस आ रही है ,,,,,, तो उससे पूछो ,,,,,,उसके दिल ने ,,,,, रूही को बस एक बार देखना चाहा ,,,,,,,,लेकिन दिमाग में उसे बर्दाश्त नहीं किया ,,,,,,और उसके दिल में भी नफरत भर ही दिया,,,,

वह सिर्फ मिहिर जानता था,,,,,,जब उसने, पहली बार रुही को ,, उस रेस्टोरेंट में देखा था, , ,,,, उस नीली वेटर्स की साड़ी में ,,,,,,सच में ,,,,,, मिहिर उसे,,,,,देखता रह गया था,,,,,,,,

वह देखने में,,,,,, बहुत कमजोर लग रही थी ,,,,,,,फिर भी वह बहुत खूबसूरत लग रही है,,,,,,, उसकी वह परफेक्ट हार्ट शेप लिप्स,,,,,,उसका परफेक्ट फिगर ,,,,,,उसकी लाइट ग्रे आंखें ,,,,,,,सच में उसकी खूबसूरती का कोई जवाब नहीं था

इतने दिन ,,,,,जेल में बिताने के बाद भी ,,,,,,,उसके फेस पर,,,,,,वह मासूमियत,,,,दिख रही थी,,,,,,जिसकी आड़ में ,,,,,उसने अलीशा को मारा था

उसकी फेस पर,,,,,कोई मेकअप नहीं था ,,,,,,आंखों में डार्क सर्कल ,,,,,फिर भी वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थी,,,,,,जिसे देख मिहिर,,,,,,,, का दिल,,,, जोरो,, से धड़कने लगा था ,,,,,,,,लेकिन उसे अपने दिल से ,,,,,नफरत हो रही थी ,,,,,,,कि वह अपने सामने खड़े ,,,,,इस खुनी के लिए,,,,,क्यों धड़कता है,,,, 

मिहिर का दिल ,,,,,,जितनी तेजी से धड़कता था,,,,,,,मिहिर को उतना ज्यादा ,,, रुही से नफरत होती थी ,,,,,,क्योंकि मोहब्बत का दूसरा नाम जो नफरत है ,,,,, 

आज के लिए बस इतना

और मेरी प्यारे,,,, रीडर्स,,,,,आज भी आप सब मुझे कमेंट और शेयर करना मत भूलना

आगे जाने के लिए पढ़ते रहे,,,,,,