एपिसोड 7: छाया का साम्राज्य
धूल का गुबार हवा में फैला हुआ था। अर्जुन की तलवार से नीली और काली रोशनी की लहरें छाया सम्राट के विशाल काले हाथ से टकराई थीं। ज़मीन काँप रही थी, और मैदान के बीचों-बीच एक गहरा गड्ढा बन गया था। अर्जुन ने अपनी साँसें संभालीं, उसकी नई तलवार—डार्क लाइट फ्यूजन—उसके हाथ में चमक रही थी।
छाया सम्राट की लाल आँखें अंधेरे में जल रही थीं। उसकी गहरी हँसी मैदान में गूँजी। "तुममें हिम्मत तो है, कालद्रष्टा। लेकिन यह काफी नहीं है।"
अर्जुन ने दाँत भींचे। "मैं यहाँ हार मानने नहीं आया।"
होलोग्राफिक स्क्रीन चमकी—
[लक्ष्य: छाया सम्राट को हराओ। खतरे का स्तर: अति उच्च।]
अर्जुन ने अपनी तलवार को दोनों हाथों से पकड़ा और उसकी ओर दौड़ा। उसकी नई क्षमता—डार्क लाइट फ्यूजन—से तलवार में एक अनोखी ऊर्जा थी, जो प्रकाश और अंधेरे को एक साथ बुन रही थी। उसने पूरी ताकत से वार किया।
"एनर्जी स्लैश!"
नीली और काली रोशनी की एक विशाल लहर छाया सम्राट की ओर बढ़ी। लेकिन सम्राट ने अपने काले हाथ को आगे बढ़ाया, और लहर उसके सामने हवा में बिखर गई, जैसे कोई दीवार उसे रोक रही हो।
"क्या?!" अर्जुन चौंक गया।
"तुम्हारी शक्ति मेरे सामने कुछ भी नहीं," सम्राट ने कहा और एक झटके में अपना दूसरा हाथ उठाया। उससे काले धुएँ की लहरें निकलीं, जो अर्जुन की ओर तेज़ी से बढ़ीं।
अर्जुन ने अपनी तेज़ गति (Agility Boost) का इस्तेमाल किया और बिजली की तरह एक तरफ कूदा। धुआँ ज़मीन से टकराया, और वहाँ की मिट्टी काली पड़ गई, जैसे उसका जीवन चूस लिया गया हो।
"यह कोई साधारण दुश्मन नहीं है," अर्जुन ने सोचा। "मुझे सावधानी से लड़ना होगा।"
शक्ति का मुकाबला
अर्जुन ने अपनी नई क्षमता—प्रीडिक्शन मोड (भविष्य दृष्टि)—को सक्रिय किया। उसकी आँखें चमक उठीं, और समय धीमा पड़ गया। उसे सम्राट की अगली चाल दिखाई दी—एक विशाल काला गोला जो उसकी ओर आने वाला था।
वह पहले ही एक तरफ हटा, और गोला उसके बगल से गुज़र गया, मैदान में एक और गड्ढा बना गया।
"अब मेरी बारी!" अर्जुन ने तलवार घुमाई और "टाइम स्लो" का प्रयोग किया। हवा में सब कुछ धीमा हो गया, और वह सम्राट के करीब पहुँचा। उसने पूरी ताकत से वार किया—
"डार्क लाइट स्लैश!"
तलवार से एक ज़बरदस्त ऊर्जा लहर निकली, जो सम्राट के काले शरीर से टकराई। एक तेज़ चीख गूँजी, और सम्राट कुछ कदम पीछे हटा। उसका एक हाथ धुएँ में बदल गया।
[छाया सम्राट को क्षति पहुँची! -20% शक्ति।]
"यह काम कर रहा है!" अर्जुन ने राहत की साँस ली।
लेकिन सम्राट की हँसी फिर गूँजी। "क्या तुम्हें लगता है कि यह इतना आसान होगा?"
उसके शरीर से काला धुआँ तेज़ी से फैलने लगा, और मैदान अंधेरे में डूब गया। अर्जुन को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। तभी, एक ज़ोरदार झटका लगा, और वह पीछे उछल गया।
[आप पर हमला हुआ! -30 HP।]
"उफ़!" अर्जुन ने खुद को संभाला। उसकी बाँह से खून टपक रहा था। "यह क्या शक्ति है?"
अंधेरे का रहस्य
अंधेरे में सम्राट की आवाज़ गूँजी। "तुम यहाँ तक पहुँच गए, लेकिन तुम्हें यह नहीं पता कि मैं कौन हूँ।"
अर्जुन ने अपनी तलवार ज़मीन में गाड़ी और साँस ली। "तो बताओ, तुम कौन हो?"
काले धुएँ से सम्राट की आकृति फिर उभरी। "मैं इस दुनिया का दूसरा पहलू हूँ। जब तुम्हारी शक्ति सील की गई थी, मैं पैदा हुआ। मैं तुम्हारा अंधेरा हूँ, कालद्रष्टा।"
अर्जुन चौंक गया। "मेरा अंधेरा? तो तुम मेरे ही हिस्से हो?"
"हाँ," सम्राट ने कहा। "लेकिन अब मैं आज़ाद हूँ। और मैं इस दुनिया को अपने रंग में रंग दूँगा।"
अर्जुन के दिमाग में मायरा की बात गूँजी—"उस काले महल में तुम्हारा असली दुश्मन इंतज़ार कर रहा है..."
"तो यह सब तुमने रचा?" उसने पूछा।
"नहीं," सम्राट ने कहा। "मैं सिर्फ़ एक कठपुतली था। असली कठपुतली मास्टर उस काले महल में है। लेकिन तुम वहाँ कभी नहीं पहुँच पाओगे।"
अर्जुन ने मुट्ठियाँ भींच लीं। "देखते हैं।"
जीवन का बीज
अर्जुन ने अपनी जेब से "जीवन का बीज" निकाला। मायरा का आखिरी तोहफा। उसने उसे हथेली में रखा, और यह हल्के-हल्के चमकने लगा।
"मायरा, अगर तुम मुझे देख रही हो, तो मेरी मदद करो," उसने बुदबुदाया।
बीज से एक हरी रोशनी निकली, जो अंधेरे को चीरती हुई फैल गई। मैदान फिर से दिखाई देने लगा, और सम्राट की आँखों में पहली बार एक झिझक नज़र आई।
"यह क्या है?!" सम्राट चिल्लाया।
होलोग्राफिक स्क्रीन चमकी—
[जीवन का बीज सक्रिय हुआ। अंधेरे की शक्ति -50% कमज़ोर।]
अर्जुन ने मौका नहीं गँवाया। उसने अपनी तलवार उठाई और "टाइम ब्रेकर" का प्रयोग किया। समय रुक गया। वह सम्राट के सामने पहुँचा और पूरी ताकत से वार किया—
"डार्क लाइट फ्यूजन—अंतिम वार!"
एक विशाल ऊर्जा विस्फोट हुआ। नीली, काली, और हरी रोशनी एक साथ मिल गईं, और सम्राट की चीख हवा में गूँज उठी। उसका शरीर धुएँ में बदलने लगा।
[बधाई हो! आपने छाया सम्राट को हराया। 300 एक्सपी प्राप्त हुए।]
अर्जुन हाँफते हुए घुटनों पर बैठ गया। उसकी साँसें तेज़ थीं, लेकिन उसका चेहरा संतुष्ट था।
नया रास्ता
धुआँ छँटने के बाद, मैदान के बीचों-बीच एक चमकता हुआ दरवाज़ा प्रकट हुआ। यह काले महल की ओर जाता था। अर्जुन ने गहरी साँस ली और उठ खड़ा हुआ।
"अगर सम्राट सिर्फ़ एक कठपुतली था, तो असली दुश्मन कौन है?" उसने खुद से पूछा।
तभी, दरवाज़े से एक ठंडी हवा निकली, और एक गहरी आवाज़ गूँजी—
"आओ, कालद्रष्टा। तुम्हारी असली परीक्षा अब शुरू होगी।"
अर्जुन ने अपनी तलवार कंधे पर रखी और मुस्कुराया। "मैं तैयार हूँ।"
वह दरवाज़े की ओर बढ़ा, लेकिन तभी ज़मीन फिर से काँपने लगी। दरवाज़े के पीछे से एक विशाल काली आकृति उभरी—इस बार यह सम्राट से भी बड़ी थी।
होलोग्राफिक स्क्रीन चमकी—
[सावधान! अज्ञात शत्रु प्रकट हुआ।]
अर्जुन ने तलवार को मज़बूती से पकड़ा। "लगता है अभी खेल खत्म नहीं हुआ..."