ziddi ishq

Aur aise hi Sab Hansi majak karte hue,,,,,enjoy Karte Hain,,,,, 

और कुछ ही देर में सब अपने-अपने कमरे में सोने चले जाते हैं

और वही जानवी अपने कमरे में जो बॉडी लोशन लगा सोने के लिए अपने कदम सोफे की तरफ बढ़ा देती है,,, 

सोफे की तरफ ज्यादा देख अंश ,,,,जानवी की तरफ देखते हुए ,,,,,जानवी तुम यही सो जाओ,,,,बेड पर ,,,,,क्योंकि यह सोफा उसे घर के सोफे से छोटा है ,,,,जिस पर तुम एडजस्ट नहीं हो पाओगे 

अंश की बात सनते ही जानवी के कदम रुक जाते हैं,,,,,

और भी जानवी पलट अंश की तरफ देखते हुए,,,,,,,,शुक्रिया अंश ,,,,,,,लेकिन मैं तुम्हें आज शाम को ही कहा था ,,,,,,कि मेरी फिक्र मत करो ,,,,,मैं अपना ध्यान रख सकती हूं

और वैसे भी ,,,,,मैं बेड पर सोइ,,,,तो तुम्हें कहीं ,,,यह ना लगे कि मैं तुम्हें अपने खूबसूरती के जाल में फंसा रही हूं ,,,,,,य तुमारा फाइदा उठाया,,,,,,,और क्या पता,,,,,तुम मुझ पर कोई और इल्जाम लगा दो, ,,,,,,, और वैसे भी,,,, शायद तुम भुल रहे हो,,,,,,कि तुमने कॉन्ट्रैक्ट बनाया था,,,,,जिसमें साफ देखा था,,,,,,कि ना तुम्हारा मुझे कोई वास्ता है,,,,,,और ना है मेरा तुमसे कोई वास्ता है ,,,,,यह शादी सिर्फ आपसे दादी के लिए है 

 यह कह जानवी बगैर उसकी तरफ देखें ,,,,सोफे पर जाकर लेट जाती है

और वही अंश,,,,,,जानवी की बातों बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती,,,,,,,और उसे जानवी पर गुस्सा भी आता है ,,,,,जिससे अंश अपने मन में,,,,, यह खुद को समझती क्या है ,,,,,,,बड़ी आई इससे क्या लग रहा है ,,,,,,,कि मैं इसकी केयर कर रहा हूं,,,,,,

बार-बार केयर का नाम दे रही है,,,,अरे वह सोफा छोटा था,,,,इसलिए मैंने कह क्दिया

मैं कौन सा मरा जा रहा हू,,,,,इसके साथ सोने में

यह वह जो भी सोच रही है, ,,,,वह उसकी गलतफहमी है, ,,,,, कि मैं उसकी केयर कर रहा हूं,,,,ऐसा कुछ नहीं है ,,,,,,मेरे बारे में उसके लिए कोई भी बात नहीं है ,,,,बाकी उसकी मर्जी ,,,,जहां मर्जी सोए ,,,,,यह कहे अंश अपनी आंखें बंद कर देता है

ऐसे ही एक दिन भी जाता है ,,,,,सब बहुत खुश थे ,,,,,यहां आकर खास कर दादिया बहुत खुश थी ,,,,,और उनकी तबीयत भी काफी हद तक ठीक हो गई थी ,,,,,जिससे वह सब बाहर से शैर के लिए आई थी

वह एक पहाड़ी इलाका था,,,,,,वहां ठंडी ठंडी हवा चल रही थी,,,,,,जिसे सब बहुत ही खुश थे ,,,,,और एक जगह बैठकर गप्पी मार रहे थे ,,,,,की तभी एक बच्ची जो एक मेड की थी ,,,,,,जो यह पूरा फार्म हाउस संभालती थी,,,,,,वह अपने आंखों में पट्टी बांधे खेल रही थी,,,,,जिसे देख दादियों का मन करता है ,,,,,उसके साथ में

जिससे एक दादी अपनी सहेली को ,,,,,जल ना हम भी खेलते हैं,,,,,,,वैसे भी बरसों बीत गए हैं ,,,,,आज पुराने दिन याद ही कर देते हैं ,,,,,और फिर आलिया की तरफ देखते हुए,,,,,,चलो ना आलिया,,,,क्या तुम हमें ज्वाइन करना चाहोगे

उसकी बातें सुन,,,,आलर्य जो ,,,,,कि जानवी थी ,,,,,,मना करते हुए ,,,,,नहीं दादी यह पहाड़ी इलाका है ,,,,,,यह यह सब खेलने यहां सही नहीं है

आलिया के बाद सुन दादी,,,,,अरे आलिया तू भी ना कैसी हो गई है,,,,,पहले तो तू ऐसी नहीं थी,,,,,तुझे तो ऐसी जगह,,,,,,,,बहुत पसंद थी ,,,,,,,खासकर तुझे बाइक राइडिंग करना

जिसे सुन जानवी अपने मन में ,,,,,,दादी पसंद तो मुझे भी बहुत है,,,,,,पर क्या करूं और फिर दादी की तरफ देखते हुए ,,,,,,नहीं दादी वह बात अलग थी,,,,,,और यह बात अलग है,,,,,,यहां आप सब हो ,,,,,,और मैं नहीं चाहती कि ,,,,कोई प्रॉब्लम

जिसे दादी मना करते हुए ,,,,चल रहा आलिया तू बिना ,,,,हम खेलेंगे यहां कह है,,,,,,वह उसे बच्चों को के पास जा,,,,अपने आंखों में पट्टी बांधने लगती है

जिसे देख जानवी अपने मन में ,,,,,,,दादी बिना कभी-कभी पूरी बच्ची बन जाती है,,,,,और फिर दादी की तरफ देखते हुए ,,,,,ठीक है दादी आपको खेलना है ,,,,,,तो खेलो पर प्लीज ,,,,,,उस साइड मत जाना ,,,,,यह कह वह फिर से अपने कामों में लग जाती है

लगभग आधे घंटे बाद वही लड़की दौड़ते हुए फार्म हाउस के अंदर जाती है,,,,,,,वह बहुत हाफ रही थी ,,,,,और उसकी आंखों में आंसू भी थे ,,,,,,जिसे देख वही हाल में बैठे ,,,,,,अंश और सभी लोग उसे लड़के को देखने लगते हैं 

लेकिन वह लड़की दोड़ते हुए सीधा ,,,,,अपनी मम्मी के गले ,,,,,जा लग जाती है ,,,,,जो फार्महाउस की नौकरानी थी,,,,वह बच्चा रोते हुए ,,,,,,मां मां दादी मां पानी गिर गए

दादी मां सुनती ही अंश के कान खड़े हो जाते हैं,,,,,,वह जो अपने काम कर रहा था ,,,,,जड़ से सॉफ उट लड़की के पास जा,,,,,,अपनी तरफ घूमाते हुए,,,,,क्या कहा तुमने दादी को क्या हुआ

जिससे वहां लड़की अंश को बता देती है ,,,,,की दादी मां पानी में गिर गई थी ,,,,जिसे सुन वंश का गुस्सा आने लगता है ,,,,इस वक्त अंश की आंखें लाल हो गई थी गुस्से से,,,,,और उसे वापस याद आने लगता है ,,,,जब वहां जानवी से साफ मना कर रहा था कि वह बाहर न जाए ,,,खास कर दादियों को लेकर

क्योंकि यह पहाड़ी इलाका है ,,,,,इसीलिए तो वह जल्दी यहां आता नहीं था ,,,,लेकिन जानवी ने उन्हें,,,, सांप मना कर दिया था,,,,,कि वह ध्यान रखेगी,,,,जिसे सोच अंश का गुस्सा बढ़ता जा रहा था,,,,,,उसे जानवी पर बहुत गुस्सा आ रहा था

की जानवी को इतना,,,छोटा काम दिया था,,,,वह भी ठीक ढंग से,,,कर नहीं पाई,,,,जिससे अंश गुस्से से ,,,,,,, उस लड़की कि ,,,,पुरी बात आगे सुने बिना,,,,,,,खड़ा हो जाता है,,,,,कि तभी उसकी नजर गेट से आते हुए अपनी दादी और जानवी पर जाती है ,,,,,जो इस वक्त दोनों ही गीले थे

और जानवी दादी को सहारा देते हुए मेंशन के अंदर ला रही थी ,,,,,जानवी जैसे ही दादी को सोफे पर बैठाती है ,,,,,कि तभी एक जोर का थप्पड़ ,,,,,जानवी के गालों पर आ लगता है ,,,,,जिससे जानवी का चेहरा एक तरफ झुक जाता है,, 

और वही जैसे सब सदमे में चले गए थे,,, कि आज जिंदगी में पहली बार ,,,,,,अंश ने आलिया पर हाथ उठाया था, ,,,,,,

सब इतना जल्दी हुआ था ,,,,कि जानवी को कुछ पता ही नहीं चला 

जिसे जानवी धीरे-धीरे अपना सर उठा ,,,,अपने सामने देखती है ,,,,तो ये कोई और नहीं अंश था,,,,जिसने उसे थप्पड़ मारा था

की तभी उसे ,,,अंश की गुस्से भरी आवाज सुनाई देती है,,,,,जो उस गुस्से से कह रहा था,,,,तुम खुद को समझती क्या हो,,,,,,,,जब ,मैंने तुम्हें साफ मना किया था ना,,,,,कि दादियों को बाहर मत ले जाओ ,,,,,पहाड़ी इलाका है ,,,,लेकिन नहीं तुम्हारे इस छोटे से दिमाग में घुसता कहा है,,,,तुम इतनी जिद्दी क्यों हो

तुम्हारा यही घमंड एक दिन तुम्हें ले डूबेगा ,,,और फिर उसका अंश,,,,दोनों कंधे पकड़ ,,,,उसके बिल्कुल नजदीक जा,,,,,उसकी आंखों में आंखें डाल देखते हुए,,,,,तुम्हें किस चीज का इतना गुरूर है,,,, किस चीज का तुम्हें इतना घमंड है,,,,,,यह कहते हुए अंश की आंखें लाल हो चुकी थी,,,, 

अगर तुम्हारा घमंड और नखरा दिखाना हो गया हो, ,,,,,,तो जाओ और इसी वक्त अपना बैकपैक करो,,,,,क्योंकि तुम आज ही यहां से वापस जा रही हो, ,,,वह भी अकेले 

की तभी दादी की आवाज आती है ,,,,,

आज के लिए, बस इतना

तू देखते हैं क्या कभी अंश जहान्वी को समझ पाएगा और उनकी जिंदगी किस मोड़ तक जाएगी और आलिया का क्या मैटर है इनकी जिंदगी किसी मोड़ तक जाएगी

अरे yrr कमेंट तो किया करो ,,,, ताकि मैं भी खुशी से अगला चैप्टर लिख सकूं ,,,,,जैसे तुम सब मेरे एपिसोड का वेट करती ho,,,,,वैसे मैं भी आप सबके कॉमेंट्स का वेट करती हूं 

Muje bhi kushi milti hai aap sabke comment se