ziddi ishq

और वही जानवी अपनी नजर उठा ,,,, अंश की आंखों में देखी जा रही थी ,,,,,इस वक्त जानवी की आंखों में आंसू भरे हुए थे,,,,,,जो बड़ी मुश्किल से बहाने से रोकने की कोशिश कर रही थी ,,,,,,,लेकिन वह कंट्रोल नहीं कर पाती,,,,,जिससे वह एक नजर,,,,,गुस्से से आश को देख ,,,,,,,वहां से दौड़ते हुए अपने कमरे में चली जाती है,,,,,और अब उसकी आंखों से लगातार आशु बहाने लगते हैं ,,,,,जो गालों को भी कोई जा रहे थे

और वही बाहर हाल में ,,,अंश को बार-बार जानवी का,,,,,वह रोता हुआ चेहरा ही नजर आ रहा था,,,,,,जिससे वह बेचैन हो उठा था ,,,,,उसका दिल बहुत जोर से धड़कने लगा था ,,,,,और जानवी को वहां से भागता देख उसकी धड़कने और बढ़ जाती है,,,,,,कि तभी उसको दादी की आवाज आती है

बस करो ,,,,,अंश,,,,तुमने आज आलिया को कितना सुनाया,,,,,,क्योंकि उसे बिचारी की कोई गलती भी नहीं थी ,,,,,,और अगर आज वह ना होती,,,,,तो आज तो मैं जिंदा ही ना बचस्ती और तुमने उल्टा उसी को,,,,इतना कुछ सुना दिया ,,,,,कुछ सोच समझ कर तो बोला करो

की तभी दूसरी दादी ,,,,,जो आलिया की नानी थी ,,,,उसकी तरफ देखते हुए ,,,,,हां आंस ,,,,,आज तक तो मैंने भी ,,,,,,कभी आलिया को इस तरह डाटा नहीं ,,,,और तुमने उसे कितना कुछ सुनाया

 और फिर अंश की दादी,,,,,अंश को डारते हुए,,,,,,अंश जोओ और उसे मानाओ,,,,,,क्योंकि हम नहीं चाहते,,,,,कि हमारा यह ट्रिप्स स्पॉइल हो,,,,वह भी तुम्हारी वजह से

क्योंकि अगर आलिया यहां से चली गई,,,,,,तो मैं भी यहां से चली जाऊंगी ,,,,, एक तो उस बच्ची ने ,,,,,,अपनी जान की परवाह कीए बगैर मेरी जान बचाई ,,,,,और तुमने उल्टा उसी को इतना सुनाया

की तभी दूसरी दादी अंस अगर ,,,,,आलिया चली गई ,,,,,तो हम भी चले जाएंगे

सब की बातें सुन अंश को भी रिलायंस होता है,,,,,,कि उसने गुस्से में जानवी के साथ कितना गलत किया ,,,,,उसने तो उसकी बात सुनी तक नहीं ,,,,,,जिससे अंश अपने कमरे में चला जाता है,,,तो देखता है,,,कि जानवी गुस्से से,,,,अपने बैग पैक कर रहे थे 

जानवी अब भी गिली थी,,,,,उसके कपड़े उसके शरीर से चिपके हुए थे ,,,,,उसने इस वक्त व्हाइट क्रॉप टॉप पहना था ,,,,,जिससे उसकी अंदर की,,,,इनरवियर दिख रही थी ,,,,,जिससे वह काफी अट्रैक्टिव और हॉट लग रही थी

जिससे आश धीरे-धीरे ,,,,अपने कदम जानवी की तरफ बढ़ा देता है और उसके बिल्कुल पीछे खड़ा हो ,,,,अपने हाथ जानवी की तरफ बढ़ाने लगता है

और वही जानवी ,,,,गुस्से से बैग में इतना सारा सामान पैक कर राही थी,,,,और वह बड बढ़ाई भी जा रही थी ,,,,और अपने हाथों से अपने आंसुओं को साफ भी किए जा रही थी,,,,,

की कभी जानवी अपना बैग पैक कर,,,,,,झट से पीछे पलट जाती है ,,,,,तो उसके सामने अंश था ,,,,,जो अपने हाथ आगे बढ़ाई खड़ा था,,,,,,और janvi के ऐसे जड़ से पलटने की वजह से ,,,अंश का हाथ,,,,सीधा जानवी के ब्रेस्ट से जा लगता है

 वही अंश जो बहुत घबराया हुआ था ,,,,कि वह जानवी से माफी कैसे मांगेगा,,,,,,और उपर से उसके गिले कपड़े,,,,,जिससे वह अपने कापते हाथों से ,,,,,अपने हाथ आगे बढ़ाया था ,,,,

की तभी अंश को अपने हाथों में कुछ सॉफ्ट चीज महसूस कर उसकी आंखें बड़ी हो जाती है,,,,, और उसकी धड़कनें भी बड़ जाती है ,,,,,,जब उसे पता चलता है ,,,,,कि उसने इस वक्त क्या छुआ था,,,,,जिसे वह झट से ,,,,,,अपना हाथ पीछे कर लेता है,,,,,,लेकिन उसे अब भी,,,,,अपने हाथों पर सोफट सी चीज महसूस हो रही थी,,,,जिससे अंश का पूरा चेहरा लाल हो जाता है

और वहीं जानवी ,,,,,जो बढ बढाइ जा रही थी,,,,,,और अभी हुए एक्सीडेंट से,,,,जानवी का पारा और हाई हो गया था,,,,,,जिससे जानवी अंश को घुरते हुए,,,,,यह क्या हरकत थी अंश

और वही अंश जानवी की बात सुन,,,,,जानवी की तरफ देखने लगता है,,,,,,उसे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था,,,,,कि वह क्या बोले ,,,,जिससे वह थोड़ा सा लड़खाडाते हुए ,,,,मैं ,,,मैं,,,,,,मैं तुमसे सॉरी सॉरी बोलने आया था 

अंश की बात सुन,,,,,जानवी जो रोए जा रही थी ,,,,,,अपने आंसुओं को पूछते हुए,,,,,सॉरी सॉरी ऐसे बोलते हैं,,,,,,क्या तुम्हें अपने हाथों में कंट्रोल नहीं है ,,,,,,,,यह जानवी ,,,,अपने दांत को पीसते हुए ,,,,,अंश को गुस्से में रहती है

अंशु जानवी की इतनी गुस्से भरी आवाज से,,,,,हल्का फ्लाइट होते हुए,,,,,देखो जानवी,,,,,,मुझे पता है,,,,,,कि तुम्हें इस वक्त बहुत गुस्से में हो ,,,,और तुम गुस्से में क्या बोलती हो,,,,,,तुम खुद ही नहीं जानती,,,,,,,तो प्लीज अपना गुस्सा शांत करो,,,,और मेरी बात सुनो मैंने जो भी किया ,,,,जानबूझकर,,,नहीं किया , ,,,,,,,,आई एम सो सॉरी 

तो क्या आप मुझे बता सकते हैं,,,,,किस चीज की माफी मांगी जा रही है

जानवी की बात सुन ,,,,,अंश लंबी और गहरी सांस छोड़ते हुए,,,,अभी हुई इस एक्सीडेंट की वजह से 

अंश की बात सुन,,,,,जानवी सारकास्टिली मुस्कुराते हुए,,,,किस-किस चीज की माफी मांगो में मिस्टर अंश ,,,,,,इसके लिए माफ कर दो ,,,,,उसके लिए माफ कर दो ,,,,,अब मैं थक गई हूं ,,,,,तुम गलतियां करते जाओ और मैं माफ करती जाओ 

कभी सोचा है मुझे भी तकलीफ होती है ,,,,,,मेरा भी दिल दुखता है,,,, तुमने बगैर सूचे ससमझे,,,,,,बके सामने मुझे थप्पड़ मारा,,,,,तुम्हें पता है ,,,,आज तक मेरी बड़ी से बड़ी गलतियों पर भी,,,,,,,मेरे भाई ने ,,,,,,मुझे छुआ तक नहीं है ,,,,,,,,और तुमने मुझे थप्पड़ मारा

और तुम्हें लगता क्या है,,,,,,कि मैं तुम्हारे इस फार्म हाउस में रहने के लिए,,,,मरी जा रही हूं,,,,,तो तुम्हारी गलतफहमी है,,,,,अगर मैं चाहूं तो ,,,,,मेरा भाई इससे दुगना खूबसूरत फार्म हाउस,,,,मेरा भाई मुझे गिफ्ट कर दे

यह कह जानवी रोते हुए वहां से चली जाती है , ,,,,,,,किय्की, जानवी को सच में बहुत बुरा लग रहा था ,,,,,,कि अंश ने उसे थप्पड़ मारा,,,,,,,,और उसे यहां से निकलने को कहा था ,,,,,,

आज से पहले उसने इतनी इनसल्ट कहीं नहीं सही थी ,,,,,,,जब से वह अंश की लाइफ में आई है ,,,,,सिर्फ और सिर्फ उसे बेज्जती के सिवा ,,,,,उसे कुछ नहीं मिला,,,,

और वह यहां अब तक रुकी क्यों है,,,,,,,,,उसे खुद भी नहीं पता ,,,,कि वह यहां रुकी ही क्यों है ,,,,आखिर वजह क्या है ,,,,,अगर वह चाहे तो,,,,,2 मिनट में ही ,,,,,अंश को उसकी औकात दिखा सकती थी,,,,सअंश की सारी सिंचाई दादियों के सामने लाकर

और वही अंश को आज सच में,,,,बहुत बुरा लगा था,,,,उसे जानवी की एक-एक बात चुभी थी,,,,,उसे बुरा लगा था,,,,,क्योंकि जानवी ने जो भी कहा था

वह सब सच था,,,,,क्योंकि उसने जानवी को दुख और तकलीफ के सिवा दिया ही क्या था ,,,,,पहले उससे प्यार का नाटक किया ,,,,,फिर उसके साथ जबरदस्ती की ,,,,,चाहे वजह कुछ भी हो ,,,,और ऊपर से उसका इल्जाम भी उसी पर लगा दिया,,,,,,, उसे character less kaha,,,,,,, और उससे मिला है क्या,,,,,,शिवाय दुख और तकलीफ के,,,,,यह सोचते हुए अंश की आंखों में पानी आ जाता है

और फिर अंश बगैर पीछे मुडे़,,,, अपनी आंखों में आंसू लिए,,,,आइम सॉरी जानवी,,,,,मुझे माफ कर दो,,,,,लेकिन मैं सच में तुमसे दिल से माफी मांग रहा हूं

लेकिन लेकिन जानवी उसकी बात सुनकर भी ,,,,,,अनसुना कर वहां से चली जाती है 

और हां मैंने अपनी नेक्स्ट स्टोरी भी अपलोड करदी है ,,,,,जिसका नाम