देव जब अचानक हर्षित के सामने आ गया तो सभी लोग हैरान रह गए, पर सबसे ज्यादा हैरान अमन था, क्यों कि उसके सामने देव के साथ जैद भी खड़ा था वो खुद से बोला " ये एक पल पहले तो मेरे पास खड़ा था और अब अचानक वहां पहुंच गया, आखिर ये हो क्या रह हे"।
सब इन दोनों को लेकर उलझन में तो थे मगर उन्हेंएच भी जितना था,हर्षित ने देखा कि वो दोनों हिल भी नहीं रहे है तो उसने इस मौके का फायदा उठाना चाहा उसने अपने साथियों से कहा "यही मौका है हम अब भी जीत सकते हैं" उसकी बात सुनकर सारे खिलाड़ी फोर्स चौकन्ना हो गए और उन दोनों की बढ़ने लगे।
अब जैद ने अपनी आंखें उठाई, उसकी नजर गोल की तरफ यानी उसके लक्ष्य पर थी। उसने देव के कंधे पर हाथ रखा और कहा " चलो काम ख़त्म करते हे" फिर जैसे ही उसने देव के कंधे पर से अपना हाथ हटाया देव बिजली की तरह आगे बढ़ने लगा। वो एक के बाद एक सारे खिलाड़ियों को पार करते हुए अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ता जा रहा था, ओर कोई भी उसे रोक नहीं पा रहा था।
जब वो अबरार के पास से गुजरा तो उसे लगा मानो जैसे कोई तूफान उसे छूकर निकल गया हो, किसी को पता भी नहीं चला कि वो कब आया और कब चला गया हर्षित की टीम को जब आखिर में कुछ नहीं सुझा तो गोल के पास वाले सभी खिलाड़ी उसे रोकने के लिए गोल के सामने आ गए, वो समझ गए थे कि उनका जितना मुश्किल हे पर वो सामने वालो को भी नहीं जीतने देना चाहते थे।
दैव भी सभी को पार करता हुआ गोल के पास पहुंच गया, सारे खिलाड़ी और गोल कीपर सब उसे रोकने के लिए तैयार खड़े थे, उन्होंने सोचा था कि जैसे ही जैद बोल को किक मारे गा वो सब आगे आ कर बोल रॉक लेंगे मगर फिर कुछ अजीब हुआ। देव ने बोल को किक नहीं किया बल्कि उसने बोल को ऊपर की तरफ उछाल दिया, इससे पहले कि कोई इसकी उस हरकत को समझ पाता अचानक से जैद देव के पास पहुंच गया वो बोल के पास हवा में उसे किक करने के लिए तैयार था, फिर वो घुमा ओर इतनी ताकत से उस बोल को कुछ किया कि वो सामने खड़े खिलाड़ियों को पार करते हुए गोल कीपर को जा लगी। इससे नसीरफ बोल बल्कि गोल कीपर भी जाली को चीरते हुआ सीधा दर्शकों के बीच जा गिरा।
वहां अभी अभी दो बच्चों ने वो किया था जिसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी, ऐसी रफ्तार ओर ताकत जो आम इंसान से तो कही ज्यादा थी उसे देखने वालो को अपनी आंखो पर यकीन नहीं हुआ। पूरे ग्राउंड में सन्नाट छा गया, सभी लोग उन दोनों को देखें जा रहे थे और तभी देव लड़खड़ा कर गिर गया पर जैद तो जहां था वही जम सा गया, जब लोगों ने उसे देखा तो उन्हें ऐसा लगा जैसे उनके सामने कोई अलग ही इंसान खड़ा था न कि वो जिसे उन्होंने इतने वक्त से देखा था।
उसकी बर्फ सी ठंडी आंखे और गर्म लोहे सा शरीर देख कर कोई भी डर जाए। मगर थोड़ी देर के सन्नाटे के बाद उन्हें याद आया कि वो लोग जीत चुके थे। पूरे मैदान में हल्ला मचने लगा सभी खिलाड़ी अब जीत की खुशी में इधर उधर दौड़ पड़े जैद की भी आंखे आचनक से साधारण हो गई और देव भी वापस उठ गया नातों उन दोनों को और न ही अबरार को कुछ समझ में आ रहा था की अभी यहां क्या हुआ वो दोनो तो जैसे किसी नींद से जागे हो, अब इस वक्त अबरार को यहां से जान ही सही लगा और वो उन्हें लेकर वहां से निकल गया।
प्रेम सर भी वह मैच देख रहे थे मगर जो हुआ वो उसे देख कर हैरान नहीं लग रहे थे, बल्कि उनकी नजर तो कहीं और ही थी। उन्होंने देखा की कोई अजीब सा दिखने वाला इंसान स्कूल के ग्रांड के पास खड़ा था और वो देखने में आम इंसानों जैसा नहीं था साथ ही सबसे खास बात ये थी की उसके आते ही जैद और देव का बर्ताव आचनक से बदल गया और जैसे ही वो वहां से गया यह दोनो फिर से पहले जैसे हो गए।
स्पोर्टस के बाद अब लंच टाइम था। देव, जैद, अबरार और निधी चारो कैंटीन में बैठे थे, चारो के बीच एक अजीब सी खामोशी छाई थी। जैद और देव का तो ध्यान सिर्फ अपने खाने पर था लेकिन अबरार और निधी के तो दिमाग में अभी तक वहीं चल रहा था जो अभी अभी इन दोनों ने मैदान में किया था। अबरार और निधी काफी वक्त से इन दोनों को जानते थे मगर आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ, जो भी इन दोनों ने किया वो सभी के लिए काफी अजीब और चौकाने वाला था।
अब भले ही वो दोनों कुछ बोल नहीं रहे हो मगर दैव समझ गया की वो लोग उन दोनों से कुछ पूछना चाहते है लेकिन उन्हें थोड़ी हिचकिचाहट हो रही थी। इतने में जैद ने कहा "क्या बात है तुम लोग आज बहुत शांत लग रहे हो कोई परेशानी है क्या"। अब अबरार ने कहा "हां भाई बात तो है", देव बोला "हा बोलना वैसे भी दोनो कबसे घूरे जा रहे हो"। निधी बोली "हमे बस इतना जानना है के थोड़ी देर पहले तुम दोनो को क्या हो गया था, तुम दोनो आचनक से बिलकुल बदल कैसे गए" फिर उसने जैद कि तरफ देखते हुए कहा "और इसे देखकर तो में एक बार के लिए डर ही गई थी इसकी आंखे कितनी अलग लग रही थी"।
जैद को उनकी बाते कुछ समझ नहीं आ रही थी उसने कहा "तूने ये सब कब देखा, तू वहां थी क्या"। अबरार बोला "बात मत पलट और हां ये भी मैच देखने आई थी" देव ने कहा "तुम लोग किस बारे में बात कर रहे हो मुझे कुछ समझ नहि आ रहा"। अबरार ने उसकी तरफ एक हैरानी भरी नजर से देखा और कहा " क्या तुझे सच में कुछ याद नहीं है और जैद तुझे"। देव और जैद ने उसकी तरफ देखा और बोले " तू क्या कह था है कुछ समझ नहि आ रहा साफ साफ बता की आखिर बात क्या हे"।
उतने में निधी ने कहा "रुको मेरे पास मैच का वीडियो है में अभी दिखाती हूं"। निधी ने अपने बैग से फोन निकाला और उन्हें वीडियो दिखाया जब इन दोनो ने वो वीडियो देखा तो दोनों बिलकुल सन्न रह गए। उनको अपनी आंखो से देखकर भी विश्वास नहीं हो रहा था। देव बोला " ये हम हैं पर मुझे तो ऐसा कुछ याद भी नहीं है"। निधी ने उन दोनों की तरफ देखते हुए कहां ऐसा "कैसे हो सकता है की तुम्हें कुछ याद ही नहीं हो थोड़ा दिमाग पर जोर डाल कर याद करने की कोशिश तो करो"।
वो ये सब बाते कर ही रहे थे कि तभी जैद ने देखा की कोई उनकै पास आकर खड़ा हो गया है।
TO BE CONTINUED.........