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THE MAN

जैद, देव, निधि ओर अबरार जब आपस में बात कर रहे थे तब उन्होंने देखा कि कोई उन लोगों के पास खड़ा होकर उनकी बाते सुन रहा था, ये और कोई नहीं बल्कि अमन था। जब सब लोगो ने अमन को देखा तो उन्हें ये समझ नहि आया की वो यहां क्या कर रहा है, ओर वो उनकी बाते इतने ध्यान से क्यों सुन रहा है।

जब सब ने अमन को देखकर अपनी बात रोक दी तब अमन ने कहा "क्या में तुम लोगों के साथ बैठ सकता हूं" ये बात तो उन्हें और भी अजीब लगी क्योंकि अमन ज्यादा तर अकेले ही रहता था और आज से पहले कभी वो उन लोगों के साथ खाना खाने नहीं बैठा था। ऐसा नहीं था कि कोई उसे पसन्द नहीं करता था ,उसकी क्लास में सब से बात चीत थी मगर आज से पहले वो किसी के साथ इतना खुला नहीं था।

ये लोग अब अमन को मना भी नहीं कर सकते थे क्योंकि वो उनका क्लास मेट था। अबरार ने कहा "क्यों नहीं बैठो"। अमन उनके साथ बैठ गया, इतने में निधी ने अबरार से धीरे से कहा "ये आज यहां क्यों आया है"।

शायद उन्हें लगा नहीं था कि अमन ये सुन लेगा, पर निधि की बात के जवाब में अमन ने कहा " इसका जवाब में देता हूं, में यहां इसलिए हूं क्योंकि मुझे भी फुटबॉल मैच में जो इन दोनों ने किया उसकी वजह के बारे में जानना है"।

जब उन दोनो ने अमन की ये बात सुनी तो उन्हे भी ये एहसास हुआ की थोड़ी देर पहले जो हुआ उसके बारे में चिंता करने की जरूरत तो थी। वो वीडियो देखने के बाद उन्हें ये एहसास तो हो ही चुका था कि जो उन्होंने किया वो वो कोई आम बात नहीं थी, कोई भी ऐसा कुछ देखकर आश्चर्यचकित हो सकता था। अब वो दोनो इस मामले को लेकर थोड़ा गंभीर नजर आ रहे थे। तभी देव को कुछ याद आया उसने निधि से कहा "निधि मुझे वो वीडियो दोबारा दिखाना" ,जब सबने देव की ये बात सुनी तो उन्हें लगा की जरूर इसे कुछ याद आया है।

निधि ने वापस वो वीडियो चलाई और अपना फोन देव को दे दिया देव ने दोबारा उस वीडियो को गोर से देखा और थोड़ी देर बाद बाद उसके चेहरे पर एक हल्की मुस्कान आ गई और वो बोला "मुझे लगा ही था"। जब सबने देव की बात सुनी तो वो लोग भी उसके पास आकर देखने लगे कि आखिर उसे ऐसा क्या मिल गया, सबने देखा कि देव ने उस वीडियो को वहां जाकर रोक दिया जहां उन दोनों ने आचनक से हिलना डुलना बंद कर दिया था। किसी को समझ नहि आ रहा था की उसे वहां ऐसा क्या दिखा।

फिर देव सबसे बोला "जरा इस वीडियो में जैद को ध्यान से देखो क्या तुम्हे कुछ जाना पहचाना सा नजर नहीं आ रहा"। देव की ये बात किसी को समझ नहि आई, फिर अबरार ने देव की तरफ देखा और कहा "भाई तू साफ साफ बता ना क्या कहना चाहता है क्यों बात को जलेबी की तरह घुमा रहा है"। देव ने दोबारा उन्हें समझाते हुए कहा "जरा गौर से देखो जैद को वो कैसे खड़ा है, उसके साथ ये पहले भी कई बार हो चुका है"।

अब अबरार और निधि को भी देव की बात समझ आ रही थी की को क्या कहना चाहता है, लेकिन अमन को उनकी बाते समझ नहीं आ रही थी। तो उसने देव के कंधे को थप थपाया ओर मुस्कुराते हुए कहा "शाबास, अब जरा मुझे भी समझा दो कि तुम लोग किस बारे में बात कर रहे हो, क्या पहले भी हो चुका हे"।

देव को उसकी बात सुनने के बाद याद आया कि वो यह अभी अभी आय हे उसे ये सब समझ नहीं आने वाला फिर उसने अमन को समझाया "जैद के साथ अक्सर ऐसा होता है, लेकिन आज से पहले वो सिर्फ कुछ देर के लिए सुन हो जाता था, बिल्कुल अजीब सी हरक कर्म लग जाता था और थोड़ी देर बाद फिर ठीक हो जाता था"।

निधी ने कहा "पर आज जो हुआ वो बोहोत ही अलग था हमेशा तो ये सिर्फ एक ही जगह पर खड़ा रहता था मगर आज तो ये जैसे उड़ने लगा हो"। अमन ने देव की तरफ देखते हुए उससे पूछा "पर तुम, तुम भी तो बिलकुल उसी की तरह ही हरकते कर रहे थे, क्या तुम्हारे साथ भी ये अक्सर होता हे"।

अब अमन की इस बात का जवाब तो किसी के पास नहीं था देव ने अपने मन में कहा " इसका कहना भी सही है आखिर उस वक्त मुझे क्या हों गया था"। अमन ने अब दोबारा निधि के फोन की तरफ देखते हुए कहा "शायद एक ओर बात हे जिसकी तरफ किसी ने गोर नहीं किया" ये यहां देखो ये सब होने से पहले जैद कब्से ग्राउंड के बाहर की तरफ ही देखे जा रहे हैं और इसके थोड़ी देर बाद ही उसका बर्ताव आचनक से बदल गया। जैद ने जब ये बात सुनी तो उसे भी कुछ याद आने लगा और धीरे धीरे उसके चेहरे के भाव बदलने लगे, उसके शरीर में कंपकपी दौड़ने लगी मानो जैसे उसने कोई खौफनाक मंजर देख लिया हो।

उसे याद आया की इस वक्त उसने ग्राउंड के बाहर एक आदमी को देखा था जिसने अपने चेहरे को ढक रखा था, पता नही क्यू पर जैद को उसे देखकर अजीब लग रहा था। उसे उस आदमी के अंदर से किसी अजीब शक्ति का एहसास हो रहा था, उसे ऐसा लग रहा था मानों के वो उसे अपनी तरफ खीच रहा हो जैसे कोई जाना पहचान सा एहसास उसे बुला रहा हो।

उस आदमी की नजरें भी उसकी तरफ नहीं थी मगर ऐसा लग रहा था मानो वो उसे ही ढूंढ रहा हो। धीरे धीरे उसे अपने शरीर में कुछ बदलाव महसूस होने लगे अब उसका सारा शरीर अकड़ने लगा था, उसकी सांसे तेज होने लगी, अब वो अपने होश खोने लगा था उसके आस पास क्या हो रहा था इसका एहसास भी उसे नहीं रहा। पर जब अबरार ने उसे पुकारा तब सब बदल गया, उसकी वो मदहोशी वो कमजोरी अब ताकत में बदलने लगी, उसके शरीर में बिजली सी दौड़ पड़ी आचनक से उसका शरीर गर्म होने लगा उसे अंदर से भट्टी की तरह महसूस होने लगा एक ही पल में उसे अपने शहरी में इतनी ताकत महसूस होने लगी की वो जो चाहे कर सकता था। फिर जो हुआ वो तो इन सब की नजरो के सामने था।

TO BE CONTINUED.........