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THE SUCCESSOR

विष धरती के लिए अपने ग्रह से रवाना हो चुका था।

अब आगे पढ़े______________________________

वहीं दूसरी तरफ देव, जैद, अमन, अबरार और निधि चारों अपना कल का अधूरा काम पूरा करने के लिए बाजार और उसके आस पास की जगहों पर उस इंसान की तलाश कर रहे थे जिसको जैद ने स्कूल के बाहर देखा था, साथ ही इन लोगों को अब रहमान और प्रेम सर पर भी शक हो रहा था, इसीलिए अब उस आदमी के साथ साथ ये लोग उनका भी इंतजार कर रहे थे।

वहीं दूसरी तरफ अल्तमश भी उन्हें ढूंढने के लिए बाजार की तरफ रवाना हो गया और उसके साथ रहमान और प्रेम भी थे आज किसी भी हालत में अल्तमश के लिए उनलोगों को ढूंढना जरूरी था।

वहीं विष भी धरती के लिए रवाना हो गया था, ये सारी बातें किसी बड़े हादसे की शुरुआत करने वाली थी।

अब देव, जैद, अमन, अबरार और निधि को बाजार में घूमते हुए काफी वक्त हो गया था उन्हें ना ही वो आदमी मिला था और ना ही प्रेम और रहमान, तो अब वो सब फिरसे उसी कैफे में आराम करने के लिए रुक गए जहां वो पहले मिलने के लिए आए थे।

वो सब अब हिम्मत हारने लगे थे और सभी इस मसले में अपना अपना दिमाग लगा रहे थे पर उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था।

दूसरी तरफ विष भी धरती पर पहुंच चुका था, वो सीधे वहीं पहुंचा जहां उन लोगों का आदा था जहां अल्तमश उन लोगों का पीछा करते हुए पहुंचा था।

विष को लगा था कि शायद वह उसे उनके साथियों से कोई सुराग मिल जाए जिससे उनकी खोज आसान हो जाएगी, पर जब वो वहां पहुंचा तो देखा कि उस जगह की हालत तो किसी खंडहर की तरह हो चुकी थी, चारों तरफ बस तबाही मची हुई थी किसी जिंदा चीज का कोई नामो निशान तक नहीं था।

विष के साथ जो लोग थे वो भी समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर यह क्या हुआ था, तभी उनमें से एक ने आगे आते हुए पूछा "इस जगह की ये हालत कैसे हुई होगी, दो दिन पहले ही हमारे कुछ लोग यहां से वापस घर गए थे तब तक तो सब ठीक था पर अब, अब तो देखकर ऐसा लगता हे मानो यह कोई जंग छिड़ी हो"।

विष ने उस जगह को गोर से देखते हुए कहा" ये जरूर उसी का ही काम है, उसके अलावा धरती पर कोई ओर हमारे खास अड्डे के बारे में पता लगा ही नहीं सकता ओर ना ही की एक साथ सबको हरा सकता है, फिलहाल ये काम सिर्फ अल्तमश कर सकता है"।

"फिरसे अल्तमश वो ओर उसके लोग हमारे रस्ते का रोड़ा बने हुए है और तो और हम इन्हें ढूंढ भी नहीं पा रहे हैं" विष के साथियों में से एक ने गुस्से ओर नफरत भरी आवाज में कहा।

विष ने उसकी तरफ देखा और जवाब में कहा " फिक्र मत करो अगर मेरा अंदाजा सही है तो वो जरूर इसी शहर में है और उसके लोग भी, इस बार मे उसे जाने नहीं दूंगा, हम "वारिस" को भी ढूंढेंगे और अल्तमश का किस्सा भी खत्म कर देंगे"।

उसी शख्स ने विष से दोबारा पूछा "इतने बड़े शहर में हम उसे कैसे ढूंड़ेंगे, उसने इन्हें ऐसी जगह पर खत्म किया जहां आस पास में कोई देखने या सुनने वाला भी नहीं है"।

विष ने अपनी आंखों को बंद करके ध्यान लगते हुए कहा "कभी कभी अल्तमश जैसे लोग अपने पीछे कुछ ऐसी चीजें छोड़ जाते है जिन्हें देखने की नहीं महसूस करने की जरूरत होती है, जैसे कि उसकी ऊर्जा"।

विष की बात उसके लोगो को कुछ ज्यादा समझ नहीं आई तो फिर से एक ने सवाल किया " पहले भी हमारे बहोत से लोगों को वो मार चुका है पर किसी को भी उसकी ऊर्जा नहीं मिली इसलिए वो किसी के हाथ नहीं आया, तो आप उसकी ऊर्जा कैसे ढूंढ पाएंगे"।

उसकी बात विष को पसंद नहीं आई उसने एक गुस्से भरी नजर से उन सबको घूरा उसकी नजर इतनी खतरनाक थी कि उसका हर एक आदमी डर से कांप उठा।

फिर विष ने कहा "उसने जिन्हें मारा है वो कोई आम सिपाही नहीं थे वो अंधेरे ओर परछाई की ताकत के मालिक विष के यानी मेरे आदमी थे उनमें मेरी ताकत का अंश था जिसे अब में वापस ले रहा हूँ, भलेही वो लोग खत्म हो चुके हो पर मेरी ऊर्जा खत्म नहीं हुई है उसके बाहर निकलते ही उनकी सारी यादें भी मुझे मिल जाएंगी"।

विष का ये कहना ही था कि इतने ने जमीन से काले रंग की ऊर्जा निकल कर विष में समाने लगी और वह जो भी हुआ था, धीरे धीरे उसकी आंखों के सामने से गुजरने लगा।

विष अपने लोगों की यादों में अल्तमश को देख रहा था, सभी अल्तमश पर एक के बाद एक बार किए जा रहे थे पर उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, अल्तमश की ताकत उनकी सोच से काफी ज्यादा थी इतनी की वो अंदाजा भी नहीं लगा सकते। फिर सभी लोगों ने अपनी पूरी ताकत से एक साथ उसपर वार किया पर कोई फेड नहीं हुआ, अल्तमश ने एक ही झटके में सबको बेजान बना दिया। सभी लोग एक ही वार में ढेर हो गए, फिर विष ने देखा कि जब अल्तमश जाने लगा तब उसने जाते जाते पूरी जगह को भी तहस नहस कर दिया ओर उसके सभी साथियों को भी गायब कर दिया।

थोड़ी ही देर में विष ने सारी ऊर्जा खुद में समाली और साथ ही उस ऊर्जा से जुड़ी अल्तमश की ऊर्जा को भी उसने भाप लिया। फिर उसने कुछ ऐसा किया कि वहां मौजूद सभी लोग चौंक गये।

विष के साए ने अपना आकर बदल लिया और एक गोल घेरे में बदल गया और फिर एक ही पल में वो चारों दिशा में फैल गया। विष का साया हवा की रफ्ता से पूरे शहर में घूम रहा था। सभी को परछाई को छूता हुआ वो बाजार में जैद की तलाश कर रहे अल्तमश के साए को भी छूकर निकल गया, उसके साए को छूते ही विष ने अल्तमश की ऊर्जा भाप ली और उसे पता चल गया कि वो इस वक्त कहा मौजूद है।

पर उसका साया जैसे ही थोड़ा आग बढ़ा ओर उसने एक दूसरे इंसान की परछाई को छुआ वैसे ही वो गायब हो गया विष का ध्यान टूट गया, उसे लगा जैसे उसने कोई भयानक चीज देख ली हो उसकी सांसे तेज होने लगी, उसके पूरे शरीर में कपकपि दौड़ रही थी, उसके एक साथी ने उसे संभाला और पूछा कि उसने क्या देखा।

तब,विष ने एक घबराई सी पर उत्साह भरी आवाज में कहा "वो मिल गया, वो मिल गया"।

विष के साथी ने पूछा "तुमने अल्तमश की ऊर्जा से उसे ढूंढ भी लिया",

विष ने गरजते हुए कहा "मै उसकी बात नहीं कर रहा", "तो फिर कौन" फिर से उसके साथी ने पूछा,

इस बार विष मुस्कुरा कर बोला "वारिस" "अनंत ऊर्जा" का वारिस मिल गया। में साए को मिटाने की ताकत यहां सिर्फ उसके पास ही है।

अब जल्दी चलो कहीं वो हाथ से निकल गया तो बहुत बड़ी मुसीबत आ जाएगी। इतना कहते ही वो लोग वहां से निकल गए।

TO BE CONTINUED........