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FIRST ENCOUNTER--PART 2

प्रेम और विष के बीच चल रही जंग में देव घायल हो गया।दूसरी तरफ अलताश, रहमान,निधि और अमन चारों उसकी जगह फोक वाल थे जहां जैद प्रेम और बाकी सब थे।

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सभी को उस जगह सिर्फ एक लड़ाई चल रही थी पर वहां कुछ और भी चल रहा था जैद के अंदर एक अलग ही भूचाल उठने लगा।

देव की हालत वो बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था उसकी सारी भावनाएं उसके शरीर में उफान पर थी। उसके कानों में एक आवाज गूंज रही थी, उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ ये क्या हो रहा है।

जैद ये सब सोच ही रहा था कि उसने फिर वहीं आवाज सुनाई दी "शांत हो जाओ तुम दैव को बचाना चाहते हो" जैद ने उसकी बात का जवाब देते हुए कहा "हां, मुझे उसे बचाना है"।

"तो फिर अपनी आँखें बंद करो और अपने शरीर पर मुझे नियंत्रण करने दो, अपने गुस्से को उमड़ने दो उसे बाहर आने दो"।

जैद के पास अब ओर कोई रास्ता नहीं था, तो फिर उसने वैसा ही किया जैसा उससे कहा गया था।

जैसे ही उसने अपनी आँखें बंद करके ध्यान लगाया वैसे ही वो उसी जगह को अपनी नजरों के सामने देखने लगा जिसे वो अपने सपने में देखता था।

मगर इस बार कुछ अलग हो रहा था जिस इंसान को वो आज तक आग की लपटों से खुद को तड़पाता देखता था, वो आज उसके सामने बिल्कुल शांत खड़ा था। उसने जैद को देखा और उसकी तरफ अपना हाथ बढ़ाया और जैद ने भी बिल्कुल वैसा ही किया अब वो देव को बचाने के लिए कुछ भी कर सकता था अब उसे झिझकने की भी जरूरत महसूस नहीं हो रही थी।

जैसे ही उन दोनों ने एक दूसरे के हाथ को पकड़ा तुरंत जैद के शरीर से एक ऊर्जा का धमाका हुआ जिसकी शक्ति काफी ज्यादा थी इतनी की उसने प्रेम और विष दोनों को दूर फेंक दिया।

उसका शरीर हवा में ऊपर उठने लगा उसके शरीर को आग की लपटों जैसी रोशनी ने घेर लिया और साथ ही उसका शरीर अपना आकर बदलने लगा। उसके आस पास की जमीन फटने लगी थी मानो अभी एक ऐसा धमाका होगा जो यहां मौजूद हर चीज को मिटा देगा।

साथ ही जैसे ही इस सब की शुरुआत हुई उसके अगले ही पल अल्तमश, रहमान, निधि और अमन चारों वहां पहोंच चुके थे, विष और प्रेम ने खुद को संभाला ही था, कि अपनी आंखों के सामने ये नजारा देखकर उनकी और वहां मौजूद हर इंसान की रूह कांप गई सबने भांप लिया था कि अब जैद अपने असली रूप में आने के बाद कैसी तबाही मचाने वाला था।

अल्तमश और रहमान ने जैद के दोस्तों को अपने पीछे छुपा लिया यहां किसी भी वक्त तबाही मच सकती थी और वो नहीं चाहते थे कि उनमे से किसी को भी कुछ हो।

अबरार ने कांपती हुई आवाज में रहमान से कहा "सर देव, आप उसे बचा लीजिए सर प्लीज"।

अल्तमश ने उसकी और देखा और कहा "थोड़ा सब्र रखो इसका घाव आम नहीं है और यहां इसका इलाज करना नामुमकिन है, हम जल्दी से जल्दी ये सब खत्म करके उसे इलाज के लिए ले जाएंगे, बस तुमलोग शांत रहना और कुछ भी हो जाए हमारे पीछे ही रहना"।

वहां जैद के शरीर से निकलने वाली शक्ति काफी तेजी से प्रबल होती जा रही थी हर पल दबाव बढ़ता जा रहा था। विष भी उसकी शक्ति से बचने के अलावा और कुछ नहीं कर पा रहा था।

फिर वहीं हुआ जिसका सबको डर था, जैद पूरी तरह से बदल गया, न सिर्फ उसका शरीर बल्कि उसका चेहरा भी बदल गया। उसका चेहरा किसी अजीब तरह के नकाब से ढका हुआ था और फिर जैद ने अपनी आँखें खोली।

उसकी आँखें खुलते ही बहुत ही शक्तिशाली और खतरनाक ऊर्जा उसके शरीर से धमाके के साथ निकली, अल्तमश और रहमान ने हालात देखते हुए पहले ही एक कवच तैयार कर लिया था और प्रेम और विष ने भी खुद को बचाने के लिए अपना कवच आगे कर लिया ।

वो धमाका इतना भयानक था कि उसने कई मिल दूर तक अपने अंदर आने वाली हर चीज को तबाह कर दिया।

वो किसी आग के जलजले की तरह था। शुक्र था कि वक्त रहते सबने खुद को उससे बचा लिया। बात यहां पर भी खत्म नहीं हुई थी, जब सबने अपने कवच हटाए और धूल हटने के बाद जिसे देखा उसकी उम्मीद उन्हें बिल्कुल नहीं थी।

उन्होंने अपने सामने किसी ऐसे इंसान को देखा जिसे देखकर न सिर्फ अल्तमश, प्रेम और रहमान के बल्कि विष के भी मुंह से एक साथ ये आवाज निकल गई "नामुमकिन',ये अब तक जिंदा है"।

साफ देखा जा सकता था कि उनके सामने खड़ा इंसान अब जैद नहीं था, पर ऐसा भी नहीं लग रहा था कि वो इन्सान के लिए कोई अंजान था। अल्तमश, रहमान,प्रेम और विष भी उसे ऐसे देख थे थे मानो वो उसे अच्छे से पहचानते हो जिसके यहां होने की उम्मीद उन्होंने सपने में भी न की हो।

फिर उसने प्रेम की ओर देखा ओर इशारे से कहा की सामने से हट जाओ, प्रेम तुरंत वहां से हट कर अपने साथियों के पास आ गया। अब विष को वो बात याद आईं जो उसे यहां आने से पहले कही गई थी, उसके पास लड़ने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था, पर जो सामने खड़ा था उसकी लाल आंखों में उसे अपनी मौत दिखाई दे रही थी।

फिर भी उसने मौत को गले लगाने का इरादा कर लिया उसने अपनी सारी शक्ति को एक जगह इक्कठा किया।सारी ऊर्जा, सारा बल, सारा ध्यान एक जगह केंद्रित किया, यहां तक कि उसने अपनी सारी प्राण ऊर्जा को भी एक जगह केंद्रित कर एक प्रबल अंधकार का निर्माण किया जो उसके दायरे में आने वाली हर चीज को तबाह कर सकता था, बड़े से बड़े योद्धा का भी इससे बच पाना लगभग नामुमकिन था। विष उसे अपने हाथों में संभाले हुए थे और मुस्कुराते हुए कह रहा था "अब बचके दिखा"।

विष ने इतना कहते हुए वो जैद पर प्रहार किया, पर जैद के शरीर में कोई हल चल नहीं थी वो बस उसे देखे जा रहा था जैसे उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था , मगर उस वक्त जब वो विनाश कारी अंधकार उससे बस टकराने वाला था तब जैद ने बस अपना हाथ उठाया और धमाके के साथ उसे वही रोक दिया।

न सिर्फ उसने उस अंधकार को रोका बल्कि वो उसकी ताकत को अपने अंदर समाने रहा था, कुछ ही पलो में उसने पूरी ताकत सोख भी ली और वो अंधकार तो जैसे हवा में ही गायब हो गया। वो ताकत जो जैद ने खींची थी वो उसकी नसों में बह रही थी। वो अब उसकी ताकत में बदल रही थी।

अब उसने अपना दूसरा हाथ आगे किया और खींची हुई सारी ताकत विष की तरफ पलट दी। सारी की सारी ऊर्जा आग के तूफान की तरह विष पर बरसी और वो वहीं खाक हो गया। जिसने भी अपनी आंखों से ये नजारा देखा उसके पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई हो। जिस इंसान की वजह से यहां इतनी तबाही मची थी वो एक पल में मिट्टी में मिल गया।

अब जब विष खत्म हो चुका था तो जैद ने देव की ओर देखा जो वहां घायल पड़ा हुआ था। वो सीधा उसी की तरफ बढ़ा अमन, निधि और अबरार उसे अपनी तरफ आता देख घबरा गए और अल्तमश से कहने लगे "क्या ये अब हमें भी मार देगा प्लीज हमे बचा लो हमे बहुत डर लगा रहा है"।

रहमान ने उनकी तरफ देखा और कहा "फिकर मत करो वो तुम्हे कुछ नहीं करेंगे, बस तुम लोग देखो कि अब ये क्या करते है", इतना कहकर उन तीनों ने जैद के लिए रास्ता छोड़ दिया।

जैद सीधा देव के पास जाकर अपने घुटनों पर बैठ गया, उसने देव को एक पल के लिए देखा और फिर उसने अपना हाथ उसके जख्म पर रखा और देखते ही देखते पल भर में उसका जानलेवा जख्म भर गया। देखने वाले को ये किसी चमत्कार से कम नहीं लग रहा था, पर सब ओर भी चौक गए जब उसने अल्तमश की तरफ देखते हुए कहा "कैसे हो तुम, बड़े दिनों बाद तुम्हें देख रहा हूं"।

अल्तमश ने उलझन में फंसे दिमाग़ को शांत करते हुए कहा "पर आप अब तक जिंदा कैसे हैं, अगर अनंत ऊर्जा का मालिक ये लड़का है तो आप का जिंदा होना नामुमकिन है आप के मरने के बाद ही कोई नया वारिस जन्म ले सकता है"। इस पर उसने मुस्कुराते हुए कहा "किसने कहा में जिंदा हु, पर खेर अभी ये सब छोड़ो मेरे जागने से एक बहुत बड़ी मुसीबत आ गई है पहले उसके बारे में बात कर लेते हैं"।

To BE CONTINUED...........