अगली सुबह।
रिधान कि आंखे उसके फोन कि रींग सुन कर खुली। उसने जैसे ही अपनी आंखे खोली तो उसकी आखों के सामने विधा का मासूम सा चेहरा आ गया।और रिधान उसे प्यार से देखने लगा।
तभी उसके कानो में एक बार फिर से फोन कि रींग सुनाई देने लगी।जिससे वो अपने ख्यालों से बाहर आया।और झट से अपना फोन ले कर उसे sailent कर दिया।जिससे उसकी cute सी बीवी को सोने में प्राब्लम न हो।
कही इनायत कि नींद न खराब हो जाए। और वो भला ऐसे कैसे अपनी जान की beuty slip को खराब कर सकता था।वो भी तब जब वो खुद उसे उठाना नही चाहता हो।वो तो बस अपनी खूबसूरत सी बीवी को सुकून से सोते हुए देखना चाहता था।
लेकिन ये इतना आसान कहा था।विधा के मासूम से चेहरे को जैसे ही उसने छूना चाहा तभी उसके फोन ने एक बार फिर उसका ध्यान अपनी तरफ खींच लिया।और बार बार फोन कि रींग सुन कर रिधान चीढ गया। अब उसने अपना फोन लिया और बालकनी में बात करने चला गया।
और कॉल पिक कर अपने कोल्ड वाइस मे बोला अगर कोई काम कि बात नही हुई। तो अपनी punism खुद सोच लेना वही रिधान कि इतनी कोल्ड आवाज सुन कर दूसरी तरफ से रजत कि डरी सी आवाज आई। बॉस वो आपने जो बोला था। वो हो गया है। हमने उसे पकड़ लिया है। और अभी वो आप के हेल मेंशन में है।
उसके साथ क्या करना है। रजत कि बात सुन कर रिधान ने अपने फेस पर डार्क ओरे को बरकरार रखते हुए बोला उसे इतना टॉर्चर करो कि वो अपनी जान कि भीख मांगे लेकीन उसे मौत भी न आए। मैं थोड़ी देर में आता हूं।
उसकी बात सुन कर रजत ने कॉल कट कर दिया। बात करने के बाद जब रिधान वापस रूम में आया तो देखा विद्या अब भी किसी छोटे से बच्चे कि तरह खुद मे ही सिमटी हुई सो रही थी। उसे इस तरह देख कर रिधान के चेहरे पर स्माइल आ गई। वो बेड कि तरफ आया और विधा को उठाने लगा ।
बच्चा get up उठ जाओ देखो 10 बज गए है। उसके इतना बोलते ही विधा ने अपनी आंखे खोली और जल्दी से उठ कर बैठ गई। उसने कहा क्या 10 बज गए हे कान्हा अब मै क्या करू मुझे तो कॉलेज भी जाना है। कही मै पहले दिन ही लेट न हो जाऊ।
इतना बोल कर वो जल्दी से बेड से उठी और बाथरूम में घुस गई। वही उसके इतने जल्दी से उठ कर बाथरूम में जाने कि speed को तो रिधान देखता ही रह गया। मतलब क्या लड़की है। जिसने उसे उठाया उसके ऊपर एक नज़र भी नहीं डाली और खुद से ही बात कर उठ कर चली गई। ये देख कर रिधान को बहुत गुस्सा आया। आखिर रिधान राय सिंघानिया को कोई ignor कैसे कर सकता है। वो भी उसकी अपनी ही बीवी ये तो रिधान बिलकुल भी tolret नही कर सकता था।
उसने अपने हाथों को अपने सर पर रख कर दो उंगलियों से अपने माथे को रब करने लगा जैसे अपने गुस्से को काबू कर रहा हो। फिर वो भी क्लोसेट में जा कर अपने कपड़े निकाल कर वही रख दिया। और वही बैठ कर विधा के बाहर आने का wait करने लगा। ऐसा नहीं था। कि वो किसी और वॉशरूम में नही जा सकता था। लेकीन वो जाना नही चाहता था। इसी लिए वो विद्धा का इंतजार करने लगा। लेकीन जब आधे घण्टे wait करने के बाद भी विधा बाहर नही आई तो रिधान को उसकी फिक्र होने लगी। उसे लगा कही विधा को कोई प्राब्लम नतो नही है। इसी लिए वो अपनी जगह से उठा और वॉशरूम कि तरफ बढ़ गया।
लेकीन तभी वॉशरूम का दौर ओपनइन हुआ। जब रिधान ने ये देखा तो वो अपनी जगह पर खडा हो गया। लेकीन ये क्या था। डोर बस हल्का सा ही खुला था। जिसमे से विधा अपना छोटा सा सर निकाल कर बाहर झांकने कि कोशिश कर रही थी। उसकी ये हरकते रिधान भी नोटिस कर रहा था। फिर उसने विधा को देखते हुए पूछा ये क्या है। बीवी बाहर आओ जल्दी से मुझे भी bath लेना है। फिर ऑफिस भी जाना है।
उसकी बात सुनकर विधा ने धीरे से कहा वो वो हम उसकी ये अटक अटक कर बाते कहना रिधान को इरिटेट कर रहा था। इसलिए वो खुद ही आगे बढ़ कर डोर ओपन करने लगा। ये देख कर विधा डर गई और जैसे ही पीछे होने लगी तभी उसका पैर फिसल गया। और वो गिरने लगी। लेकीन इससे पहले कि वो गिरती रिधान ने उसे अपनी मजबूत बाहों में भर लिया।
इस वक्त उसके हाथ विधा कि कमर पर कसे हुए थे। वो अपनी जुनूनी आखों से उसके चेहरे को देख रहा था। उसकी आंखे विधा के चेहरे पर घूम रही थी। और अचानक ही उसकी नजरे विधा के होटों पर ठहर गई। जो अभी गिरने के डर कि वजह से कांप रहे थे। विधा ने अपनी एक कस कर बंद कर लिया था। लेकीन जब कुछ देर तक उसे कही दर्द का अहसास नहीं होता। तो वो अपनी आंखे धीरे धीरे खोलने लगती है।
और जैसे ही अपनी आंखे पूरी तरह से खोल कर देखती है। तो उसकी नजरे सीधे रिधान कि जुनून से भरी आखों से मिलती है। वो रिधान को अपने इतने करीब देख कर सहम जाती है। और रिधान से छूटने कि कोशिश करने लगती है। लेकीन ये कहा होने पवाला था। आखिर रिधान कि पकड़ से छूटना इतना आसान भी नहीं था।
जब विधा ने अपनी सारी कोशिशें कर के देख लिया। फिर भी उसे कोई भी फर्क नही पड़ता देख कर विधा ने अब कोशिश करना ही छोड़ दिया। उसके शांत होते ही रिधान ने कहा हो गया तुम्हारा अब मेरी सुनो तुम बाहर क्यू नही आ रही थी बीवी क्या तुम्हे ये वाशरूम हमारे बेड रूम से ज्यादा अच्छा लग रहा है क्या हूं बोलो। उसकी बात सुनकर विधा को ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी पागल के साथ हों।
लेकीन उसके पास बोलने की हिम्मत नहीं थी। और वही उसको जवाब देते न देख कर रिधान को अब फिर से गुस्सा आने लगा था। उसने दात पिसते हुए कहा बीवी क्या तुम्हारे मुंह में जुबान नही है। या तुम न ये तय कर लिया है। की तुम मुझे इग्नोर ही करती रहोगी।
तो ठीक है अब तुम्हे इन सब के लिए पे करना होगा। वही उसकी बाते सुन कर विधा को और डर से लगा था उसने हिम्मत करके कहा लेकीन मैंने आप को कब इग्नोर किया। मैं तो आप को ही देख भी रही थी। वही विधा कि बात सुन कर रिधान ने कहा अच्छा ऐसा है। तो ये बताओ जब मैंने तुम्हे उठाया था। तब क्या तुमने मेरी तरफ देखा था। हा बोलो जवाब दो बीवी उसकी बात सुन कर विधा को अब याद आया कि रिधान इतने गुस्से में क्यू है।
ये समझते ही विधा ने झट से कहा लेकीन मुझे लेट हो रहा था इसीलिए। अभी वो बोल ही रही थी कि इतने में ही रिधान ने उसे अपने पास खींच लिया। और उसे ऊपर से नीचे तक देखने लगा। विधा ने इस वक्त अपने बॉडी पर सिर्फ एक व्हाइट कलर का टावेल लपेट रखा था।
जिससे उसके वो गोरी मखमल सी टांगे साफ दिख रही थी। उसके बालो से आते हुए पानी कि कुछ बूंदे उसके गले से होते हुए उसके टॉवल में कही खो रही थी।
ये देख कर रिधान को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था। अब उसने बिना एक पल लगाए विधा को अपने और करीब कर के उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए। इसका अहसास होते ही विधा ने अपनी आंखे बंद कर ली। धीरे धीरे उनकी सॉफ्ट kiss डिप और पैसनेट kiss मे बदलने लगी थी। अब रिधान के हाथ विधा कि टॉवल को निकलने लगे थे। विधा भी पता नहीं क्यू उसके इस अहसास मै बहक रही थी। अब उसके हाथ भी रिधान के सीने पर आ गए थे।
आज के लिए इतना ही मिलते है नेक्सट चैप्टर में
Pliz yaar like comment share kar diya karo
Bye 🥰 🥰