अभी आप ने पढ़ा रिधान विधा को पैस्नेट kiss कर रहा था। धीरे उनकी kiss और डीप होती जा रही थी।रिधान के हाथ विधा कि पूरी बॉडी को एक्सप्लोर कर रहे थे।विधा भी आज मदहोश हो रही थी।विधा को समझ ही नही आ रहा था।
उसे हो क्या रहा है। लेकिन अब उसके हाथ भी रिधान कि चेस्ट पर कस रहे थे।वो खुद को बहकने से रोक नहीं पा रही थी।ये सब उसके लिए बिल्कुल नया था।आज तक कोई भी विधा के इतने करीब नही आया था।या यू कहे विधा ने किसी को अपने करीब आने ही नहीं दिया था।
नही तो कोई भी इससे पीछे हटने वाले नही थे। सब तो इसी चक्कर में रहते कब वो एक बार विधा को पा ले लेकिन विधा कभी उन सब के इरादों को कामयाब नही होने देती थी।
खैर विधा के हाथो को अपने चेस्ट पर महसूस कर रिधान और भी एक्साइटेड होने लगा था।उसने विधा के बॉडी से उस टॉवल को भी खींच कर निकाल दिया।अब विधा रिधान के सामने नेक्ड थी। उसके शरीर पर अब कुछ नहीं था। जो उसके दूध से सफेद जिस्म को ढक सके ।
अब रिधान धीरे से अपने होठो को उसके होठों को रिहा किया।और उसके गले पर अपने होंठ चलाने लगा। और अब उसके कोलरबोन पर आने लगा। धीरे धीरे रिधान उसके चेस्ट पर आ गया। और उसके चेस्ट को अपने मुंह में भर कर शक करने लगा। और एक हाथ से दूसरे चेस्ट को प्रेस करने लगा। उसके इस एक्शन से विधा के मुंह से आह्ह्ह निकलने लगी।
उसे अपने चेस्ट पर काफी दर्द हो रहा था।लेकिन वो चाह कर भी रिधान को रोक नहीं सकती थी।अब विधा की सांसे भी तेज चलने लगी थी।वही उसके इस तरह तेज सांसे लेने की वजह से उसके चेस्ट भी ऊपर नीचे हो रहे थे।
जिससे रिधान और हार्ड होता जा रहा था।उसे अपनी बॉडी गर्म होती महसूस हो रही थी।जिससे वो विधा के चेस्ट पर बाइट भी कर रहा था।रिधान विधा को kiss करते हुए ही शावर के नीचे ले गया।इस सब में उनकी kiss ब्रेक नही हुई थी।
रिधान विधा को शावर के नीचे खड़ा कर हाथ बढ़ा शावर ऑन कर देता है।जिससे शावर का ठंडा पानी उनके शरीर को थोड़ी राहत दे रहा था।जैसे जैसे वो पानी विधा के शरीर पर पड़ रहा था।रिधान उसके शरीर के हर उस हिस्से को स्मूच कर रहा था।और एक बार फिर रिधान ने विधा के होठों को अपने मुंह में भर लिया।और पूरे पैशन के साथ उसके होठों को चूमने लगा।करीब आधे घण्टे बाद रिधान ने विधा के होटों को बाइट कर छोड़ दिया।अब जा के विधा ने गहरी गहरी सांस लेना शुरू किया।
उसे तो ऐसा लग रहा था।जैसे अब वो मर ही जायेगी। सांसे तेज तो रिधान की भी थी।उसने अब विधा को अपने बाहों में भर लिया और खुद भी गहरी गहरी सांस लेने लगा। थोड़ी देर में अपनी सांसे कंट्रोल कर रिधान ने शावर ऑफ किया।
और विधा को और मजबूत बाहों में भर कर बाहर ले आया।वही विधा तो पहले से ही शर्म से मारी जा रही थी।और अब खुद को इस हालत में रिधान कि गोद में देख कर तो उसे कही भाग जाने का मन कर रहा था।लेकिन अफसोस ये तो impossibal था।क्युकी रिधान कभी भी उसे खुद से दूर नही जाने देने वाला था।
रिधान भी ये नोटिस कर रहा था।की उसकी लिटिल वाइफ कितना शर्मा रही है।रिधान को ये देख कर बहुत अच्छा लग रहा था।लेकिन उसने विधा को और परेशान करने के लिए कहा।ये क्या बीवी तुम इतना क्यू शर्मा रही हो।अब इसमें इतना shay फील करने वाली कोन सी बात है।
मैं तुम्हारा हसबेंड हूं। मुझे हक है तुम्हे ऐसे देखने का इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।ये सब नॉर्मल है। एक हसबैंड वाइफ के बीच समझी।तो तुम्हे भी इतना shay फील करने की कोई जरूरत नही है।
वैसे भी सिर्फ ये ही क्या मै तो तुम्हारे साथ बहुत कुछ कर सकता हूं।लेकिन अभी तुम मुझे tolret नही कर सकती।बस इसी लिए अपने आप को रोक रखा है।लेकिन आगे से याद रखना कभी भी मुझे इग्नोर किया न तो तुम्हे उसके लिए पे करना पड़ सकता है।तो आगे से जो भी करना सोच समझ कर करना।
वही उसकी बाते सुन कर विधा ने भी अपना सिर हिला दिया।जैसे कह रही हो ओके मैं समझ गई।ऐसे ही बातो बातो मे ही रिधान ने विधा को उसकी ड्रेस पहना भी दी। और खुद भी रेडी हो कर विधा से बोला मैं नीचे तुम्हारा वेट कर रहा हूं।
जल्दी आना बीवी मैं तुम्हे कॉलेज drop कर दूंगा। इतना कहकर वो रूम से बाहर निकल गया।थोड़ी देर में विधा भी रूम से बाहर आई।वो स्टेयर्स से होते हुए आ रही थी।क्यू कि उसे अभी यहां के बारे में कुछ भी पता नहीं था। वो जैसे ही नीचे हॉल में आई तो उसकी नजरे सामने बैठे रिधान पर गई।
जो वही हॉल में ही बैठा किसी से फोन पर बात कर रहा था।लेकिन जैसे ही उसकी नजरे विधा पर गई बस वही ठहर गई।इस वक्त विधा ने एक पिंक कलर का सूट पहन रखा था।जिस पर उसने चुननी भी ले रखी थी।
मेकअप के नाम पर बस आखों में काजल माथे पर छोटी सी बिंदी होठों पर हल्का लिपग्लॉस जो पिंक कलर का ही था।गले में वही रिधान के नाम का मंगलसूत्र जो दिखने में तो मंगलसूत्र बिलकुल भी नहीं लग रहा था।मांग मे सिंदूर हाथो में थोड़ी थोड़ी चूड़ियां।बस इसी में वो बहुत खूबसूरत लग रही थीं।
रिधान तो बस उसके फेस को ही देख रहा था।थोड़ी देर ऐसे ही देखने के बाद वो विधा के पास आया और उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ डाइनिंग टेबल के पास ले गया और उसे वही एक चेयर पर बैठा कर खुद अपनी चेयर पर बैठ गया।
उसके बैठते ही आंटी उनके पास ब्रेक फास्ट लेकर आई।जिसे देख कर विधा को अब अपने पेट में चूहे डोलते हुए महसूस हुए। उसके लिए पराठा और चाय बनाया गया था।और रिधान के लिए ब्लैक कॉफी विदाउट शुगर और सैंडविच भी था।
थोड़ी ही देर में दोनों ने अपना ब्रेक फास्ट कंप्लीट किया ।और बाहर आ गए उनके बाहर आते ही ड्राइवर ने बैक सीट का डोर ओपन किया। जिससे दोनो ही बैक सीट पर बैठ गए।और वहा से निकल गए।थोड़ी देर में ही विधा का कॉलेज आ गया जिसे देख कर विधा खुश हो गई।
और बाहर जाने वाली थी।की इतने में रिधान ने उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया।जिससे विधा सीधे उसकी गोद में जा गिरी।और उसकी सांसे अटक गई।रिधान ने उसे अपने गोद में ठीक से बैठते हुए कहा। बीवी ध्यान से रहना और किसी भी लड़के से बात करने की कोई जरूरत नही है।
और अगर कोई तुम्हे परेशान करे तो मुझे बताना अगर ऐसा नहीं हुआ। तो तुम्हे तो पता ही है।मैं क्या कर सकता हूं।इतना बोल कर उसने विधा के होठों पर एक पिक कर छोड़ दिया।और बोला समझी न जान उसकी बाते सुन कर विधा ने अपना सिर हिला दिया।
लेकिन तभी रिधान ने कहा क्या तुम्हारे मुंह में जुबान नही है।जो तुम बस ये अपना ढाई किलो का सिर हिला देती हो
ये बोलकर रिधान ने विधा कि तरफ देखते हुए कहा।वर्ड बीबी वर्ड उसकी आवाज में आए हुए बदलाव को देख कर विधा समझ गई थी। कि अब रिधान को गुस्सा आ रहा है इसलिए वो जल्दी से बोली जी हम समझ गए। उसकी बात सुनकर रिधान ने उसे छोड़ दिया।और जाने को बोल दिया।
उसके छोड़ते ही विधा जल्दी से कार से बाहर आई।और कॉलेज के अंदर चली गई।उसके अंदर जाते ही रिधान ने भी अपना शेड्स लगाया। और ड्राइवर को देखने लगा जिसे समझ कर ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट कर दिया।और उनकी गाड़ी वहा से निकल गई।
आज के लिए इतना ही मिलते है कल
Bye 👋👋
Pliz yaar like comment share kar diya karo