hello princess

राधा अपने भाई की पागलों जैसी हरकतें देखकर थोड़ी हैरान थी। क्योंकि आज अभय कुछ ज्यादा ही अलग बिहेव कर रहा था। उसके बोलने का तरीका भी काफी अजीब था। और फिर राधा अपने भाई को डांटकर बोलती है, अगर तुम्हें आज कॉलेज नहीं जाना तो ऐसे बहाने तो मत बनाओ।

यह कहकर वह नीचे चली जाती है। दूसरी और अभय या कहे अभय के शरीर में राजकुमारी उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती। और पुरानी बातों को याद करने लगती है।

जब वह ऐलफ के यहां पर गई थी और उसने जब उनके सेक्रेटरी पर लिखे हुए मंत्रो का उच्चारण शुरू किया था। ऐलफ की महारानी ने मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन मैं नहीं मानी। तो गड़बड़ से उनका मतलब यह था।

जैसी वह पास रखे हुए दर्पण की तरफ देखती है। उसमें अपनी छवि को देखकर वह बुरी तरह से हैरान थी। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि वह किसी और दुनिया में एक लड़के के शरीर में आ चुकी है।

राजकुमारी आशा यह देखकर परेशान हो चुकी थी। तभी उसके दिमाग में एक बात आती है कि अगर वह वही मंत्र दोबारा बोलेगी तो शायद यह चीज उल्टी हो जाए और वह अपने शरीर में वापस लौट जाए।

ये सोच कर वह उसी मंत्र को याद करने लगती है। लेकिन उसे मंत्र में लिखा हुआ एक शब्द भी याद नहीं आता जैसे ही उसे यह महसूस होता है। वह बुरी तरह से घबरा चुकी थी।

अचानक से उसे एक आवाज सुनाई देती है। जो सुनकर वह पीछे मुड़कर देखती है। तो उसे कंप्यूटर पर कुछ नोटिफिकेशन दिखाई देती है। लेकिन वह कंप्यूटर के वॉलपेपर को देखकर हैरान थी। जिस पर एक खोपड़ी का साइन बना हुआ था।

जो देखकर वह थोड़ा सतर्क हो चुकी थी। और उसने अपनी जादुई शक्ति का इस्तेमाल करने की कोशिश की थोड़ी देर तक कुछ नहीं हुआ। जो देखकर राजकुमारी आशा अपने सर पर हाथ रख लेती है।

और फिर जैसे ही उसका ध्यान दोबारा से कंप्यूटर पर जाता है। वह गुस्से से भर चुकी थी। और वह बोलती है तू शैतान मैं तुझे जिंदा नहीं छोडूंगी यह कहकर वह पास ही रखे हुए डंडे से कंप्यूटर की स्क्रीन को बुरी तरह से तोड़ देती है।

अब राजकुमारी आयशा जो अभय के शरीर में थी। उसे थोड़ी शांति मिलती है और वह हंसते हुए बोलती है शैतान आखिरकार हमने तुम्हें खत्म कर ही दिया। बेशक हमारे पास हमारी जादूई ताकते ना हो तो भी हम बुराई के सामने कभी घुटने नहीं टेकेंगे।

अगर अभय यहां पर होता तो वह राजकुमारी को जान से मार देता। क्योंकि उसने बचपन से ढेर सारे पैसे इकट्ठे कर कर यह कंप्यूटर अपनी मेहनत से खरीदा था। और ये लड़की उसकी मेहनत को बर्बाद कर कर इतनी खुश हो रही थी।

थोड़ी देर बाद उसने खिड़की से बाहर के नजारे को देखा। वह हैरानी से यहां की चीजे देख रही थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था। कि बिना किसी जादू के यहां पर यह वाहन चल कैसे रहे हैं क्या यह कोई जादूई जानवर है?

फिर वह घर की इधर-उधर की चीज देखने लगती है। टीवी जैसी चीजे देखकर वह काफी हैरान थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था। कि इनका काम क्या है, अचानक से वह टीवी को ऑन कर देती है।

जिसमें उसे एक बच्ची रोती हुई दिखाई दे रही थी। यह देखकर वह बोलती है चिंता मत करो छोटी बच्ची हम तुम्हें बाहर निकाल कर ही रहेंगे। ये कहकर वह पास ही रखे हुए फूलदान की मदद से टीवी की स्क्रीन को तोड़ने वाली ही थी।

तभी अभय का दोस्त रचित उसे रोक लेता है और बोलता है अरे भाई क्या कर रहे हो तुम। राजकुमारी अपना हाथ किसी लड़के के द्वारा पकड़े जाने से काफी गुस्से में थी। और वह उसकी टांगों के बीच लात मार देती है और उसे थोड़ा पीछे हट जाती है।

रचित दर्द से कराह रहा था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि यहां पर चल क्या रहा है। कभी वह अपने दोस्त अभय की तरफ देखता तो कभी आसपास की चीजों की तरफ जिनकी हालत काफी खराब हो चुकी थी।

अभय के शरीर में राजकुमारी आशा बोलती है दुष्ट व्यक्ति कौन हो तुम और यहां पर क्या कर रहे हो। जो सुनकर रचित दर्द से कराह आते हुए। बोलता है अरे यह मैं हूं, रचित तुम्हारा दोस्त।क्या हो गया है तुम्हें और मुझ पर हमला क्यों किया।

अचानक से राजकुमारी आशा को समझ में आता है कि उसने एक और गड़बड़ कर दी है और फिर वह उसे उठाते हुए बोलती है क्या तुम ठीक हो।

जो सुनकर रचित बोलता है मैं तो शायद ठीक हूं, लेकिन तुम्हारी हालत कुछ अच्छी नहीं लग रही है। लगता है ,तुम्हारा दिमाग खराब हो चुका है तुम्हें किसी मेंटल हॉस्पिटल जाने की जरूरत है यह कहकर वह धीरे-धीरे सोफे पर बैठने की कोशिश कर रहा था।

दूसरी दुनिया में अभय जो अब राजकुमारी आशा के शरीर में था। वो अपने सामने खड़ी हुई नौकरानी को वहां से जाने को बोलता है। अभय को लग रहा था कि अगर वह अपने बारे में किसी और को बताएगा तो बहुत बड़ी समस्या में पड़ जाएगा।

वैसे भी वह इस दुनिया के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता। नौकरानी भी थोड़ी हैरान थी। क्योंकि उसे आज राजकुमारी आशा का व्यवहार कुछ बदला लग रहा था।

तभी अभय के दिमाग में एक आईडिया आता है और वह बोलता है सुनो क्या तुम मेरे लिए थोड़ी किताबें ला सकती हो। किताबें जितनी ज्यादा बेसिक हो उतना अच्छा होगा। जिसमें इस दुनिया के बारे में बेसिक जानकारी हो।

राजकुमारी की इतनी अजीबो गरीब डिमांड सुनकर नौकरानी थोड़ी हैरान थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि आज राजकुमारी आयशा के दिमाग में क्या चल रहा है। फिर भी वह उनके कहे अनुसार थोड़ी देर बाद ढेर सारी किताबें उसे कमरे में लेकर आ जाती है।

किताब लेने के बाद अब है उसे कमरे से जाने को कहता है। जैसे ही अभय एक किताब को उठाकर खोलकर पढ़ने की कोशिश करता है उसका दिमाग खराब हो जाता है क्योंकि उसे उसमें लिखी हुई लैंग्वेज बिल्कुल समझ में नहीं आ रही थी।

यह देखकर वह अपने सर पर हाथ रख लेता है।

तो अब क्या करेगा अब है? और क्या-क्या कांड करने वाली है राजकुमारी अभय के शरीर में? जानने के लिए बने रहे इस कहानी पर।

अभय फिर से नौकरानी को वापस बुलाता है और उसे उन सभी किताबों को पढ़ने को बोलता है ताकि वह उसे सब समझ सके। अब नौकरानी को भी कुछ गड़बड़ महसूस होने लगी थी। लेकिन फिर भी वह पढ़ने को तैयार थी।

फिर नौकरानी बोलती है राजकुमारी में इनमें से कुछ किताबें तो पढ़ सकती हूं लेकिन कुछ किताबों में लिखी हुई भाषा मुझे नहीं आती। इसलिए मुझे लगता है कि इन्हें पढ़ कर सुनाने के लिए मुझे भाषा मैजिक स्क्रॉल का इस्तेमाल करना होगा।

अभय भाषा मैजिक स्क्रॉल का नाम सुनकर समझ गया था कि इसका काम कैसा होगा। इसलिए अभय बोलता है ठीक है तुम पढ़ना रहने ही दो। बस मेरे लिए कुछ मैजिक स्क्रोल का इंतजाम कर दो।

कुछ देर बाद नौकरानी अपने हाथों में कई सारे स्क्रोल लिए हुए अभय के सामने खड़ी हुई थी। और फिर नौकरानी उन्हें टेबल पर रख देती है और बोलती है राजकुमारी आपने मुझे यह मैजिक स्क्रॉल क्यों मांगे। जबकि आपके पास पहले से ही कई सारे इसी तरह के स्क्रोल पड़े हुए हैं।

और वह साइड में रखे हुए अलमारी की तरफ इशारा करती है। अभय को खुद भी इस बारे में कुछ नहीं पता था। लेकिन वह बात को डालते हुए बोलता है मुझे अकेला छोड़ दो।

नौकरानी उसकी बात मान लेती है और वहां से चली जाती है पर लेकिन थोड़ी देर बाद अभय स्क्रोल को खोलता है लेकिन उसे समझ में नहीं आता कि वह इसे एक्टिवेट कैसे करेगा।

यह समझ में आते ही कि उसे इन स्क्रोल को एक्टिवेट करना नहीं आता वह दोबारा से नौकरानी को अंदर बुलाता है और बोलता है क्या तुम मेरे लिए इन्हें एक्टिवेट कर दोगी।।

अब अभय को लग रहा था कि नौकरानी उसे कई सारी गालियां दे देगी। क्योंकि वह उसे बार-बार इसी तरह बुलाकर परेशान कर रहा था। लेकिन नौकरानी ऐसा कुछ नहीं करती और बोलती है कहीं आपकी यादाश तो नहीं चली गई।

लगता है, महारानी माया की बात एकदम सही निकली। आपको उन मंत्र का उच्चारण नहीं करना चाहिए था। शायद उनकी वजह से आपकी यादाश जा चुकी है। नौकरानी की बात सुनने के बाद अभय को एक नया बहाना मिल चुका था। लेकिन उसे मंत्रों के उच्चारण की बात कुछ समझ में नहीं आई थी।

फिर अभय एक्टिंग करने लगता है कि उस की याददाश्त सच में जा चुकी है। और बोलता है लेकिन तुम्हें इस बारे में किसी और को बताने की इजाजत नहीं है। नौकरानी भी हामी भारती है।

नौकरानी की बातों से अभय को यह समझ में तो आ गया था कि उसकी आत्मा को इस शरीर में आने की वजह वह मंत्र ही थे। लेकिन अभी वह इस बारे में कुछ नहीं कर सकता था।

और फिर वह नौकरानी से उन स्क्रोल को एक्टिवेट करने का तरीका सीखता है जो काफी आसान था क्योंकि स्क्रॉल को एक्टिवेट करने के लिए बस उन्हें फाड़ देना था।

स्क्रोल को एक्टिवेट करने के बाद अभय की आंखों पर अचानक से कुछ जादुई चिन्ह दिखाई देने लगते हैं। और अब अभय देखता है कि जिन किताब के शब्दों को वह पहले समझ नहीं पा रहा था अब वह उसे समझ में आने लगे थे।

आधे घंटे बाद उस स्क्रोल का असर खत्म हो चुका था तो अब है फिर से एक और स्क्रोल को फाड़ देता है। 3 घंटे तक इसी तरह किताबें पढ़ने के बाद अभय को इस दुनिया के बारे में काफी कुछ जानने को मिला।

की किस तरह इस दुनिया में कई सारी अद्भुत शक्तियां मौजूद है जो इंसान को तरह-तरह की शक्तियां प्रदान करती है। जैसे कि एक योद्धा अपने शरीर को ट्रेन कर कर कई गुना ताकतवर बना सकता है। तलवारों और हथियारों की मदद से ओरा का इस्तेमाल कर सकता है।

कुछ लोग केवल मंत्र के उच्चारण के माध्यम से ही किसी के भी घाव भर सकते हैं या फिर उसे एक नई जिंदगी भी दे सकते हैं। जो कि किसी गेम के हीलर जैसे ही होते हैं।

और कुछ लोग जो मैजिक सर्कल की मदद से जादू का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिन्हें हम जादूगर कह सकते हैं। इस दुनिया में इस तरह की कई सारी शक्तियां मौजूद है। इन सभी शक्तियों के बारे में सोच-सोच कर अभय के पेट में गुदगुदी महसूस हो रही थी।

अभय थोड़ी देर के लिए भी भूल चुका था कि वह किसी और के शरीर में है। लेकिन जैसे ही उसे इस बारे में याद आता है वह झट से अपने ख्यालों से बाहर निकलता है जिसमें वह खुद को एक जादूगर की तरह इमेजिन कर रहा था।

दूसरी और राजकुमारी आशा रचित को शांत कराती है और बोलती है हमारा नाम आशा है। और हम एक राजकुमारी है जिसकी आत्मा गलती से आपके मित्र के शरीर में आ चुकी है। आपको हमारी बात पर यकीन नहीं हो रहा होगा लेकिन यह सच है।

रचित बोलता है तुम चिंता मत करो मुझे तुम पर यकीन है। जो सुनकर राजकुमारी बोलती है क्या सच में। तभी रचित अपनी बात को पूरा करता है कि तुम पूरी तरह से पागल हो चुके हो। और अपनी जेब से मोबाइल निकालता है और पागल खाने पर कॉल करने वाला ही होता है।

राजकुमारी आशा बोलती है अगर आपको हमारी बात पर यकीन नहीं तो हम आपको यकीन दिला कर रहेंगे यह कहकर वह कुछ मंत्र बोलना शुरू कर देती है। एक पल के लिए रचित भी उसी तरफ देख रहा था। और हैरानी से अपने दोस्त के मुंह से निकले अजीबोगरीब शब्दों को सुन रहा था। जैसे ही उसने अपने मंत्र का उच्चारण पूरा किया।

आशा बोली जख्म भर जाओ। यह कहते हुए रचित की तरफ इशारा कर रही थी। लेकिन अभी भी कुछ नहीं हुआ यह देखकर रचित बोलता है लगता है इसका पागलपन पल-पल बढ़ रहा है।

कुछ ना हो तो वह देखकर आशा अपने आप को शर्मिंदा महसूस कर रही थी। वह थोड़ी देर के लिए भूल चुकी थी। उसकी शक्तियां यहां पर काम नहीं कर रही। क्योंकि वह अपने शरीर में स्पिरिट पावर को महसूस नहीं कर सकती थी।