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माया नहीं चाहती

झअर्जुन और रहमान मलिक दोनों क्लब में बैठे हुए थे । अर्जुन और रहमान दोनों ड्रिंक कर रहे थे।

क्या बात है आज तुम इतने परेशान क्यों हो ।उसने अर्जुन को शराब पीते देखकर कहा ।वह काफी वह काफी ड्रिंक कर चुका था।

वही प्रॉब्लम तुम्हें पता है। सगाई के बाद आज ही शादी फिक्स हो गई है।

 तो क्या माया आई थी ।उसे पता चल गया है ।

पता तो उसे चलना ही है। आखिर वह अरुण चाचा जी की सैकटरी है। रहमान ने कहा।

उसे उनसे हर बात पता चल जाती है ।

वह धमकी देकर गई है अगर शादी हुई तो मैं कभी उस बच्चे का चिहरा नहीं देख सकूंगा।

साथ ही वो घर पर सारी बात बता देगी।तुम जानते हो अगर घर पर पता चला तो क्या होगा।

तो फिर तुमने क्या सोचा है। रहमान ने पूछा।

मैं सोच रहा हूं मुझे सीरत से बात करनी चाहिए।

मगर सीरत से क्या बात करोगे ।क्या उससे बात करनी सही रहेगी।

सोच लो ।

मुझे समझ नहीं आ रहा मैं क्या करूं।

जिंदगी की एक गलती इंसान को कितना बेवस बना देती है ।

क्या तुम्हें पता है इस वक्त वह बच्ची कहां है।

 हां पता है। मगर मैं उसे नहीं ला नहीं सकता।

मैंने तो माया से कह दिया था कि मैं तुमसे शादी करने को तैयार हूं ।

मगर वह इस बात के लिए भी नहीं मानी।

वो शादी करने बालों में से नहीं है।

तुम्हें अच्छे से पता है वह कैसी औरत है और उसे हर महीने तुमसे अच्छी मोटी रकम मिल रही है।

 तो फिर क्या जरूरत है उसे तुमसे शादी करने की।

तो फिर तुम बताओ मैं क्या करूं ।

मेरी बात मानो उस बच्चे के बारे में घर पर बता दो।

तुम अच्छे से जानते हो दादा दादी पर क्या असर होगा इस बात का

और फिर मां वह मर जाएगी ।

मैं अपनी मॉम को अच्छे से जानता हूं ।अर्जुन ने कहा ।

तो फिर आप क्या किया जाए।

मुझे लगता है तुम सीरत से शादी कर लो और

माया को सिर्फ पैसों से मतलब है ।

तुम उसे पैसे देते रहो । रहमान ने अर्जुन को सलाह दी।

तुम्हें पता है उसके पास वह केवल बच्ची ही नहीं

एक वीडियो भी है और वह वीडियो अगर बाहर आता है

तो क्या हो सकता है ।

सबसे बड़ी परेशानी की वजह ही वह वीडियो है। तुमसे ज्यादा मेरे बारे में कोई नहीं जानता।

आगे अर्जुन के पास कहने को कुछ नहीं बचा था। रहमान के घर से फोन आ गया था उसे जाना पड़ा।

सभी की बातें सुनकर सीरत अपना सिर पकड़ कर बैठी थी ।

दादू आप मुझे इतनी जल्दी घर से क्यों निकालना चाहते हैं ।

क्या मैं आपको अच्छी नहीं लगती ।

बेटा तुम ऐसा क्यों कह रही हो ।उसकी दादी ने उससे कहा ।

कल तो सगाई हुई है आज शादी की डेट फिक्स हो गई।

अब सगाई हो चुकी है। अब शादी तो करनी होगी ना। दादी ने कहा।

तो फिर जनवरी की डेट फिक्स कर देते ।

इसमें तो एक महीना भी नहीं है पूरा ।सीरत कहने लगी ।

चलो बेटा अब तो शादी की डेट निकल ही गई है ।

थोड़े दिन आगे पीछे होने से क्या फर्क पड़ता है। उसने सीरत को बड़े प्यार से समझाया।

वो वहां से उठकर अपने कमरे में आ गई थी।

जिस आदमी से मैं 2 मिनट बात नहीं कर सकती ।

उससे मैं शादी कर रही करने जा रही हूं।

अब तो मैं उसके पास से भाग जाती हूं।

 से शादी के बाद क्या करोगी।

तभी उसको रौनी बुलाने आ गया।

दीदी चलो आपको सभी नीचे बुला रहे हैं। वह वापस चली गई थी ।

सीरत थोड़ी देर में तुम्हारे ससुराल वाले आने वाले हैं।

 तुम अच्छे से तैयार हो जाओ ।

मेरे ससुराल वाले ।

आप किसकी बात कर रहे हो।

और किसकी बात करूंगी।

तुम्हारी सगाई किस्से हुई है।

उस अर्जुन से। सीरत ने कहा।

तो उसकी फैमिली आ रही है।

तो ऐसा कहो ना बड़े दादा की फैमिली आ रही है।

अब वह तुम्हारे ससुराल वाले हैं ।

केवल इसके नहीं रीना के भी ससुराल वाले भी हैं । सीरत की चाची रीमा ने बीच में कहा ।

जाओ तुम दोनों तैयार होकर आ जाओ।

घर में असल में आज शाम जो शादी की डेट फिक्स हुई थी। उसे पर डिस्कशन करना था। इसके लिए राम जी दास की पूरी फैमिली आ रही थी और साथ में उन्हें खाने पर भी बुलाया गया था।

सीरत और रीना दोनों ही तैयार हो चुकी थी। राम जी दास की पूरी फैमिली वहां आ गई थी। मगर अर्जुन नहीं पहुंचा था।

अर्जुन कहां रह गया। दादाजी ने अर्जुन को न देखकर पूछा।

भाई थोड़ा लेट आएंगे उन्हें थोड़ा काम है। निलेश ने जवाब दिया।

वह तो सगाई के दिन भी लेट आया था ।आज कहां पहुंचेगा ।अर्जुन की चाची नीता बीच में कहने लगी ।

उसका ना आना सीरत के दादाजी को अच्छा नहीं लगा। मगर सीरत ने अपने रब 😁का शुक्रिया अदा किया।

वह उसके ना आने से खुश थी क्योंकि उसे तो डर था कि उसकी सिगरेट वाली शिकायत ना लग दे।

सभी बैठकर बातें कर रहे थे। सीरत भी बीच में बैठी हुई थी । वह अर्जुन के ना आने से बहुत खुश थी।

तभी रौनी उसके पास आया ।

दीदी लगता है आज हम बच गए । वह नहीं आया है।

बात तो तुम्हारी ठीक है। वरना पक्का हमारी शिकायत लगती।

अरे दोनों भाई बहन क्या बात कर रहे हो हमें भी सुना दो। राम जी दास ने उन दोनों को बातें करते देखकर कहा।

कुछ नहीं दादा जी बस ऐसे ही । सीरत ने बहाना बनाया।

भाई अब तो हम जल्दी से दोनों बच्चियों को अपने घर ले जाएंगे।

हमारे घर में इन दोनों बच्चियों से रौनक को जाएगी।

 तो ठीक है अब शादी की शॉपिंग शुरू करते हैं ।अर्जुन की मॉम मीरा जी ने कहा।

तभी हाल में बाहर से होरन की आवाज सुनाई थी।

लगता है भाई आ चुके हैं।अनुज कहने लगा।

तभी तेज चल चलता हुआ अर्जुन अंदर आया।

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