अब तक
कनक , प्रीती का हाथ पकड कर उसे अपने रुम मैं ले जाती है । और प्रीती को बेड़ पर बिठा कर खूद उसके साइड मैं बेठते हुए उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों मैं होल्ड किये हुए उससे पूछती है ।
कनक- प्रीती चल अब बता क्या बात है, जीजू की बात आते ही तू इतनी उदास क्यों हो गई थी, क्या तेरे और जीजू के बिच कुछ हुआ है, वो कल तेरे साथ शादी मैं क्यों नहीं आए थे ।
अब आगे ।
कनक का सवाल सुनते ही प्रीति अचानक से परेशान हो जाती है, और किसी सोच मैं गूम हो जाती है , उसके कानों मैं किसी के शब्द गूंजने लगते हैं
" मैं इस शादी को नहीं मानता , मेरे लिये ये शादी सिर्फ एक बोझ है, जिसमें मुझे तुम्हारे साथ जबरदस्ती बांधा गया है , इस शादी के साथ - साथ तुम भी मेरे लिये बोझ ही हो , मैं किसी और से प्यार करता हूं , ये शादी मेरे लिये सिर्फ एक बिजनेस डील है उससे ज्यादा कुछ नही , और वैसे भी तुम सिंघानिया परिवार का खून नहीं हो जो मैं तुम्हें इज्जत दूं तुम एक अनाथ हो , जिसका मुझसे कोई मेच नहीं है, कहाँ मैं जिसके ऊपर कॉलेज की सारी लड़कियाँ मरती थी और आज भी मारती है कहाँ तुम बदसूरत सी जिसे कोई लड़का देखना भी पसंद नहीं करता " तुम्हारी हैसीयत तो मेरी नौकरानी जितनी भी नहीं , तुम इस घर मैं तो जरूर रहोगी लेकिन मेरी पत्नी बन कर नहीं बल्कि इस घर की नौकरानी बन कर और एक नौकरानी की मेरे रुम मैं कोई जगह नहीं है"
इसी के साथ उस शक्श ने प्रीती ( जो बेड़ पर बेठे आंसू बहाते हुए उसे ही देख रही थी ) के हाथों को पकड उसे घसिटते हुए अपने कमरे से बाहर फेक उसके मुँह पर ही दरवाजा बंद कर देता है ।
प्रीती - प्रीती तू कहाँ खो गई मैं तुझसे कुछ पूँछ रही हूं ? तेरे और जीजू के बिच सब ठीक है ना ,वो तेरा ख्याल रखते है ना , की कोई प्रोब्लम है तुम दोनों के बिच,
प्रीती जो कहिं खो गई थी वो कनक के द्वारा उसे अवाज देने पर अपने होश मैं आती है और कनक को फिर से वही सवाल करते देख हड़बडा जाती है , लेकिन फिर खूद को शांत कर एक झूठी मुस्कुराहट के साथ उससे कहती है ।
प्रीती- अरे बाबा तू कितने सवाल करती है, जैसा तू सोच रही है वैसा कुछ भी नही है, हम दोनों के बिच सब कुछ ठीक है, मैं बस उन्हें थोड़ा सा मिस कर रही थी और कुछ नही , काफी दिन हो गये है ना उन्हें गये हुए इसलिए , वैसे तू बता तेरी कल की रात कैसी गई, तेरे गले पर जो हिक्की का निशान है ना उसे देख कर ही समझ आ रहा है की तूने कल रात बहुत मजे किये होंगे कहते हुए प्रीती के होठो पर एक शरारत भरी मुस्कुराहट आ जाती है ।
वहीं प्रीति के सवाल से कनक की आँखों के सामने पिछली रात का मंजर घूमने लगता है की किस तरह से कार्तिक ने उसके साथ जबरदस्ती की थी, वो सब याद आते ही कनक का पूरा शरीर काँप जाता है, लेकिन उसे प्रीती को तो जवाब देना ही था ,इसलिए कनक खूद को शांत कर प्रीती की ही तरह अपने होठों पर झूठी मुस्कुराहट ला बात पलटते हुए कहती है ।
कनक - शैतान बहुत नटखट हो गई है तू आज कल रूक तुझे अभी बताती हूं, इतना कहते हुए कनक एक पिल्लो उठाती है, वहीं कनक को पिल्लो उठाते देख प्रीती समझ जाती है की अब तो उसकी खेर नही , इसलिए वो बैड से उठ कर भागने लगती है, तो वहीं कनक पिल्लो लिये उसके पीछे- पीछे भागने लगती है ।
प्रीती कनक से बचने के लिये रुम से निकल कर कोरीडोर मैं भागने लगती, भागते हुए अचानक उसे मेहसूस होता है की कनक उसके पीछे नही आ रही है, इसलिए कनक भागते हुए ही कनक को देखने के लिये पीछे मूड़ के देखती है की इतने मैं ही वो किसी शक्श से टकरा जाती है दोनों ही सम्हल नहीं पाते है और गिर जाते हैं जिस्से प्रीती और उस शक्श के होठ आपस मैं जूड जाते ।
प्रीती जिस शक्श से टकराई थी वो कोई और नहीं उसका हस्बैंड राहुल ही था । इस समय राहुल निचे और प्रीती उसके ऊपर थी ।
इस अचानक हुई किस से प्रीती की आंखें बड़ी - बडी हो जाती है, वो डरते हुए राहुल के फेस की तरफ देखती है, जो बिना किसी भाव के उसे ही घूर रहा था । राहुल इस समय काफी ज्यादा डरावना दिख रहा था ।
प्रीती हडबडाते हुए खूद के होठों को राहुल के होठों से अलग करती है और राहुल के ऊपर से उठने लगती है, लेकिन जल्दबाजी के चक्कर मैं एक बार फिर उसका पैर फिसल जाता है और वो राहुल के ऊपर दूबारा गिर जाती है जिस्से एक बार फिर उन दोनोंं की एक्सिडेंटल किस हो जाती है ।
प्रीती के लिये ये सब काफी अजीब था, क्यौंकि उन दोनों की शादी को 6 महिने हो चुके थें, लेकिन इन 6 महिनों के बिच राहुल कभी भी उसके करीब नहीं आया था, उसने तो उससे शादी के पहले दिन ही कह दिया था की वो उसे कभी भी अपनी पत्नी होने का दर्जा नहीं देगा , ऐसे मैं उन दोनों की ये 1स्ट किस थी जो प्रीती के लिये काफी ज्यादा ओक्वर्ड थी, साथ ही उसे राहुल से भी काफी ज्यादा डर लग रहा था की, पता नहीं वो इसके बाद उसका क्या हाल करेगा ।
प्रीती एक बार फिर उठने की कोशिश करने लगती है, वो अभी उठ ही रही थी की इतने मैं ही राहुल उसे एक जोरदार धक्का देता है जिससे प्रीती ,राहुल के साइड मैं गिर जाती है, और राहुल अपनी जगहा पर खडे होकर, प्रीती के हाथों को पकडता है और उसे उसकी जगह से खड़े कर घसिटते हुए पास के ही एक कमरे के अंदर ले जाता है , कमरे के अंदर आते ही कमरे का दरवाजा बंद कर प्रीती को दरवाजे के अगेंस्ट पूश कर राहुल , प्रीती के हाथों को मोड़ उसकी पीठ से सटा कर , चिल्लाते हुए कहता है ।
💐💐💐💐💐💐
प्लीस रेटिंग्स और कमेंट्स जरूर देना,